lawyerguruji

साइबर अपराध कितने प्रकार के होते है ? Various kind of Cyber Crime- type of cyber crime in india

www.lawyerguruji.com 

नमस्कार मित्रों,
आज के इस लेख में आप सभी को " साइबर क्राइम के प्रमुख प्रकारों" के बारे में विस्तार से बताने वाला हु। 

साइबर अपराध क्या है ?
साइबर क्राइम जिसे कंप्यूटर क्राइम भी कहा जाता है। इन साइबर क्राइम के बारे में जानने के लिए इन अपराधों के वैज्ञिनक नामो को भी जानना बहुत ही आवश्यक है। साइबर तकनीक का विकास दिन प्रति दिन बढ़ता ही जा रहा है, जो कि साइबर अपराधों का मुख्य कारण बनता जा रहा है। साइबर अपराधों पर पूर्ण रूप से रोकथाम के लिए कानून बनाना एक बहुत बड़ी मुश्किल का सामना करने जैसा है, क्योकि साइबर अपराध जो की कंप्यूटर व् इंटरनेट की मदद से किये जाते है, जिसमे आई० पी अड्रेस पर सेकंड में बदलते रहते है जिससे अपराध में इस्तेमला होने वाला कंप्यूटर की स्थित एक जगह से दूसरी जगह कई बार अलग -अलग बताता है। जिसके कारण साइबर अपराधियों को पकड़ना बहुत मुश्किल का काम होता है। 

साइबर क्राइम  किसी एक देश के राज्य या उसकी सीमा के भीतर ही तक सिमित नहीं होता है इसमें अपराधी किसी भी देश, राज्य या सिमा के भीतर बैठकर कर सकता है, इसके दौरान इनके कंप्यूटर की आईपी अड्रेस बदलती रहती है, इनके कंप्यूटर की सटीक स्थित का पता लगाना नामुमकिन होता है। यही इनके न पकडे जाने का मुख्य कारण होता है।   

कितने प्रकार के साइबर अपराध होते है ?
साइबर अपराधों को उनके किये जाने के तरीके से मुख्यतः दो भागों में विभाजित किया जा सकता है। 
  1. कंप्यूटर के साथ किये जाने वाले अपराध। 
  2. कंप्यूटर के जरिये किये जाने वाले अपराध। 
1कंप्यूटर के साथ किये जाने वाले अपराध। . 
  1. कंप्यूटर पर स्टोर डाटा के साथ छेड़खाड़ करना उसमे स्टोर फाइल को डिलीट करना,
  2. कंप्यूटर पर स्टोर फाइल में बदलाव करना,
  3. पासवर्ड चोरी करना,
  4. पासवर्ड चोरी कर अनाधिकृत तरीके से उसमे प्रवेश करना ,
  5. कंप्यूटर को चलाने के लिए बनाये गए सॉफ्टवेयर की नकली कॉपी अनाधिकृत तरीकरे से इस्तेमाल करना आदि। 
2.कंप्यूटर से किये जाने वाले अपराध। 
  1. कंप्यूटर नेटवर्क में स्टोर डाटा के साथ छेड़खाड़ करना या उसमे फेरबदल करना ,
  2. शेयर मार्किट व्यापारिक जानकारी की चोरी करना
  3. क्रेडिट कार्ड के उपयोग के समय उपलब्ध जानकारी के आधार पर जालसाजी झरना या हेराफेरी करना ,
  4. कंप्यूटर नेटवर्क को क्षति पहुँचाने के मकसद से उसमे वायरस अपलोड या प्रोग्राम करना,
  5. पोर्न या अश्लील सामग्री का वेबसाइट पर डालना,
  6. किसी भी देश की आर्थिक, व्यापारिक और राजनैतिक कार्य को क्षति पहुँचाने के मकसद से किये जाने वाले कार्य।  
Cyber Crime ke prakar. ( Various kind of Cyber Crime.)

साइबर अपराध कितने प्रकार के हो सकते है ?
साइबर अपराधों के प्रकार की कोई निश्चित सिमा नहीं है, समय के अनुसार इनका विस्तार बढ़ता ही जाता है, साइबर अपराधी कोई न कोई तरीका खोज ही लेते है, साइबर अपराध के निम्न प्रकार हो सकते है ;-  
  1. आर्थिक अपरध,
  2. बौद्धिक सम्पदा अपराध ,
  3. साइबर मानहानि,
  4. ऑनलाइन सट्टा,
  5. ई मेल बॉम्बिंग,
  6. अवैध सामग्री की बिक्री,
  7. ई-मेल स्पूफ़िंग,
  8. की-लोगर,
  9. साइबर धोखाधड़ी,
  10. ई-मेल धोखाधड़ी,
  11. वेब जैकिंग,
  12. वायरस वार्म अटैक,
  13. डाटा डीडलिंग,
  14. वेब डेफिसमेंट,
  15. साइबर स्टाकिंग। 
इन्ही में से कुछ के बारे में विस्तार से आप सभी को बताने वाला हु। 

1.आर्थिक अपराध - साधारणतः सभी अपराध के पीछे किसी न किसी व्यक्ति का दिमाग होता है और उस दिमाग में कुछ मकसद पनप रहा होता है। यह मकसद अधिक रूपये प्राप्त करने का भी हो सकता है। जब अधिक रूपये प्राप्त करने के मकसद की पूर्ति कंप्यूटर और इंटरनेट के गलत इस्तेमाल के जरिये की जाती हैं, तो यह अपराध को जन्म देती है और ऑनलाइन की दुनिया में इसे साइबर अपराध का नाम दिया जाता है।  
आर्थिक अपराध के कुछ उदाहरण :
  1. ऑनलाइन शेयर मार्किट या ट्रेडिंग में चोरी करना,
  2. डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड से चोरी,
  3. मोबाइल बैंकिंग और नेट बैंकिंग में चोरी,
  4. मनी लॉन्डरिंग,'
  5. खाते सम्बंधित घोटाले,
  6. कंप्यूटर डाटा में बदलाव,
  7. बैंकिंग सर्वर को हैक करना आदि। 
2.बौद्धिक सम्पदा सम्बंधित अपराध -  बौद्धिक सम्पदा का मतलब है मानव बुद्धि से उपजी उसकी कला, रचना, विचार, कविता, या अविष्कार।
बौद्धिक सम्पदा से सम्बंधित अपराध जैसे कि:-
  1. कॉपीराइट का उल्लंघन,
  2. पेटेंट राइट का उल्लंघन,
  3. ट्रेड मार्क की चोरी,
  4. डोमेन नेम की चोरी,
  5. सॉफ्टवेयर की चोरी,
  6. अविष्कार की चोरी,
  7. रचना की चोरी,
  8. कंप्यूटर स्रोत कोड की चोरी,
  9. अन्य बौद्धिक सम्पदा की चोरी। 
3. साइबर मानहानि - साइबर मानहानि का अर्थ किसी व्यक्ति का जरिये ऑनलाइन अपमान करना, उसकी ख्याति को क्षति पहुँचाना, या समाज में उसकी मान प्रतिष्ठा को निचे गिराना है। साइबर मानहानि जरिये ऑनलाइन बोलकर या लिखकर की जा सकती है। 
साइबर मानहानिजैसे कि-
  1. अश्लील, अपमानजनक सामग्री को किसी व्यक्ति या व्यक्ति विशेष से जोड़कर वेबसाइट पर प्रकाशित करना,
  2. किसी नर या नारी की आपत्तिजनक फोटो को वेबसाइट पर प्रकाशित करना,
  3. मानहानि सम्बंधित कथन को किसी वेबसाइट पर प्रकाशित करना,
  4. ईमेल के माध्यम से मानहानि कथन को भेजना। 
4.  साइबर धोखाधड़ी - साइबर धोखाधड़ी जिसका मतलब ऑनलाइन, कंप्यूटर, इंटरनेट, प्रिंटर, या स्कैनर के जरिये किया जाता है। साइबर धोखाधड़ी जैसे कि :- 
  1. नोटों की कूटरचना,
  2. मार्कशीट की कूटरचना,
  3. सरकारी पहचान पत्र या दस्तावेजों की कूटरचना,
  4. नकली या स्टाम्प पेपर या स्टाम्प ड्यूटी टिकट का निर्माण,
5.ऑनलाइन सट्टेबाजी - ऑनलाइन सट्टेबाजी जहाँ दो या दो से अधिक व्यक्ति कंप्यूटर, मोबाइल के माध्यम से इंटरनेट के जरिये अवैध तरीके से रुपया लगा कर खेल खेलते है। ऑनलाइन सट्टेबाजी भारत में दंडनीय अपराध माना गया है।  
ऑनलाइन सट्टेबाजी जैसे कि:-
  1. ताश,
  2. क्रिकेट,
  3. लूडो,
  4. लाटरी। 
6.ईमेल बॉम्बिंग - ईमेल  बॉम्बिंग  एक ऐसा अपराध है जिसमे हैकर द्वारा किसी व्यक्ति के ईमेल खाते में अधिक संख्या में ईमेल भेजना जाता है जिसके कारण  जिस व्यक्ति को ईमेल भेजा गया है उसका पूरा खाता क्रैक हो जाता है। अधिकतर हैकर द्वारा ईमेल बॉम्बिंग का प्रयोग किसी मल्टी नेशनल कंपनी के सर्वर को हैक कर उसके कार्य को क्षति पहुँचाने के उद्देश्य से किया जाता है।

7.अवैध सामग्री की बिक्री - सभी देश अपने देश की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कई कदम उठाते है उन्ही में से एक अवैध सामग्री की बिक्री पर रोक लगाना होता है जैसे कि:-
  1. प्रतिषिद्ध हथियारों की चोरी छिपे बिक्री,
  2. प्रतिषिद्ध जानवरो की चोरी से बिक्री,
  3. प्रतिषिद्ध आयुर्वैदिक औषधि की बिक्री,
  4. नशीले पदार्थो की चोरी छिपे बिक्री।
8.साइबर स्टाकिंग - साइबर स्टाकिंग का मतलब मोबाइल, कंप्यूटर के जरिये इंटरनेट के माध्यम से किसी व्यक्ति का ऑनलाइन पिछा करना होता है। ऑनलाइन स्टाकिंग के कई कारण हो सकते है।  
  1. आपसी मतभेद,
  2. लालच,
  3. ब्लैकमेलिंग,
  4. परेशान करने का मकसद,
  5. बदले की भावना से किया गए कार्य,
  6. अन्य।  

No comments:

lawyer guruji ब्लॉग में आने के लिए और यहाँ पर दिए गए लेख को पढ़ने के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद, यदि आपके मन किसी भी प्रकार उचित सवाल है जिसका आप जवाब जानना चाह रहे है, तो यह आप कमेंट बॉक्स में लिख कर पूछ सकते है।

नोट:- लिंक, यूआरएल और आदि साझा करने के लिए ही टिप्पणी न करें।

Powered by Blogger.