नमस्कार मित्रों,
आज के इस लेख में आप सभी को खतौनी में लिखी "फसली वर्ष" क्या होता है ? इसके बारे में बताने जा रहा हु। इस फसली वर्ष का ज्ञान प्रत्येक व्यक्ति को होना चाहिये, खास कर सिविल की वकालत करने वाले नए अधिवक्ताओं को क्योकि इस फसली वर्ष का महत्त्व राजस्व मुकदमों में बहुत होता। यदि आपको ज्ञात होगा तो आप अपने मुवक्किल के वाद को जीत सकते है।
तो चलिए इसके बारे में एक- एक सब कुछ जाने।
क्या है फसली वर्ष कृषि वर्ष ?
फसली वर्ष कृषि वर्ष जिसके नाम से से ही थोड़ा बहुत मालूम चल रहा होगा कि इसका संबंध फसलों के साल से है। फसली वर्ष का उपयोग खेती की भूमि को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है, जो अधिकतर आप लोगो को खतौनी में में देखने को मिलेगा। प्रत्येक फसली वर्ष में खतौनी का पुनरीक्षण किया जाता है। प्रत्येक राज्य का फसली वर्ष उस राज्य की जलवायु पर आधारित होता है। उत्तर प्रदेश राज्य की बात करे तो इसका फसली वर्ष 1 जुलाई से 30 जून तक होता है, जो की पूरा एक साल होता है , इसमें इसको दो भागों में विभाजित किया जाता है।
पहला 1 जुलाई से 31 दिसंबर और दूसर 1 जनवरी से 30 जून तक। प्रत्येक 5 वर्ष में फसली वर्ष बदलता रहता है। फसली वर्ष को ही कृषि वर्ष कहते है।
इतिहास पर एक नजर डाले :- मुलग बादशाह अख़बर के शासनकाल के समय भारत में हिजरी वर्ष प्रचलित था, अखबर ने कृषि एवं मालगुजारी के उद्देश्य के लिए एक ऐसे सम्वत का प्रारंभ करने का निश्चय किया जो कि भारतीय फसलों के साथ-साथ प्रारंभ हो और उसके साथ ही समाप्त हो। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए संन 1555 ई. में इस सम्वत को शुरू किया और इस 1555 वर्ष को 963 फसली वृष की संज्ञा दे दी।
फसली वर्ष कैसे निकाला जाता है?
फसली वर्ष निकालने का एक सिद्धांत है, जिसमे दो अंको का जिक्र किया गया है जो की 592 व् 593 है। इन अंको को अंग्रेजी वर्ष में घटा कर फसली वर्ष ज्ञात किया जाता है। उत्तर प्रदेश में फसली वर्ष की शुरुवात 1 जुलाई से होती और 30 जून तक समाप्त होती है। जिसमे पूरा एक वर्ष होता है। इनको दो भागो में विभाजित किया गया है। पहला छह महीना 1 जुलाई से 31 दिसंबर तक व् दूसरा छह महीना 1 जनवरी से 30 जून तक। जुलाई से दिसंबर माह के मध्य का फसली वर्ष निकालने के लिए उस वर्ष में से 592 घटा देंगे तो उस वर्ष का फसली वर्ष ज्ञात हो जायेगा। और जनवरी से जून माह के मध्य का फसली वर्ष निकालने के लिए उस वर्ष में से 593 घटा देंगे तो उस वर्ष का फसली वर्ष ज्ञात हो जायेगा। इस सिद्धांत के अंतर्गत आप फसली वर्ष ज्ञात या निकाल सकते है।
फसली वर्ष निकालने का एक - उदाहरण
1. जनवरी 2020 से जून 2020 के समय से चालू फसली वर्ष जानने के लिए :-
2020 -593 = 1427
2. जुलाई 2020 से दिसंबर 2020 के समय से चालू फसली वर्ष जानने के लिए :-
2020 -592 =1428
फसली वर्ष कैसे निकले उसके लिए वीडियो देखे।
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