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क्या आप भी लिव इन रिलेशनशिप में रहने की सोच रहे, तो लिव इन रिलेशनशिप के बारे में जान ले। Before live in live in relationship know all about live in relationship

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नमस्कार दोसतों, 
आज का यह लेख उन नौयुवको युवतियों के लिए खास है जो लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे है या लिव इन रिलेशनशिप में रहने की सोच रहे है। आज के इस दौर में लड़के लड़की लिव इन रिलेशन शिप में रहना ज्यादा पसंद करते है इसके कई कारण हो सकते। जो लिव इन रिलेशनशिप में रहने की सोच रहे जरूर आपके मन में कई तरह के सवाल उठ रहे होंगे जैसे कि :-

  1. लिव इन रिलेशन  क्या है ?
  2. लिव इन रिलेशनशिप क्या कानूनी रूप से वैध है ?
  3. लिव इन रिलेशनशिप में आने से पहले ध्यान देने वाली बातें ?
  4. उच्चतम न्यायालय द्वारा लिव इन रिलेशनशिप की शर्ते क्या है ?
  5. लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाली महिलाओ के अधिकार क्या है ?
  6. लिव इन रिलेशनशिप के दौरान जन्मे बच्चो के अधिकार क्या है ?
  7. यदि लड़की लिव इन रिलेशनशिप के दौरान रेप का आरोप लगा दे तो क्या होगा ? 
क्या आप भी लिव इन रिलेशनशिप में रहने की सोच रहे, तो लिव इन रिलेशनशिप के बारे में जान ले।  
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लिव इन रिलेशनशिप क्या है ?
लिव इन रिलेशनशिप का साधारण सा अर्थ यह है कि जब बालिग लड़का और लड़की अपनी मर्जी से विवाह के बंधन में बंधे बिना घर की एक ही छत के निचे पति पत्नी की तरह रह रहे हो तो उस सम्बन्ध को लिव इन रिलेशनशिप कहा जायेगा। 

लिव इन रिलेशनशिप में रहने से पहले इन बातों को ध्यान में रखे। 
लिव इन रिलेशनशिप में रहने से पहले आपको कुछ बातों पर ध्यान देना जरूरी है क्योकि लड़के और लड़की प्यार के चक्कर में गलतियां कर बैठते है और बाद में उनको कई मुसीबतो का सामना करना पड़ता है, तो ऐसे में किसी भी मुसीबतों का सामना न करना पड़े इसीलिए कुछ बातों पर ध्यान जरूर दे। 
  1. यदि आप किसी लड़की के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहने की सोच रहा है तो उसे उस लड़की की उम्र का ध्यान रखना होगा क्योकि लिव इन रिलेशनशिप में रहने के लिए लड़के की उम्र 21 और लड़की की उम्र 18 वर्ष पूरी होनी चाहिए, यदि लड़की की उम्र 18 वर्ष से कम है तो उसके परिवार वाले आपके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कर कानूनी कार्यवाही कर सकते है। 
  2. लिव इन रिलेशनशिप में रहने से पहले आप एक दूसरे के बारे में अच्छे से जान ली ये लाइव इन रिलेशनशिप केवल टाइम पास या पैसो के लिए तो नहीं है। 
  3. लिव इन रिलेशनशिप में रहने के लिए एक दूसरे पर विश्वास होना भी जरूरी है क्योकि कई मामले ऐसे होते है जिसमे लड़का लड़की रिलेशनशिप में रह कर एक दूसरे की अश्लील चित्र व् फिल्म बनाकर एक दूसरे को पैसो के लिए ब्लैकमेल करते है। 
  4. एक यह बात बहुत खास है जो कि ध्यान में रखने योग्य है कि यदि आप लिव इन रिलेशनशिप में रहते है और मार पीट, प्रताड़ित या जुल्म करते है तो आपका यह जुर्म घरेलु हिंसा के दायरे में आएगा और आपको कानून द्वारा दण्डित किया जा सकता है। 

क्या लिव इन रिलेशनशिप को कानून वैध मानता है ?
लिव इन रिलेशनशिप को भारतीय कानून द्वारा स्वीकृति दी गयी है जो कि कानूनी रूप से पूर्णतः वैध और मान्य है। यदि बालिग लड़का और लड़की दोनों एक दूसरे की सहमति और खुद की इच्छा से लिव इन रिलेशनशिप में रहने को तैयार है, तो वह रह सकते है जो कि कानूनी रूप से वैध है। 

उच्चतम न्यायालय द्वारा शर्ते जो कि लिव इन रिलेशनशिप के लिए जरूरी है। 
भारतीय उच्चतम न्यायालय ने जहाँ एक तरफ लिव इन रिलेशनशिप को मान्यता प्रदान कर इसे वैध कहा है वही दूसरी तरफ लिव इन रिलेशनशिप में रहने के लिए कुछ शर्ते रखी है जैसे कि :-
  1. लिव इन रिलेशनशिप में रहने के लिए लड़का और लड़की का बालिग होना जरूरी है जहा लड़के की उम्र 21 वर्ष और लड़की की उम्र 18 वर्ष पूरी हो चुकी हो, क्योकि कानून द्वारा लड़का या लड़की तभी विवाह के लिए योग्य होंगे जब वह कानून द्वारा तय की गयी उम्र पूरी कर लेते है जो हिन्दू विवाह अधिनियम में बताई गयी है। 
  2. लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाले पुरुष और महिला को एक लम्बी अवधि तक पति-पत्नी की तरह रहना होगा। 
  3. लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाले लड़के और लड़की को पति पत्नी की तरह ही रहना होगा जैसे एक विवाहित जोड़े रहते है। 
  4. लिव इन  रिलेशनशिप में रहने के लिए लड़का और लड़की का अविवाहित, तलाक शुदा होना जरूरी है। 
  5. लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाले लड़का या लड़की दोनों में से कोई भी एक, एक समय में केवल एक ही रिलेशन में रहना जरूरी है। 
कुछ सवालों के जवाब जो अक्सर लिव इन रिलेशनशिप वालो के मन में आते है। 

1.  लिव इन रिलेशनशिप में महिलाओ के अधिकार। लिव इन रिलेशन में रहने वाले लड़की पर यदि लड़के द्वारा किसी भी प्रकार का अत्याचार किया जाता है, उसे मारा पीटा जाता है, प्रताड़ित किया जाता है या उस पर किसी भी प्रकार से जुल्म किया जाता है, तो महिलाओं को उनकी सुरक्षा के अधिकार के तहत घरेलू हिंसा अधिनियम 2005 के तहत उस लड़के पर कानूनी कार्यवाही करने का पूर्ण अधिकार है।

2. लिव इन रिलेशनशिप के दौरान जन्मे बच्चो के अधिकार। 
जब बालिग लड़का और लड़की दोनों अपनी सहमति के अनुसार एक साथ एक ही घर की छत की निचे लिव इन रिलेशनशिप में रहने को तैयार है और उस दौरान दोनों के बीच शारीरक संबंध बनने के कारण किसी बच्चे का जन होता है तो ऐसे रिश्ते में जन्मे बच्चो के वही अधिकार होंगे जैसा कि एक कानूनी विवाहित जोड़े से जन्मे बच्चो के अधिकार होते है। 
माता पिता की संपत्ति में हिस्सा पाने का अधिकार,
  1. गुजारा भत्ता पाने का अधिकार,
  2. और अन्य ऐसे कानूनी अधिकार जो भारतीय कानून में वर्णित है। 
यदि लड़की लिव इन रिलेशनशिप के दौरान लड़के पर रेप का आरोप लगा दे तो क्या होगा ?
उच्चतम न्यायालय के ऐसे कई निर्णय है जिसमे लिव इन रिलेशनशिप के दौरान लड़की ने अपने साथ रहने वाले लड़के पर रेप के आरोप लगाए पर उच्चतम न्यायालय ने इन आरोपों पर निर्णय देते हुए कहा की ये रेप के आरोप मान्य नहीं होंगे। 
यदि लड़की उम्र 18 वर्ष से कम की है और लड़के और लड़की के बीच लड़की की इच्छा से  शारीरक सम्बन्ध बनता है तो, तो ऐसा शारीरक सम्बन्ध लड़की की इच्छा के बावजूद भी रेप की श्रेणी में आएगा। 

लेकिन लड़की के द्वारा लगाए गए रेप के आरोप को गलत साबित करने की पूर्ण जिम्मेदारी उस लड़के पर होगी जिसपर यह रेप के आरोप लगे। 
  1. लड़के को यह साबित करना होगा की जिस समय ये दोनों लिव इन रिलेशनशिप में रहने के लिए तैयार हुए थे उस वक़्त दोनों की आपसी सहमति थी। 
  2. लड़के और लड़की के बीच शारीरक सम्बन्ध दोनों की मर्जी से हुआ न की किसी जोर जबरदस्ती की गयी।
  3. ध्यान देने योग्य बात यह है कि जब भी आप लिव इन रिलेशनशिप में रहने की सोचे तो सबसे पहले लड़की की उम्र का के बारे में जान ले क्या वह बालिग है।

2 comments:

  1. My own wife is having a case of divorce in court. Can I live in a living relationship now?d.

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  2. My own wife is having a case of divorce in court.Can I still be in the living relationship?

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