tag:blogger.com,1999:blog-75048729478547189972024-03-18T16:54:53.406+05:30Lawyergurujilawyerguruji is Indian legal law blog in hindi /website, here you will find law information in hindi, like- lawnews, lawinfo, cyberlaw, insurance, women security, banking law, civil law, companylaw, constitution, antiragging, divorce, hindu marriage law, fir, dowry prohibition, human rights, indian penal code, criminal procedure code, muslim law, pocso act, vehicle law, sexual harassment, transfer of property law, etc.Unknownnoreply@blogger.comBlogger491125tag:blogger.com,1999:blog-7504872947854718997.post-740472725464354582024-03-13T19:45:00.002+05:302024-03-13T19:45:41.674+05:30 क्या है नागरिकता संशोधन कानून , सीएए कानून के प्रावधान क्या है ,नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के तहत नागरिकता के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया क्या है ?www.lawyerguruji.com <div><br /></div><div style="text-align: justify;">नमस्कार मित्रों,</div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">आज के इस लेख में हम जानेंगे कि<b> " क्या है नागरिकता संशोधन कानून , सीएए कानून के प्रावधान क्या है ?" </b>और भी इस कानून से जुडी अन्य बातों को। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"> देश में सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन अधिनियम लागु कर दिया गया है। इस नागरिकता संशोधन अधिनियम के प्रावधानों के तहत पाकिस्तान , बांग्लादेश या अफगानिस्तान के हिन्दू या सिख या बौद्ध या जैन या पारसी या ईसाई समुदाय से है तो इस अधिनियम के प्रावधानों के अंतर्गत नागरिकता के लिए आवेदन करने के लिए पात्र होंगे लेकिन इसके लिए इन्हे अधिनियम के तहत बताई गयी सभी औपचारिकताएँ पूर्ण करनी होगी। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">उपरोक्त वर्णित नागरिकों को भारतीय मूल की नागरिकता पाने के लिए अधिनियम के प्रावधानों के तहत पात्रता की श्रेणी में होना होगा और आवेदन ऑनलाइन फॉर्म के जरिये दाखिल किये जायेंगे और सहायक दस्तावेजों और पॉपपोर्ट और वीजा या आवासीय परमिट दस्तावेजों को अपलोड करना होगा। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">इस नागरिक संशोधन अधिनियम को लेकर आप लोगो के मन में कई सवाल उठ रहे होंगे जैसे कि :-</div><div style="text-align: justify;"><ol><li><b>नागरिक संशोधगन अधिनियम 2019 क्या है ?</b></li><li><b>भारतीय नागरिकता की प्राप्ति कैसे होगी ?</b></li><li><b>नागरिकता के लिए देशियीकरण द्वारा किस देश के किन लोगो को आवेदन करना होगा ?</b></li><li><b>नागरिकता के लिए लगने वाले आवश्यक दस्तावेज क्या है ? </b></li><li><b>नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के तहत नागरिकता के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया क्या है ?</b></li></ol><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiCxswyM8-5m6cLN_T6PnTTxn8aILZptKN9Rrm39zdzUT_9Lj-VtAu8qDL8IQ87bA_2NY-dCPqYP_YMCIEhQIhEzLx-YDutHV9w-rOFr5LrEHt-4EdXVL3lP5fp6fV3ca44DIj_DiK2m7BXRuRUFpANMdeGBOngZF27p1jBFyoum17IBtgri6-ze_dzjEep/s640/indian%20citizenship%20act%20.png" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img alt="the-citizenship-amendment-act-caa-indiancitizenshiponline-indian-citizenship-online-how -to-apply-indian-citizenship-online-lists-of-documents-for-indian-citizenship-what-is-the-new-rule-to-get-indian-citizenhip-what-is-caa-law-in-india" border="0" data-original-height="360" data-original-width="640" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiCxswyM8-5m6cLN_T6PnTTxn8aILZptKN9Rrm39zdzUT_9Lj-VtAu8qDL8IQ87bA_2NY-dCPqYP_YMCIEhQIhEzLx-YDutHV9w-rOFr5LrEHt-4EdXVL3lP5fp6fV3ca44DIj_DiK2m7BXRuRUFpANMdeGBOngZF27p1jBFyoum17IBtgri6-ze_dzjEep/s16000/indian%20citizenship%20act%20.png" title="the-citizenship-amendment-act-caa-indiancitizenshiponline-indian-citizenship-online-how -to-apply-indian-citizenship-online-lists-of-documents-for-indian-citizenship-what-is-the-new-rule-to-get-indian-citizenhip-what-is-caa-law-in-india" /></a></div><br /><div><br /></div>इन सभी सवालों के जवाब विस्तार से जाने। <br /><div><br /></div><div><b>1 नागरिक संशोधन अधिनियम 2019 क्या है ? </b></div><div><br /></div><div>नागरिक संशोधन अधिनियम 2019 में देशीयकरण द्वारा नागरिकता का प्रावधान किया गया है। इस अधिनियम के तहत भारतीय नागरिकता प्राप्ति के लिए आवेदन के लिए एक विशेष प्रावधान किये गए। यह प्रावधान विशेष रूप से उन कुछ व्यक्तियों के लिए है, जो 31 दिसंबर ,2014 को या उससे पहले भारत में प्रवेश कर चुका है और भारत के तीन पडोसी देश पाकिस्तान या अफगानिस्तान या बांग्लादेश के छह धार्मिक अल्पसंख्यक हिन्दू या सिख या बोध या जैन या पारसी या ईसाई समुदाय से है। </div><div><br /></div><div>नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के तहत पाकिस्तान या अफगानिस्तान या बांग्लादेश के गैर मुस्लिम प्रवसियों जिनमें हिन्दू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाई समुदाय के लोगो को भारतीय नागरिकता प्रदान की जाएगी। </div><div><br /></div><div><b>2. भारतीय नागरिकता की प्राप्ति कैसे होगी ?</b></div><div><br /></div><div>भारतीय नागरीकता प्राप्ति के लिए नागरिकता अधिनियम 1955 में निम्नलिखित प्रावधानों का उल्लेख किया गया है , जिसके अंतर्गत भारतीय नागरिकता प्राप्त की जा सकती है :-</div><div><ol><li>धारा 3 के तहत जन्म से नागरिकता। </li><li>धारा 4 के तहत वंशानुक्रम द्वारा नागरिकता। </li><li>धारा 5 के तहत पंजीकरण द्वारा नागरिकता। </li><li>धारा 6 के तहत देशयीकरण द्वारा नागरिकता। </li><li>धारा 7 के तहत भू -भाग के समावेशन द्वारा नागरिकता। </li></ol></div><div><b>3 . नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के तहत देशीयकरण के द्वारा किन लोगो को भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन करना होगा ? </b></div><div><br /></div><div>नागरिकता अधिनियम 1955 की धारा 6 (1 ) देशीयकरण द्वारा भारतीय नागरिकता प्राप्ति का प्रावधान करती है। देशीयकरण द्वारा नागरिकता के लिए विदेशी व्यस्क व्यक्ति जिसनें भारत में देशीयकरण के आवेदन करने से पूर्व कम से कम 12 साल तक भारत में निवास किया हो। </div><div><br /></div><div>नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के अंतर्गत आने वाले व्यक्ति नागरिकता अधिनियम 1955 की धारा 6 बी के तहत आवेदन करना होगा। </div><div><br /></div><div>भारत के तीन पडोसी देश पाकिस्तान या अफगानिस्तान या बांग्लादेश से गैर मुस्लिम प्रवासी जो छह धार्मिक हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदाय से सम्बंधित है। जिन्होंने 31 दिसंबर 2014 को या उससे पहले भारत में प्रवेश किया है। </div><div><br /></div><div>जिसे पासपोर्ट (भारत में प्रवेश ) अधिनियम 1920 की धारा 3 (2 ) (सी ) के तहत या विदेशी अधिनियम 1946 के प्रावधानों या उसके तहत बनाये गए किसी नियम या आदेश से छूट दी गयी है। </div><div><br /></div><div><b>4. नागरिकता के लिए लगने वाले आवश्यक दस्तावेज क्या है ?</b></div><div><br /></div><div>नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के तहत नागरिकता प्राप्ति के लिए निम्न दस्तावेजों का उल्लेख किया है जो कि :-</div><div><ol><li>आवेदक की नवीन फोटो। </li><li>हस्ताक्षर की फोटो। </li><li>पासपोर्ट ( एक्सपायर्ड पासपोर्ट सहित ) फ्रंट पेज और बायो पेज दोनों। </li><li>निवास प्रमाणपत्र। </li><li>अन्य दस्तावेज। </li></ol><div>उपरोक्त दस्तावेज ऑनलाइन आवेदन के समय अपलोड किये जायेंगे। </div><div><br /></div><div><b>5. आवेदन पत्र की हार्ड कॉपी के साथ लगाए जाने वाले दस्तावेज। </b></div></div><div><ol><li>वैध विदेशी पासपोर्ट की प्रतिलिपि। </li><li>वैध आवसीय परमिट की प्रतिलिपि। </li><li>स्वयं माता पिता में से किसी एक का अविभाजित भारत में जन्म प्रमाण पत्र , पासपोर्ट या जन्म प्रमाण पत्र की एक प्रति। </li><li>उसके पति/पत्नी की भारतीय रास्ट्रीयता का प्रमाण -भारतीय पासपोर्ट या जन्म प्रमाण पत्र की प्रतिलिपि। </li><li>भारतीय विवाह पंजीयक द्वारा गया विवाह प्रमाण पत्र की एक प्रति। </li><li>नागरिकता अधिनियम की धरा 6 की उपधारा 1 या धारा 5 की उप धारा 1 क के तहत जारी की गयी भारतीय नागरिकता या पासपोर्ट या जन्म प्रमाण पत्र की प्रति। </li><li>भारतीय नागरिकता अधिनियम 1955 की धारा 7 क के तहत OCI कार्ड धारक के रूप में पंजीकरण का प्रमाण पत्र। </li><li> स्वयं आवेदक से एक हलानामा और दो भारतियों से दो हलफनामे जो आवदेक के चरित्र को आवदेन पत्र में उपलब्ध भाषा में प्रमाणित करते है। </li><li> संविधान की आठवीं अनुसूची में विनिर्दिष्ट भारतीय भाषाओं किसी एक में आवेदक के ज्ञान को प्रमाणित करने के लिए दो भाषा पत्र ( मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थाओं से या किसी मान्यता प्राप्त संगठन से या आवेदक के जिले के दो भारतीय नागरिकों में एक भाषा प्रमाण पत्र ) </li><li>दो समाचार पत्र ( जिस जिले में आवेदक निवास करता है वहां प्रचलित ) के अलग -अलग तिथियों या अलग-अलग समाचार पत्रों की कटिंग ( आवेदन पत्र में निर्धारित भाषा में नागरिकता के लिए आवेदनकरने के लिए अपने इरादे को सूचित करते हुए)। </li></ol></div><div><br /></div><div><b>6. . नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के तहत नागरीकता प्राप्ति के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया क्या है ? </b></div><div><b><br /></b></div><div>नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के तहत नागरिकता प्राप्ति के लिए आवेदक सरकार की अधिकृत वेबसाइट भारतीय नागरिकता ऑनलाइन पोर्टल के जरिये आवेदक नामित अधिकारी के माध्यम से अधिकार प्राप्त समिति को ऑनलाइन फॉर्म भर कर आवेदन जमा करना होगा। </div><div><br /></div><div>आवेदन करते समय आवेदक को अपनी श्रेणी के अनुसार दर्शाये गए प्रत्र संख्या को चुन कर फॉर्म भरना होगा<b>। </b></div><div><br /></div><div><b>पात्र व्यक्तिओं की श्रेणी और प्रपत्र संख्या। . </b></div><div><br /></div><div>नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के प्रावधानों के तहत पात्र व्यक्तियों की श्रेणी का उल्लेख किया गया है , साथ ही साथ उन प्रपत्र संख्या का उल्लेख भी है जो आवेदन के लिए भरा जाना है ,जो कि निम्न प्रकार से है :-</div><div><ol><li>IIA- भारत के नागरिक के रूप में पंजीकरण के लिए मूल व्यक्ती। </li><li>IIIA- भारत के नागरिक के रूप में पंजीकरण के लिए एक व्यक्ति जिसने भारत के नागरिक से विवाह किया है। </li><li>IVA -भारत के नागरिक के रूप में पंजीकरण के लिए जो भारत के नागरिक है , की नाबालिग संतान है। </li><li>VA -भारत के नागरिक के रूप में पंजीकरण के लिए एक व्यक्ति जिसके माता-पिता भारत के रूप में पंजीकृत है। </li><li>VIA -भारत के नागरिक के रूप में पंजीकरण के लिए एक एक व्यक्ति जो या में से कोई एक स्वतनयतर भारत का नागरिक था। </li><li>VIIA -एक व्यक्ति जो भारत के प्रवासी नागरिक कार्ड होल्डर (OCI ) के रूप में पंजीकृत है , भारत के रूप में पंजीकरण के लिए। </li><li>VIIIA -देशीयकरण द्वारा नागरिकता प्रदान करने हेतु। </li></ol><div>आवेदक उपरोक्त सम्बंधित फॉर्म को ऑनलाइन भर सकता है और फॉर्म में उल्लिखित सभी आवश्यक दस्तावेजों को अपलोड / संलग्न कर एवं 50/- रूपये शुल्क का भुगतान कर सकता है। </div></div><div><br /></div><div>आवेदन फॉर्म भरे जाने के चरण में ही ,आवेदक पंजीकरण प्रमाणपत्र या देशीयकरण प्रमाणपत्र की स्याही से हस्ताक्षरित प्रति प्राप्त करने का विकल्प चुन सकता है। </div><div><br /></div><div>प्रमणपत्र की स्याही हस्ताक्षरित प्रति आवेदक को तभी जारी की जाएगी जब उसने आवेदन पत्र भरे जाने के चरण में इसका विकल्प चुना हो। </div><div><br /></div><div>आवेदन जमा करने पर इलेक्ट्रॉनिक रूप से एक पावती आवेदक को उपलब्ध हो जाएगी। </div><div><br /></div><div><b>7. .नागरिकता के लिए ऑनलाइन आवेदन जमा करने के बाद क्या होगा किसके पास जाना होगा ? </b></div><div><b><br /></b></div><div>1. नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के तहत नागरिकता प्राप्ति की के लिए ऑनलाइन भरे गए आवेदन पत्र की हार्ड कॉपी उस क्षेत्र के जिला कलेक्टर / जिला मजिस्ट्रेट / उपायुक्त के कार्यालय में जमा करना होगा जहाँ आवेदक सामान्य रूप से निवासी है। यदि आवेदक भारत से बाहर रह रहा है , तो आवेदन का प्रिंटआउट भारत के महावाणिज्य दूत को जमा करना होगा। </div><div><br /></div><div>आवेदन जमा करने के बाद जिला स्तरीय समिति (DLC) द्वारा फॉर्म की जाँच की जाएगी। </div><div><br /></div><div>फॉर्म की जाँच के बाद DLC आवेदक को ई मेल / SMS के माध्यम से उस तारीख और समय के बारे में सूचित करेगा , जिस पर आवेदक से सत्यापन के लिए आवेदन के साथ संलग्न सभी दस्तावेजों के मूल के साथ व्यक्तिगत रूप से डी:LC के समक्ष उपस्थित होना होगा। </div><div><br /></div><div>जाँच / सत्यापन की प्रक्रिया के बाद , यदि दसितावेज कम पाए जाते है , तो नामित अधिकारी उस आवेदक को "निष्ठा की शपथ " दिलायेगा , जिसने धारा 5 के तहत पंजीकरण या धारा 6 के तहत देशीयकरण द्वारा नागरिकता प्राप्त करने के लिए आवेदन किया है। </div><div><br /></div><div>यदि दस्तावेज में कोई कमी है तो जिला स्तरीय समिति आवेदक को दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए कह सकती है। </div><div><br /></div><div>यदि आवेदक उचित अवसर देने के बाद भी निष्ठा की शपथ लेने के लिए व्यतक्तिगत रूप से उपस्थित होने में विफल रहता है तो DLC ऐसे आवेदन को अस्वीकृत करने के विचार क्व लिए EC को अग्रेषित कर सकती है। </div><div><br /></div><div>आवेदक को अधिनियम की धारा 5 पंजीकरण या धारा 6 देशीयकरण के लिए निष्ठा की शपथ केवल तभी दिलाई जाएगी जब यह पुष्टि हो जाये कि आवेदक द्वारा सभ अपेक्षित दस्तावेज प्रस्तुत किये गए है। </div><div><br /></div><div>नामित अधिकारी ऑनलाइन प्रणाली पर प्रमणित करेगा कि आवेदक कि नागरिकता के लिए दस्तावेज मूल रूप में सत्यापित / देखे गए है। </div><div><br /></div><div>जिला स्तरीय समिति , प्रशासित निष्ठा की शपथ को भी ऑनलाइन प्रणाली में अपलोड करेगी और दस्तावेज के सत्यापन के सम्बन्ध में पुष्टि के साथ आवेदन को इलेट्रॉनिक रूप में अधिकार प्राप्त समिति को अग्रेषित करेगी। </div><div><br /></div><div>अधिकार प्राप्त समिति आवेदन की संवीक्षा करेगी और ऐसी जाँच करने के बाद जिसे वह आवश्यक समझती और सुरक्षा एजेंसियों क रिपोर्ट के आधार पर संतुष्ट होने पर , अधिकार प्राप्त समिति भारत की नागरिकता के लिए आवेदन का अनुमोदन / अस्वीकृत कर सकती है। </div><div><br /></div><div><br /></div><div><br /></div><div><br /></div><div><b><br /></b></div><div><br /></div><div><br /></div></div>Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-7504872947854718997.post-2623674404117832932024-03-05T22:00:00.001+05:302024-03-05T22:00:42.489+05:30जूस जैकिंग क्या है ? what is juice jacking scam ? <div style="text-align: justify;">www.lawyerguruji.com</div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">नमस्कार मित्रों ,</div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">आज के इस लेख में हम जानेंगे कि <b>" जूस जैकिंग क्या है ?/ what is juice jacking ? "</b> देश में साइबर क्राइम के अपराध की घटना काफी बढ़ रही है और ये आय दिन बढ़ रहे और नए नए साइबर अपराध के तरीके भी सामने आ रहे है। साइबर अपराध करने के पीछे साइबर अपराधियों के कई कारण हो सकते है। आर्थिक क्षति , मानसिक क्षति और अन्य प्रकार की जो उनके मस्तिक की उपज हो। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">साइबर अपराध से बचे जाने के लिए हमे सामाजिक स्तर पर पूर्णरूप से जागरूक और सतर्क रहना अति आवश्यक है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">यदि हम साइबर अपराध की होने वाली घटनाओं से खबरदार रहेंगे तो हम स्वयं और अपने जानने वालो को भी इन साइबर अपराध से सुरक्षित रख सकते है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhd6hzSkV26lzyCgoqyhlnGtW_oThYggWNIRe8Nese1awHwfhmFb-lgRMcVKqtAWmpchHtg36QJIXWmpEic6juj2EL7Ds9SNODlMxmYG5UayWbvByEQbIgGJljoBOH3DAuc_TXO1wtrVHqQSv1ZCMQoqBB_Z73tVBGD0ZhLV3nfiKtjQiQS4j6BL7Noh0N_/s640/juice%20jacking%20scam%20.png" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img alt="जूस जैकिंग क्या है ? what is juice jacking scam ?" border="0" data-original-height="360" data-original-width="640" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhd6hzSkV26lzyCgoqyhlnGtW_oThYggWNIRe8Nese1awHwfhmFb-lgRMcVKqtAWmpchHtg36QJIXWmpEic6juj2EL7Ds9SNODlMxmYG5UayWbvByEQbIgGJljoBOH3DAuc_TXO1wtrVHqQSv1ZCMQoqBB_Z73tVBGD0ZhLV3nfiKtjQiQS4j6BL7Noh0N_/s16000/juice%20jacking%20scam%20.png" title="जूस जैकिंग क्या है ? what is juice jacking scam ?" /></a></div><br /><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">इसे जाने विस्तार से। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><ol><li><b>जूस जैकिंग स्कैम क्या है ?</b></li><li><b>जूस जैकिंग स्कैम होता कैसे है ?</b></li><li><b>जूस जैकिंग स्कैम से कैसे बचे ?</b></li></ol><div>इन सभी सवालों को विस्तार से जाने। </div><div><br /></div><div><b>1. जूस जैकिंग स्कैम स्कैम क्या है ? </b></div><div><br /></div><div>जूस जैकिंग स्कैम एक तरह का ऐसा साइबर अपराध है जो कि सार्वजनिक स्थान पर इलेक्ट्रॉनिक गैजेट को चार्ज करने वाले लोगो को शिकार बनाता है। सार्वजानिक स्थान पर लगे USB चार्जिंग पोर्ट पर साइबर अपराधी एक तरह की सूक्ष्म हार्डवेयर चिप में प्रोग्रामिंग जरिये मैलवेयर सॉफ्टवेयरको इनस्टॉल कर देते है। जो कि USB के जरिये इलेक्ट्रॉनिक गैजेट की बैटरी कम होने चार्जिंग पोर्ट में लगने पर फ़ोन के चार्जिंग विकल्प के साथ -साथ =डाटा ट्रांसफर विकल्प को भी एक्टिव कर देता है। इसके डाटा ट्रांसफर विकल्प के एक्टिव होने पर इलेक्ट्रॉनिक गैजेट जा सम्पूर्ण डाटा उस चिप में ट्रांसफर हो जाता है जो कि USB चार्जिंग पोर्ट पर एक्टिव है। </div><div><br /></div><div>डाटा ट्रांसफर विकल्प के एक्टिव होने की जानकारी हमे होती तो है , क्योकि चार्जिंग पर लगते समय दिखाई देता है परन्तु हम जल्दबाजी के चक्कर में और बैटरी कम होने के कारण उस पर ज्यादा ध्यान नहीं देते है। </div><div><br /></div><div>ध्यान न देना ही हमे साइबर अपराधियों का शिकार होना बनाता है। जो डाटा ट्रांसफर होता है वो इलेक्ट्रॉनिक गैजेट में स्टोर :-</div><div><ol><li>फ़ोटो,</li><li>वीडियो,</li><li>कांटेक्ट,</li><li>बैंक सम्बन्धी जानकारी ,</li><li>ईमेल ,</li><li>सन्देश,</li><li>सोशल एकाउंट्स,</li><li>अन्य गोपनीय जानकारियां। </li></ol></div><div><b>2. जूस जैकिंग स्कैम होता कैसे है ? </b></div><div><br /></div><div>जूस जैकिंग स्कैम की शुरआत होती है , साइबर अपराधियों के द्वारा सार्वजनिक स्थान रेलवे स्टेशन , बस स्टॉप हवाई अड्डे, होटल्स , कैफ़े अन्य भीड़भाड़ वाली जगह पर लगे USB चार्जिंग पोर्ट पर मैलवेयर सॉफ्टवेयर को चिप के जरिये इनस्टॉल करने से और लोग इस जूस स्कैम का शिकार होते है अपनी लापरवाही से जैसे कि :-</div><div><ol><li> इलेक्ट्रॉनिक गैजेट जैसे मोबाइल लैपटॉप जो कि अब सभी usb चार्जिंग सपोर्ट वाले आ रहे है , इनकी बैटरी कम होने पर चार्जिंग पॉइंट खोजने लगते है , यदि हम सार्वजनिक स्थान पर है तो चार्जिंग की आवश्यकता इतनी बढ़ जाती कि हम ध्यान दिए बिना जल्दबाजी में अपने गैजेट को USB चार्जिंग में लगा देते है। </li><li> USB पोर्ट में चार्जिंग में लगाने में डिवाइस में कई विकल्प शो होते है जैसे कि ओनली चार्जिंग / चार्जिंग प्लस डाटा ट्रांसफर। गलती यही होती है इन विकल्पों में ध्यान न देना। </li><li>USB चार्जिंग पोर्ट में डिवाइस चार्ज में लगते ही , USB चार्जिंग पोर्ट में इनस्टॉल मैलवेयर सॉफ्टवेयर एक्टिव हो अपने कार्य में लग जाता है। </li><li>डिवाइस उपयगोकर्ता अपने कार्य में मगन रहता है और मैलवेयर अपने डाटा ट्रांसफर के काम में लगा होता है। </li><li>हमे इस स्कैम की भनक तब तक नहीं लगती जब तक हम इस स्कैम से आर्थिक और मानसिक क्षति के शिकार नहीं होते है। </li></ol><div><b>3. जूस जैकिंग स्कैम से कैसे बचे ? </b></div><div><br /></div><div>जूस जैकिंग स्कैम हो या अन्य कोई साइबर स्कैम सभी से बचा जा सकता है , बस हमे जागरूक रहने की अति आवश्यक। </div><div><ol><li> रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप , हवाई अड्डे, होटल , कैफ़े या अन्य सार्वजनिक क्षेत्रों में लगे USB चार्जिंग पोर्ट से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को चार्ज करने से बचे। </li><li>यदि चार्ज करते भी है , तो ओनली चार्जिंग विकल्प को ऑन रखें। </li><li>प्रयास पूरा कि AC चार्जिंग पोर्ट पर ही अपने इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को चार्ज करे। </li><li>प्रत्येक इलेट्रॉनिक डिवाइस मोबाइल फ़ोन या लैपटॉप के केबल के साथ अडॉप्टर भी मिलता है उसको साथ रखे। </li></ol></div></div></div><div style="text-align: justify;"><br /></div>Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-7504872947854718997.post-33946566285159561362024-02-24T00:09:00.002+05:302024-02-24T00:09:59.926+05:30मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना क्या है ? kanya sumangla yojna - uttar pradesh gk <div style="text-align: justify;">www.lawyerguruji.com</div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">नमस्कार मित्रों ,</div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">आज के इस लेख में हम जानेंगे कि <b>मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना क्या है ? </b>उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश की बेटियों के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए उठाया गया एक कदम जो कि बेटियों के हित के लिए है। मुख्यमंत्री कांय सुमंगला योजना के तहत प्रदेश की बेटियों को उनके जन्म से लेकर उनकी शैक्षिक शिक्षा तक आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करना है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEia39D7t4tRLaAgv2HxQ7BXNpysRs9sdHRVFEB5esqlR8UcQl2Qurn7SfBlHMyh0xJqvH6TV95C44zWLaMxW7jrLeITeAXg476qrT9TmxtBA2tVWtqfuZqstOEzMIglt0AdzkbMfWHNh5gtpRdpKwdN7LBwIBXfWwhi7FH5Uemyffuhvr8IBVFrKT1x2j9_/s640/kanya%20sumangala%20yojna%20.png" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img alt="मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना क्या है ? kanya sumangla yojna" border="0" data-original-height="360" data-original-width="640" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEia39D7t4tRLaAgv2HxQ7BXNpysRs9sdHRVFEB5esqlR8UcQl2Qurn7SfBlHMyh0xJqvH6TV95C44zWLaMxW7jrLeITeAXg476qrT9TmxtBA2tVWtqfuZqstOEzMIglt0AdzkbMfWHNh5gtpRdpKwdN7LBwIBXfWwhi7FH5Uemyffuhvr8IBVFrKT1x2j9_/s16000/kanya%20sumangala%20yojna%20.png" title="मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना क्या है ? kanya sumangla yojna" /></a></div><br /><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">इस मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना को लेकर आपके मन में कई तरह के सवाल उठ रहे होंगे कि :-</div><div style="text-align: justify;"><ol><li><b>कन्या सुमंगला योजना क्या है ?</b></li><li><b>कन्या सुमंगला योजना के तहत किन बेटियों को लाभ मिलेगा ?</b></li><li><b>कन्य सुमंगला योजना के तहत बेटियों को क्या लाभ मिलेगा ?</b></li><li><b>कांय सुमंगला योजना का लाभ कैसे उठायें ?</b></li><li><b>कन्या सुमंगला योजना का लाभ उठाने के लिए आवश्यक दस्तावेज क्या है ? </b></li></ol><div>इन सभी सवालों के जवाब विस्तार से जाने। </div><div><br /></div><div><b>1. कन्या सुमंगला योजना क्या है ?</b></div><div><br /></div><div>मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश की सभी बेटियों के विकास, उन्नति और उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए इस कामना को पूर्ण करने के लिए यह योजना लागु की गयी है। इस योजना के तहत प्रदेश की बालिकाओं के जीवन , संरक्षण ,स्वास्थ एवं शिक्षा जैसे मौलिक अधिकार प्रदान किये गए है। </div><div><br /></div><div>सुमंगला योजना के तहत बालिकाओं को उत्तर प्रदेश सरकार उनके जन्म से लेकर उनके शिक्षण तक 6 चरणों में 15000 रुपए तक आर्थिक सहायता की जाएगी। </div><div><br /></div><div>कन्या ,सुमंगला योजना का मुख्य उद्देश्य निम्न है :-</div><div><ol><li>प्रदेश में स्वस्थ एवं शिक्षा की स्थिति को शुदृढ़ करना। </li><li>प्रदेश में कन्या भूर्ण हत्या को समाप्त करना। </li><li>बाल विवाह की कुप्रथा को रोकना। </li><li>प्रदेश में समान लिंगानुपात स्थापित करना। </li><li>नवजात कन्या के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करना। </li><li>उत्तर प्रदेश में बालिका के जन्म के प्रति आमजन में सकारात्मक सोच विकसित करना व् उनके उज्व्वल भविष्य की आधारशिला रखना। </li></ol></div><div><b>2. कन्या सुमंगला योजना के तहत किन बेटियों को लाभ मिलेगा ? </b></div><div><br /></div><div>कन्या सुमंगला योजना के तहत बेटियों को मिलने वाले में केवल उन्ही बेटीयों को मिलेंगे जो इस योजना में वनिर्दिष्ट पात्रताओं को पूर्ण करती है , ये निंम्न है :-</div><div><ol><li> लाभार्थी का परिवार उत्तर प्रदेश का निवासी हो तथा उसके पास स्थायी निवास प्रमाण पत्र हो जिसमे राशन कार्ड / आधार कार्ड / वोटर पहचान पत्र / विद्युत् / टेलीफोन का बिल मान्य होगा। </li><li>लाभार्थी की पारिवारिक वार्षिक आय अधिकतम 3 लाख रूपये हो। </li><li>किसी परिवार की अधिकतम दो ही बच्चियों को कन्या सुमंगला योजना का लाभ प्राप्त होगा। </li><li>परिवार में अधिकतम दो बच्चे हो। </li><li>किसी महिला को द्वितीय प्रसव से जुड़वाँ बच्चे होने अपर तीसरी संतान के रूप में लड़की को भी लाभ अनुमन्य होगा। यदि किसी महिला को पहल प्रसव में बालिका है व् दद्वितीय प्रसव में दो जुड़वा बालिकायें ही होती है तो केवल ऐसी अवस्था में ही तीनों बालिकाओं को लाभ अनुमन्य होगा। </li><li>यदि किसी परिवार ने अनाथ बालिका को गॉड लिया हो , परिवार की जैविक संतानों तथा विधिक रूप में गोद ली गयी संतान को सम्मिलित करते हुए अधिकतम दो बालिकायें इस योजना की लाभार्थी होंगी। </li></ol></div><div><b>3. कन्या सुमंगला योजना के तहत बेटियों को क्या लाभ मिलेगा ?</b></div><div><br /></div><div>कन्या सुमंगला योजना के तहत बेटियों को मिलने वाले लाभ 6 चरणों में प्रदान किये जायेंगे जो की निम्न है :-</div><div><br /></div><div><b>1. प्रथम चरण </b>- नवजात बालिकाओं को उनके जन्म के दौरान जो कि तिथि 01 / 04 / 2019 या उसके पश्चात हुआ है , 2000 रूपये एक मुश्त धनराशि से लाभान्वित किया जायेगा। </div><div><br /></div><div><b>2. द्वितीय चरण </b>- वह बालिकायें जिनकी एक वर्ष के भीतर सम्पूर्ण टीकाकरण हो हुआ है तथा उनका जन्म तिथि 01 / 04 2018 से पहले न हुआ हो इन बालिकाओं को 1000 रूपये की एक मुश्त धनराशि स लाभान्वित किया जाएगा। </div><div><br /></div><div><b>3.तृतीय चरण -</b> इस चरण में वे बालिकायें सम्मिलित हॉंगी जिन्होंने चालू शैक्षणिक सत्र के दौरान प्रथम कक्षा में प्रवेश लिया हो इन्हे 2000 रूपये की एक मुश्त धनराशि से लाभान्वित किया जायेगा। </div><div><br /></div><div><b>4. चतुर्थ चरण -</b> इस चरण में वे बालिकायें सम्मिलित होंगी जिन्होंने चालू शैक्षिणिक सत्र के दौरान छाती कक्षा में प्रवेश ले लिया हो इन्हे 2000 रूपये की एक मुश्त धनराशि से लाभान्वित किया जायेगा। </div><div><br /></div><div><b>5.पंचम चरण -</b> इस चरण में वे बालिकायें सम्मिलित होंगी जिन्होंने चालू शैक्षणिक सत्र के दौरान नव कक्षा में प्रवेश ले लिया है इन्हे 3000 रूपये की एक मुश्त धनराशि से लाभांवित किया जायेगा। </div><div><br /></div><div><b>6.षष्टम चरण -</b> इस चरण में वे सभी बालिकायें सम्मिलित होंगी जिन्होंने 10 वीं / 12 वीं कक्षा उत्तीर्ण करके चालू शैक्षणिक सत्र के दौरान स्नातक -डिग्री या कम से कम दो वर्षीय डिप्लोमा में प्रवेश लिया हो , इन्हे 5000 रूपये की एक मुश्त धनराशि से लाभान्वित जिया जायेगा। </div><div><br /></div><div><b>4. कन्या सुमंगला योजना का लाभ कैसे उठायें ? </b></div><div><br /></div><div>कन्या सुमंगला योजना का लाभ उठाने के लिए बालिकायें स्वयं या उनके माता पिता या अभिभावक द्वारा आवेदन पत्र दाखिल किया जा सकेगा। </div><div><br /></div><div>कन्या मुनगला योजना के तहत इस लाभ की प्राप्ति के लिए आवेदक कन्या सुमंगला योजना सरकार क ी अधिकृत वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन कर सकेंगे। </div><div><br /></div><div>यदि आवेदक ऑनलाइन आवेदन करने में असमर्थ है तो आवेदक ऑफलाइन माध्यम से जरिये खंड विकास अधिकारी / उपजिलाधिकारी / जिला परिवीक्षा अधिकारी / उप मुख्य परिवीक्षा अधिकारी के कार्यालय में जमा कर सकेगा। </div><div><br /></div><div><b>5. कन्या सुमंगला योजना का लाभ उठाने के लिए आवश्यक दस्तावेज क्या है ?</b></div><div><br /></div><div>कन्या सुमंगला योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदक को निम्न दस्तावेजों को प्रस्तुत करना होगा :-</div><div><ol><li>आवेदन पत्र पर माता -पपीता / अभिभावक का बालिका के साथ नवीनतम संयुक्त फोटो होना अनिवार्य है। </li><li>माता -पिता के आधार कार्ड व् बालिका का आधार कार्ड (यदि उपलब्ध हो ) की प्रतिलिपि आवेदन [पत्र के साथ संलग्न / अपलोड होगी। </li><li>आधार कार्ड उपलब्ध न होने की दशा में फोटो पहचान पत्र में से कोई एक अनिवार्य रूप में संलग्न / अपलोड किया जाएगा जैसे कि :- पैन कार्ड ,वोटर पहचान पत्र ,ड्राइविंग लाइसेंस , पासपोर्ट , बैंक / पोस्ट पासबुक , सरकारी नौकरी में कार्यरत है तो विभागीय पहचान पत्र पेंशनर हप्तो पहचान पत्र। </li><li>परिवार की वार्षिक आय के सम्बन्ध में प्रमाणपत्र। </li><li>बालिका का नवीनतम फोटो आवेदन के संलग्न / अपलोड किया जायेगा। </li><li>एक परिवार में 1 से अधिक लाभार्थी होने की दशा में दूसरी बालिका का आवेदन पत्र भरे जाने के दौरान पहले से पंजीकृत बालिका की कन्या सुमंगला योजना पहचान / पंजीकरण संख्या का उल्लेख करना होगा जिससे परिवार आई दी जारी की जा सके। </li><li>सभी संलग्नक आवेदन द्वारा स्वयं सत्यापित करनेके उपरांत ही संलग्न / अपलोड किये जायेंगे। </li><li>आवेदक को एक स्थायी मोबाइल आवेदन के समय देना हिअ जिससे आवेदन सम्बन्धी रसीद / पहचान संख्या / आईडी उक्त मोबाइल नंबर पर प्रेषित किया जा सके। </li><li>यदि आवेदक के पास स्वयं का मोबाइल नंबर नहीं है तो किसी निकटवर्ती व्यक्ति का मोबाइल नंबर अंकित किया जा सकेगा। </li><li>यद्यपि किसी के पास यदि मोबाइल नंबर नहीं है तो आवेदक मोबाइल नंबर के बिना भी आवेदन क्र सकता है। </li><li>निर्धारित संलग्न प्रारूप संख्या 1 पर शपथ पत्र 10 रूपये के स्टाम्प पेपर पर देना अनिवार्य है। </li><li>शपथ पत्र पिता , पिता के न होने पर माता तथा माता -पिता दोनों के न होने पर अभिभावक द्वारा दिया जायेगा। </li><li>यदु बालिका व्यस्क है तो शपथ पत्र स्वयं बालिका द्वारा भी दिया जा सकता है। </li><li>शपथपत्र में आवेदक का नाम , पता , परिवार के सदस्य तथा बच्चों की संख्या , परिवार की वार्षिक आय , बालिका के जन्म सम्बन्धी विवरण आदि की जानकारी उल्लेखित की जाएगी। </li></ol></div></div>Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-7504872947854718997.post-59939656114056182392024-02-20T20:17:00.002+05:302024-02-20T21:20:39.053+05:30डिक्री क्या है ? डिक्री के आवश्यक तत्व क्या है ? डिक्री के प्रकार ? what is decree , essential element of decree and types of decree <div style="text-align: justify;">www.lawyerguruji.com</div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">नमस्कार मित्रों ,</div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"> आज इस लेख में हम जानेंगे कि<b> डिक्री क्या है ? </b>सिविल मामलों में सिविल अधिकारिता वाले सिविल न्यायालय द्वारा अपने क्षेत्राधिकार के भीतर विवादित विषय वस्तु के सम्बन्ध में पक्षकारों के अधिकारों का निश्चायक रूप से अवधारण करना। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">डिक्री को लेकर उठ रहे होंगे जैसे कि :-</div><div style="text-align: justify;"><ol><li><b>डिक्री क्या है ?</b></li><li><b>डिक्री के आवश्यक तत्व क्या है ?</b></li><li><b>डिक्री के प्रकार ?</b></li></ol><div>इन सभी को विस्तार से समझे। </div><div><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiUQNUDv-fYYfqCbOS4_smSpvqOjfrse2I3X8Nn-kS5B4Wr_q9XgnN0uyJ-BAK7rzTmdTGoB3njJaBOxV-ID4tL9Kf9T6-L2qSRsOgYQNYbPosCmfblLyy7oH2a0d-zRmNdfw6uk2erz8FnF0iezzUrWPNxuV7MLujK6IF5fwG4cjfuhFUeqVTz_K3Dlv5I/s640/decree%20.png" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img alt="डिक्री क्या है ? डिक्री के आवश्यक तत्व क्या है ? डिक्री के प्रकार ? what is decree , essential element of decree and types of decree" border="0" data-original-height="360" data-original-width="640" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiUQNUDv-fYYfqCbOS4_smSpvqOjfrse2I3X8Nn-kS5B4Wr_q9XgnN0uyJ-BAK7rzTmdTGoB3njJaBOxV-ID4tL9Kf9T6-L2qSRsOgYQNYbPosCmfblLyy7oH2a0d-zRmNdfw6uk2erz8FnF0iezzUrWPNxuV7MLujK6IF5fwG4cjfuhFUeqVTz_K3Dlv5I/s16000/decree%20.png" title="डिक्री क्या है ? डिक्री के आवश्यक तत्व क्या है ? डिक्री के प्रकार ? what is decree , essential element of decree and types of decree" /></a></div><br /><div><br /></div><div><br /></div><div><b>1. डिक्री क्या है ?</b></div><div><br /></div><div>सिविल प्रक्रिया संहिता 1908 की धारा 2 उपधारा 2 में डिक्री को परिभाषित किया गया है। डिक्री से ऐसे न्यायनिर्णय की प्रारूपिक अभिव्यक्ति अभिप्रेत है जो , जहां तक कि वह उसे अभिव्यक्त करने वाले न्यायालय से सम्बंधित है, वाद में के सभी या किन्ही विवादग्रस्त विषयों के सम्बन्ध में पक्षकारों के अधिकारों का निश्चायक अवधारण करता है और डिक्री प्रारंभिक और अंतिम हो सकेगी। </div><div><br /></div><div>यह समझा जायेगा की डिक्री के अंतर्गत वाद पत्र का नामंजूर किया जाना और धारा 144 के भीतर किसी प्रश्न का अवधारण करना आता है। </div><div><br /></div><div>किन्तु डिक्री के अंतर्गत :-</div><div><ol><li> न तो ऐसा कोई न्यायनिर्णय आएगा जिसकी अपील , आदेश की अपील की भांति होती है , और </li><li>न व्यतिक्रम के लिए ख़ारिज करने का कोई आदेश आएगा। </li></ol><div><b>2. डिक्री के आवश्यक तत्त्व क्या है ? </b></div></div><div><br /></div><div>डिक्री के आवश्यक तत्व क्या होंगे ये तो न्यायालय अपने एक वाद में बताया है। ए० सतनाम बनाम सुरेंदर कौर (2009 2 एस सी सी 562 ) डिक्री केअवश्यक तत्वों को बताया गया है। </div><div><ol><li>डिक्री में न्यायनिर्णय होना चाहिए। </li><li>ऐसा न्यायनिर्णय वाद में किया जाना चाहिए। </li><li>न्यायनिर्णय द्वारा पक्षकारों अधिकारों का विनिश्चय किया जाना चाहिए। </li><li>ऐसा विनिश्चय निष्कर्षात्मक प्रकृति का होना चाहिए। </li><li>ऐसे विनिश्चय की औपचारिक अभिव्यक्ति होनी चाहिए। </li></ol><div><b>3. डिक्री के प्रकार ? </b></div></div><div><br /></div><div>सिविल प्रक्रिया संहिता 1908 के तहत डिक्री के निम्न प्रकार है :-</div><div><ol><li><b>प्रारंभिक डिक्री। </b></li><li><b>अंतिम डिक्री। </b></li></ol><div><b>1. प्रारंभिक डिक्री -</b> प्रारंभिक डिक्री किसी सिविल वाद में तब पारित की जाती है जब कोई न्यायनिर्णय वाद में विवादास्पद विषयों में से या किन्ही के सम्बन्ध में पक्षकारों के अधिकारों का विनिश्चय करता है , किन्तु वाद का पूर्णरूपेण निपटारा नहीं , वहां ऐसी डिक्री को प्रारंभिक डिक्री कहा जयएगा। </div><div><br /></div><div>निम्नलिखित मामलों में प्रारंभिक डिक्री पारित की जाती है :-</div><div><ol><li>कब्ज़ा , किराया और मध्यवर्ती लाभ के वाद में। </li><li>प्रशासनिक वाद में ,</li><li>अग्रक्रयाधिकार (pre - emption ) के वाद में। </li><li>भागीदारी समाप्ति के लिए वाद ,</li><li>मालिक और अभिकर्ता के हिसाब के लिए वाद ,</li><li>विभाजन और पृथक कब्जे के लिए वाद ,</li><li>पुरोबंध वाद ( foreclosure ) के लिए वाद, </li><li>बंधक संपत्ति के विक्रय के लिये वाद, </li><li>बंधक मोचन के लिए वाद। </li></ol><div>प्रारंभिक डिक्री केवल उन्ही मामलों में पारित की जा सेकगी जिसके बारें में संहिता में स्पष्ट रूप से व्यवस्था की गयी है। </div></div><div><br /></div><div><b>2. अंतिम डिक्री। </b></div><div><br /></div><div>अंतिम डिक्री किसी वाद में जहाँ न्यायनिर्णय मामले को पूर्णरूपेण से निपटा दिया जाता है , वहां डिक्री अंतिम डिक्री कही जाएगी। कोई डिक्री अंतिम डिक्री तब हो जाती है , यदि वह सक्षम न्यायालय द्वारा पारित कर दी गयी है और उसके विरुद्ध कोई अपील संस्थित नहीं की गयी है। </div><div> </div></div></div>Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-7504872947854718997.post-56406208701318568752024-02-12T23:54:00.002+05:302024-02-12T23:54:56.284+05:30उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना क्या है और मुख्य मंत्री बाल सेवा योजना के तहत बच्चों को मिलने वाले लाभ क्या है ? general knowledge <div style="text-align: justify;">www.lawyerguruji.com</div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">नमस्कार मित्रों,</div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">आज के इस लेख में हम जानेंगे कि<b> उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना क्या है ?</b> बाल योजना जो कि बच्चों से सम्बंधित है जिनकी उम्र 0 से 18 वर्ष है , 0 यानी नवजात शिशु जो कि तुरंत जन्म है। दिसंबर 2019 में सम्पूर्ण विश्व में भयंकर जानलेवा महामारी आयी थी जिसके कारण से सम्पूर्ण देश की अर्थ व्यवस्था और व्यक्तियों की हानि हुई। वे व्यक्ति जिनपर उनके परिवार निर्भर से उन्हें अत्यधिक हानि हुई। छोटे -छोटे बच्चों के सर से उनके माता पिता का हाथ हट जाना , इन बच्चों को अत्यधिक कष्टदायक हुआ। इन अनाथ बच्चों की भरण पोषण की समस्या को नज़र में रखते हुए, उत्तर प्रदेश सरकार ने बच्चो के भरण पोषण और हितों का ध्यान रखते हुए एक योजना का आरंभ किया , जो कि उत्तर प्रदेश मुख्य मंत्री बल सेवा योजना के नाम से जानी जायगी। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">इस योजना को लेकर आपके मन में कई तरह के सवाल उठ रहे होंगे जैसे कि :-</div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjK_1P41Go4guwWI9g7WEJ-sXvSfPTGtqFN3zvPPcVFCym3B25wWje96yd-3_5TzS4Ctcr02LhyphenhyphenNgPgey1cSrZSVK35QiUuRh7jrzDUmZnFjzKGo_b5mK2I5C3Cef_mNNhJnkODVxtQMZGeYipIj6Q5QiP2ePOlyi4T45AKOZtzNj0BVFfGltBjDV3x5Czv/s640/BAAL%20SEW%20AYOJNA%20.png" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img alt="उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना क्या है और मुख्य मंत्री बाल सेवा योजना के तहत बच्चों को मिलने वाले लाभ क्या है ? general knowledge" border="0" data-original-height="360" data-original-width="640" height="180" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjK_1P41Go4guwWI9g7WEJ-sXvSfPTGtqFN3zvPPcVFCym3B25wWje96yd-3_5TzS4Ctcr02LhyphenhyphenNgPgey1cSrZSVK35QiUuRh7jrzDUmZnFjzKGo_b5mK2I5C3Cef_mNNhJnkODVxtQMZGeYipIj6Q5QiP2ePOlyi4T45AKOZtzNj0BVFfGltBjDV3x5Czv/w320-h180/BAAL%20SEW%20AYOJNA%20.png" title="उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना क्या है और मुख्य मंत्री बाल सेवा योजना के तहत बच्चों को मिलने वाले लाभ क्या है ? general knowledge" width="320" /></a></div><br /><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><div>इन सभी सवालों के जवाब हम विस्तार से जाने। </div><div><br /></div><div><b>1. मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना क्या है ? </b></div><div><br /></div><div>मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आरंभ की गयी एक ऐसी योजना जिनके अंतर्गत वे बाल / बच्चें लाभ्यार्थी होंगे जिनके माता -पिता , माता या पिता दोनों में से किसी एक की भी मृत्यु कोरोना वायरस संक्रमण की महामारी के कारण हुई है। </div><div><br /></div><div>मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में अनाथ बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के साथ-साथ अन्य सुविधाएँ भी प्रदान करना है। इस योजना की मुख्य विशेषताएं निम्न है :-</div><div><ol><li>कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अनाथ / निराश्रित बच्चों की देखभाल / भरण पोषण हेतु 4000 रूपये तक की आर्थिक सहायता। </li><li>10 वर्ष की काम उम्र के अनाथ / निराश्रित बच्चों को राजकीय बाल गृह (शिशु ) में आवासित कर उनकी देखभाल की जाएगी। </li><li>अनाथ नाबालिग बच्चियों की देखभाल व् उनकी पढाई कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालयों सरकार के सहयोग से प्रदेश सरकार करेगी। </li><li>अनाथ सभी बालिकाओं की शादी की उम्र में शादी हेतु 101000 रूपये तक सहायता राशि उपलब्ध कराएगी। </li><li>प्रदेश सरकार स्कूल / कॉलेज में पढ़ रहे व्यावसायिक शिक्षा ग्रहण कर रहे ऐसे सभी बच्चों को टेबलेट / लैपटॉप की सुविधा उपलब्ध कराएगी। </li></ol><div><b>2. किन बच्चों को मुख्य मंत्री बाल सेवा योजना का लाभ मिलेगा ? </b></div></div><div><br /></div><div>मुख्य मंत्री बाल सेवा योजना के योजना से लाभान्वित किये जाने वाले बच्चों को तीन श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है। </div><div><ol><li>0 से 18 वर्ष की उम्र तक के ऐसे सभी बच्चे जिनके माता तथा पिता दोनों की मृत्यु कोविड 19 के संक्रमण से महामारी के दौओरान हो या जिनके माता या पिता में से के की मृत्यु 01 मार्च 2020 से पहले हो गयी तथा दूसरे की मृत्यु कोविड 19 के संक्रमण से महामारी के दौरान हो गयी हो या माता व् पिता दोनों की मृत्यु 01 मार्च 2020 से पहले हो गयी थी तथा उसके वैध संरक्षण ( legal guardian ) की मृत्यु कोविड 19 के संक्रमण से महामारी के दौरान हो गयी हो। </li><li>0 से 18 की उम्र तक के ऐसे बच्चे सभी बच्चे शामिल किया जायेगा जिन्होंने कोविड 19 के कारण अपने मयता पिता में से आय अर्जित करने वाले अभिभावक को खो दिया हो तथा वर्तमान में जीवित माता सहित परिवार की आय 2 लाख रूपये प्रतिवर्ष से अधिक न हो। </li><li>कोविड 19 से मृत्यु के साक्ष्य के लिए Antigen या RT -PCR की +ve Test Report Blood ता CTScan कोविड 19 इंफेक्शन होंना माना जा सकता है। कोविड 19 का patient कपितय परिस्थियों में negative आने के बाद Post Covid Complication में उसकी मृत्यु हो सकती है। वह मृत्यु भी Post Covid 19 की वजह से ही मणि जाएगी। </li></ol><b>3. मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की पात्रता हेतु अन्य शर्ते क्या है ? </b></div><div><br /></div><div>मुख्य मंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत बाल सेवा योजना लाभान्वित बच्चों के लिए अन्य शर्तों का भी उल्लेख किया गया है। </div><div><ol><li>लाभ्यर्थी अनिवार्य रूप से उत्तर प्रदेश का मूल निवासी हो। </li><li>एक परिवार के सभी ( जैविक तथा कानूनी रूप से गोद लिए गए ) बच्चों को योजना का लाभ मिल सकेगा। </li><li>01 मार्च 2020 को या बाद उपरोक्त 02 श्रेणी में आने वाले बच्चों को ही योजना का लाभ दिया जा सकेगा। </li></ol><b>4. मुख्य मंत्री बाल सेवा योजना के तहत बच्चों को मिलने वाले लाभ क्या है ? </b></div><div><b><br /></b></div><div> मुख्य मंत्री बाल योजना के तहत बच्चों को मिलने वाले लाभ निम्न है :-</div><div><ol><li>उपरोक्त श्रेणियों के 01 से 10 वर्ष तक की आयु के सभी बच्चों के वैध संरक्षक के बैंक खातें में 4000 रु प्रतिमाह की धनराशि देय होगी। बशर्ते औपचारिक शिक्षा हेतु उनका पंजीयन किसी म,मान्यता प्राप्त विद्यालय में कराया गया हो। इसके अतिरिक्त ऐसे बचे जो पूर्णयता अनाथ हो गए हो एवं बाल कल्याण समिति के आदेश से विभाग के अंतर्गत संचालित बाल्य देखभाल संस्थाओं में आवासित कराये गए हो , उनका कक्षा 6 से 12 तक शिक्षा हेतु अटल आवासीय विद्यालयों तथा कस्तूरबा गाँधी आवसीय विद्यालयों में प्रवेश कराया जायेगा। </li><li>11 से 18 वर्षतक आयु के सभी बच्चों की कक्षा 12 तक की निशुल्क शिक्षा हेतु अटल आवासीय विद्यालयों तथा कस्तूरबा गाँधी प्रवेश जरया जायेगा तथा विद्यलयों की 3 महीने की अवकाश हेतु बच्चे की देखभाल हेतु प्रतिमाह 4000 /- रूपये दर 12000 /- रूपये की धनराशि प्रतिवर्ष वैध संरक्षक जिसकी अभिरक्षामे बच्चा हो उसके बैंक खातें में हस्तांतरित की जाएगी तथा उक्त धनराशि कक्षा 12 तक या 18 वर्ष की आयु पूर्णहोने तक जो भी पहले हो देय होगी। </li><li>यदि बच्चों के संरक्षक उपरोक्त आवसीय विद्यालयों में किसी कारण से प्रवेश नहीं दिलाना चाहते हो तो बच्चों की देखरेख व् शिक्षा हेतु उनको 18 वर्ष की आयु होने अथवा कक्षा 12 तक की शिक्षा पूरी होने तक 4000 /- रूपये की धनराशि दी जाएगी बशर्ते बच्चे की औपचारिक शिक्षा हेतु अनिवार्य रूप किसी मान्यता प्राप्त विद्यालय में प्रवेश दिलाया गया हो। </li><li> प्रदेश सरकार ऐसी सभी बालिकाओं की शादी हेतु 101000 /- धराशि उपलब्ध कराएगी। </li><li>उपरोक्त शेरनी के अंतर्गत आने वाले कक्षा 9 ऊपर की कक्षा में अथवा व्यवसायिक शिक्षा प्राप्त कर रहे 18 वर्ष तक के छात्रों के बच्चों को टेबलेट / लैपटॉप की सुविधा एक बार उपलब्ध कराएगी। </li><li>उपरोक्त के अतिरिक्त बच्चे जिनके माता पिता की मृत्यु हो गयी हो उनके बालिग होने तक उनकी चल -अचल संपत्ति की सुरक्षा हेतु जिला मजिस्ट्रेट संरक्षक होंगे तथा संपत्ति से सम्बंधित कानूनी विवादों ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से विधिक सहायता उपलब्ध करायेंगे। </li><li>वैध संरक्षक का चिन्हांकन जनपद स्तरीय टास्क फाॅर्स द्वारा किया जायेगा तथा जनपद स्तरीय टास्क फाॅर्स ऐसे प्रकरणों का सतत अनुश्रवण भी करेगी। </li><li>जिला बाल संरक्षण इकाई व् बाल कल्याण समिति द्वारा उपरोक्त बच्चों की शिक्षा ,पोषण , शारीरिक व् प्रत्येक स्वास्थ आदि के सम्बन्ध में निरंतर फ़ॉलोअप किया जायेगा तथा अपनी रिपोर्ट अनिवार्य रूप से प्रत्येक तिमाही पर जनपद सस्तरीय टास्क फाॅर्स के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी। </li><li>जिला प्रोबेशन अधिकारी को जनपद की मांग के अनुसार बजट आवंटन किया जायेगा। </li></ol></div><div> </div><div><br /> </div><div><br /></div><div><br /></div></div>Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-7504872947854718997.post-32794941598181159632024-02-10T23:29:00.001+05:302024-02-10T23:29:32.607+05:30 परीक्षा के पेपर लीक होने पर सजा क्या होगी ? सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम ) विधयेक 2024 www.lawyerguruji.com <div><br /></div><div>नमस्कार मित्रों ,</div><div><br /></div><div style="text-align: justify;">आज के इस लेख में हम जानेंगे कि <b>परीक्षा के पेपर लीक होने पर सजा क्या होगी ?</b> छात्र प्रतियोगिता परीक्षाओं , भर्ती परीक्षाओं के लिए कड़ी महेनत करते है, इस मेहनत के साथ वे अपना कीमती समय भी लगाते है, लेकिन इन छात्रों को सबसे बड़ा दुःख, पीड़ा और मानसिक तनाव तब होता है , जब उन्हें इस बात की खबर मिलती है कि जिस परीक्षा को वे देने जा रहे है या देके आये है उस पीरक्षा का पेपर लीक हो गया है या परीक्षा केंद्र में नकल हुई है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">परीक्षा पेपर लीक, नकल , परीक्षा केंद्र में गड़बड़ी सम्बंधित गड़बड़ी की रोकथाम, नियंत्रण निवारण के लिए केंद्रीय सरकार ने विधयेक लोक सभा में प्रस्तुत किया। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम ) विधयेक 2024 जिसमे परीक्षा पेपर गड़बड़ी सम्बन्धी प्रावधान है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">इस विधयेक को विस्तार से समझे। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgohLBFz2MOGkA79g8NYCk6wLsUDhxWPvqcT_fAeYAQS_GD_rYG5j1ZSCITQE0sBWRMNFlYQMomeOHrMa_iUCsDy_M8uNWxpqirJydQ8A8iKSMvjTBRoAPvGGjoqyJej9hslyB9qzxvPbswiRL5Zi_qjhiQCnQ1tY7vMo2z6SkSLykX_7sgiSpmSmgWZyrC/s640/exam%20paper%20leak%20punishment%20%20(1).png" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img alt="परीक्षा के पेपर लीक होने पर सजा क्या होगी ? सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम ) विधयेक 2024" border="0" data-original-height="360" data-original-width="640" height="180" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgohLBFz2MOGkA79g8NYCk6wLsUDhxWPvqcT_fAeYAQS_GD_rYG5j1ZSCITQE0sBWRMNFlYQMomeOHrMa_iUCsDy_M8uNWxpqirJydQ8A8iKSMvjTBRoAPvGGjoqyJej9hslyB9qzxvPbswiRL5Zi_qjhiQCnQ1tY7vMo2z6SkSLykX_7sgiSpmSmgWZyrC/w320-h180/exam%20paper%20leak%20punishment%20%20(1).png" title="परीक्षा के पेपर लीक होने पर सजा क्या होगी ? सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम ) विधयेक 2024" width="320" /></a></div><br /><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b>1. सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम ) विधयेक 2024 क्या है ?</b></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">हाल ही में देश में प्रतियोगिता परीक्षाओं , भर्ती परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लीक होने और नकल होने की ख़बरें अत्यधिक संख्या आयी , विभिन्न श्रोतों के अंकों से मालूम पड़ा कि पिछले पांच वर्षों में 16 राज्यों में परीक्षा पेपर लीक और नकल की कई घटनाएं हुई जिसके परिणामस्वरूप देश में सरकारी नौकरियों में होने वाली भर्ती प्रक्रिया बाधित हुई। इन परीक्षा पेपर लीक से नौकरी भर्ती प्रक्रिया को बाधित होने से रोकने के लिए इन पर नियंत्रण के लिए और निवारण के लिए इस विधेयक को पारित किया गया। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">इस विधेयक का उद्देश्य सार्वजनिक परीक्षाओं में अनुचित साधनों के उपयोग को रोकना है सार्वजनिक परीक्षाओं का तात्पर्य विधेयक की अनुसूची के तहत निर्दिष्ट अधिकारीयों द्वारा या केंद्रीय सरकार द्वारा अधिसूचित परीक्षाओं से है इनमें शामिल है :-</div><div style="text-align: justify;"><ol><li>संघ लोक सेवा आयोग। </li><li>कर्मचारी चयन आयोग। </li><li>रेलवे भर्ती बोर्ड। </li><li>राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी। </li><li>बैंकिंग कार्मिक चयन संस्था। </li><li>केंद्रीय सरकार के विभाग और भर्ती के लिए उनके संलग्न कार्यालय। </li></ol><div><b>2. सार्वजानिक परीक्षाओं से सम्बंधित अपराध और सजा क्या होगी ? </b></div><div><br /></div><div>सार्वजनिक परीक्षा ( अनुचित साधनों की रोकथाम ) विधेयक 2024 की धारा 3 के तहत सार्वजनिक परीक्षाओं के संबंध में कई अपराधों को परिभाषित करता है। यह सार्वजनिक परीक्षा में किसी भी अनुचित तरीके से लिप्तता को सुविधाजनक बनाने के लिए मिलीभगत या साजिश पर रोक लगाता है। यह विधेयक अनुचित साधनों को निर्दिष्ट करता है जिसमे शामिल है :-</div><div><ol><li>प्रश्न पत्र या उत्तर कुंजी या उसके किसी भाग लीक होना। </li><li>प्रश्न पत्र या उत्तर कुंजी को लीक करने के लिए दूसरों के साथ मिलीभगत में भगा लेना। </li><li>बिना अधिकार के प्रश्न पत्र ऑप्टिकल मार्क रिकॉग्निशन रिस्पॉन्स शीट तक पहुँच या उसे अपने कब्जे में लेना। </li><li>किसी सार्वजनिक परीक्षा के दौरान अनाधिकृत व्यक्ति द्वारा एक या अधिक प्रश्नों का समाधान प्रदान करना। </li><li>सार्वजनिक परीक्षा में अनाधिकृत रूप से किसी भी तैरके से उम्मीदवार की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सहायता करना। </li><li>ऑप्टिकल रिकॉग्निशन रिस्पॉन्स शीट सहित उत्तर पुस्तिकाओं के साथ छेड़खाड़। </li><li>बिना किसी अधिकार के किसी वास्तविक त्रुटि को सूधारने के अलावा मूल्याङ्कन में बदलाव करना। </li><li>केंन्द्र द्वारा स्वयं या अपनी एजेंसी के माध्यम से सार्वजनिक परीक्षा आयोजित करने के लिए स्थापित मानदंडों मानकों का जानबूझकर उल्लंघन। </li><li>किसी सार्वजनिक परीक्षा में उम्मीदवारों की शॉर्टलिस्टिंग या किसी उम्मीदवार की योग्यता या रैंक को अंतिम रूप देने के लिए आवश्यक किसी भी दस्तावेज़ के साथ छेड़खाड़ करना। </li><li>सार्वजनिक परीक्षा के सञ्चालन में अनुचित साधनों की सुविधा के लिए सुरक्षा उपायों का जानबूझकर उल्लंघन। </li><li>कंप्यूटर नेटवर्क या कंप्यूटर संसाधन या कंप्यूटर सिस्टम के साथ छेड़खाड़ करना। </li><li>परीक्षाओं में अनुचित साधन अपनाने की सुविधा के लिए उम्मीदवारों बैठने की व्यवस्था हेरफेर , तारीखों और पालियों का आवंटन। </li><li>सार्वजनिक परीक्षा प्राधिकरण या सेवा प्रदाता या सरकार की किसी अधिकृत एजेंसी से जुड़े व्यक्तियों के जीवन , स्वतंत्रता धमकी देना या गलत तरीके से रोकना या किसी सार्वजनिक परीक्षा के सञ्चालन में बाधा डालना। </li><li>धोखा देने या आर्थिक लाभ के लिए फर्जी वेबसाइट बनाना। </li><li>धोखाधड़ी या आर्थिक लाभ के लिए फर्जी परीक्षा आयोजित करना फर्जी प्रवेश पत्र या प्रस्ताव जारी करना। </li></ol><div><b>3. परीक्षा पेपर लीक होने और अन्य अनुचित साधनों के होने पर सजा क्या होगी ?</b></div><div><br /></div><div>सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम ) विधेयक 2024 की धारा 10 उपधारा 1 के तहत अनुचित साधनों और अपराधों का सहारा लेने वाले किसी व्यक्ति को कम से कम 3 वर्ष तक कारावास की सजा से दण्डित किया जायेगा जिसे 5 वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है और 10 लाख रूपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। </div></div><div><br /></div><div>जुर्माने की राशि के भुगतान में चूक की स्थिति में भारतीय न्याय संहिता 2023 के प्रावधानों के अनुसार कारावास की अतिरिक्त सजा दी जाएगी , बशर्ते की जब तक भारतीय न्याय संहिता 2023 लागु नहीं हो जाती है , तब तक भारतीय दंड संहिता , उक्त अधिनियम के स्थान पर लागु होगी। </div><div><br /></div><div><b>4. क्या सेवा प्रदाता भी दाननीय होगा ? </b></div><div><br /></div><div> सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम ) विधयेक 2024 की धारा 10 उपधारा 2 के तहत सेवा प्रदाता भी दंड के भागी होंगे जो अनुचित साधनों और अपराधों का सहारा लेंगे। ऐसे सेवा प्रदाता से 1 करोड़ रूपये तक का जुर्माना परीक्षा की अनुपातिक लागत भी वसूली जाएगी और उस सेवा प्रदाता को चार वर्ष की अवधि के लिए किसी भी सार्वजनिक परीक्षा के सञ्चालन के कोई भी जिम्मेदारी नहीं सौंपने दिया जायेगा। </div><div><br /></div><div><b>5. सेवा प्रदाताओं की जिम्मेदारियों क्या होंगी ?</b></div><div><ol><li>सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम ) विधयेक 2024 के प्रावधानों के उल्लंघन की स्थिति में सेवा प्रदाताओं को पुलिस सम्बंधित परीक्षा अधिकरण को सूचना देनी होगी। </li><li>सेवा प्रदाता एक ऐसा संगठन होता है जो सार्वजनिक परीक्षा प्राधिकरण कंप्यूटर रिसोर्स अन्य सहायता प्रदान करता है। ऐसी घटनाओं की सूचना न देना अपराध होगा। </li><li>अगर सेवा प्रदत स्वयं कोई परीक्षा से सम्बंधित कोई अपराध करता है तो परीक्षा प्राधिकरण को इसकी सूचना पुलिस को देनी होगी। </li><li>विधेयक सेवा प्रदाताओं को परीक्षा प्राधिकरण की अनुमति के बिना परीक्षा केंद्र स्थानांतरित करने से रोक सकता है। </li></ol></div><div><b>5. अपराध सहमति से या मिलीभगत से किया गया तो क्या सजा होगी ?</b></div><div><br /></div><div>सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम ) विधेयक 2024 की धारा 10 उपधारा 3 के तहत जहाँ जाँच के दौरान यह स्थापित हो जाए कि इसके तहत अपराध हुआ है , यह कार्य किसी वरिष्ठ प्रबंधक निदेशक या प्रदाता फर्म के प्रभारी व्यक्तियों की सहमति से या मिलीभगत है , तो सूए कम से कम ३ कारावास की सजा से दण्डित किया जायेगा जिसे 10 वर्ष तक कारावास की सजा तक बढ़ाया जा सकता है और 1 करोड़ रूपये तक जुर्माना से दण्डित किया जायेगा। </div><div><br /></div><div>जुर्माने की राशि के भुगतान में चूक की स्थिति में भारतीय न्याय संहिता 2023 के प्रावधानों के अनुसार कारावास की अतिरिक्त सजा दी जाएगी , बशर्ते कि जब तक भारतीय न्याय संहिता 2023 लागु नहीं हो जाती , तब तक उक्त अधिनियम के स्थान भारतीय दंड संहिता 2860 के प्रावधान लागु होंगे। </div><div><br /></div><div><b>6. सार्वजनिक परीक्षा अनुचित साधनों के अपराध की पूंछताछ और जाँच कौन करेगा ? </b></div><div><br /></div><div>सार्वजनिक परीक्षा ( अनुचित साधनों की रोकथाम ) विधेयक 2024 के अनुसार सभी अपराध संज्ञेय , गैर जमानतीय और गैर शमनयोग्य होंगे , कार्यवाही अपराध जाएगी अगर यह साबित हो जाये की आरोपी ने सम्यक उद्द्यम ( due diligence ) किया था। </div><div><br /></div><div>जाँच उपाधीक्षक सहायक पुलिस आयुक्त की रैंक से काम रैंक वाले अधिकारी एक्ट के तहत अपराधी की जाँच करेंगे। </div><div><br /></div><div>केंद्र सरकार जाँच को किसी भी केंद्रीय जाँच एजेंसी को हस्तांतरित कर सकती है। </div><div><br /></div><div><br /></div></div>Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-7504872947854718997.post-89865699520136477712024-02-05T11:06:00.000+05:302024-02-05T11:06:49.429+05:30टेक सपोर्ट स्कैम क्या है और टेक सपोर्ट स्कैम से कैसे बचे ? what is tech supports scam and how to protect yourself from tech support scamwww.lawyerguruji.com <div><br /></div><div style="text-align: justify;">नमस्कार मित्रों ,</div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">आज के इस लेख में हम जानेंगे कि <b>" टेक सपोर्ट स्कैम क्या है और टेक सपोर्ट स्कैम से कैसे बचे ? " </b>जब भी आप कोई सेवा या वस्तु के उपयोग के लिए कोई भी चीज लेते है , यदि उसमे किसी भी प्रकार कोई भी समस्या आती है , तो आप उस समस्या के समाधान के लिए उस कंपनी के टेक सपोर्ट से संपर्क करने लगते है। संपर्क करने के लिए उस कंपनी के संपर्क सूत्र की तलाश इंटरनेट के जरिये करते है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">अब यहाँ आपको सावधानी से काम लेना होगा। साइबर अटैकर्स आपकी इसी असावधानी का फायदा उठा के आपको आर्थिक क्षति पहुँचा देते है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b>1. टेक सपोर्ट स्कैम क्या है ?</b></div><div style="text-align: justify;"><b>2. टेक सपोर्ट स्कैम से कैसे बचें ?</b></div><div style="text-align: justify;"><b><br /></b></div><div style="text-align: justify;"> विस्तार से जाने। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgI9NX9DeMUtGwXNoH-dZWNe09bLzNwan-lLCAMo2ufZ3g_dy7zYSxAppNYYEZa3CngZVqMfS2L2DvkCDJqYN8FIR_tO-EqSaH4D3JSW-tGni4Phb6EwxTEyUIfJX8EnRayO-rZcKx1SW0L3YSHU7qw_cCup-2dHGPPQ6NgBXv8zjl658PAv-PpHabN1xie/s640/cyber%20tips%20whtsapp%20hacked%20(6).png" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img alt="टेक सपोर्ट स्कैम क्या है और टेक सपोर्ट स्कैम से कैसे बचे ? what is tech supports scam and how to protect yourself from tech support scam" border="0" data-original-height="360" data-original-width="640" height="180" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgI9NX9DeMUtGwXNoH-dZWNe09bLzNwan-lLCAMo2ufZ3g_dy7zYSxAppNYYEZa3CngZVqMfS2L2DvkCDJqYN8FIR_tO-EqSaH4D3JSW-tGni4Phb6EwxTEyUIfJX8EnRayO-rZcKx1SW0L3YSHU7qw_cCup-2dHGPPQ6NgBXv8zjl658PAv-PpHabN1xie/w320-h180/cyber%20tips%20whtsapp%20hacked%20(6).png" title="टेक सपोर्ट स्कैम क्या है और टेक सपोर्ट स्कैम से कैसे बचे ? what is tech supports scam and how to protect yourself from tech support scam" width="320" /></a></div><br /><div style="text-align: justify;"><b>1. टेक सपोर्ट स्कैम क्या है ?</b></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">टेक सपोर्ट स्कैम एक ऐसा स्कैम है जिसमे साइबर अटैकर्स अपने आप को प्रतिष्ठित कंपनी के टेक सपोर्ट डिपार्टमेंट कर्मचारी होने का दावा करते है। आप जिस सेवा या वस्तु का उपयोग कर रहे उससे सम्बंधित समस्या के समाधान के लिए ये साइबर अटैकर्स आपसे आपके फ़ोन , लैपटॉप या जो गैजेट आप इस्तेमाल कर रहे है , उस गैजेट में कमी क्या है इसका पता लगाने के लिए आपसे एक्सेस मांगते है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">कमी मालूम करने के लिए ये साइबर अटैकर्स आपसे एक सॉफ्टवेयर डाउनलोड करने के लिए कहते है और लिंक भेजते है। आप कुछ सोचे समझे बिना उस सॉफ्टवेयर इनस्टॉल कर लेते है।आपसे साइबर अटैकर्स आपकी डिवाइस को अपनी डिवाइस से कनेक्ट करा केक्लोनिंग करके उसमे से जो भी डाटा है उसको चुरा लेते है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">डिवाइस क्लोनिंग हो जाने पर वे वहाँ बैठकर आपके डिवाइस को कण्ट्रोल करके आपके बैंक अकाउंट खाली कर देते है , ऐसे में जो पेमेंट की पुष्टि के लिए OTP आती है वो भी उनके पास आती है। जिसके कारण आसानी से वे अपने काम को अंजाम देके आपको आर्थिक और मानसिक दोनों नुकासन पहुँचाते है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">डिवाइस को सही करने के नाम पर आपसे UPI पेमेंट करने को कह कर आपसे एक मोटा अमाउंट लूट लेते है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b>2. टेक सपोर्ट स्कैम से कैसे बचे ? </b></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">टेक सपोर्ट स्कैम से बचने के लिए हर एक व्यक्ति को इस इंटरनेट के जगत में जागरूक , सावधान और सतर्क रहना अति आवश्यक है। कुछ उपाय है जिसने हम साइबर अटैकर्स के हमलो से बच सकते है :-</div><div style="text-align: justify;"><ol><li> आपके द्वारा इस्तेमाल किये जा रहे किसी भी गैजेट में किसी भी प्रकार की कोई भी हार्डवेयर या सॉफ्टवेयर खराबी आती है ,तो हो सके तो सीधा उस कम्पनी के अधिकृत सर्विस सेण्टर में स्वयं जाके वहां उस खराबी को दिखाएं। </li><li>कोई भी प्रतिष्ठित कंपनी अपने ग्राहक को कॉल तब तक नहीं करती जब तक ग्राहक द्वारा कॉल बैक के लिए रिक्वेस्ट नहीं की जति है। </li><li>कोई भी प्रतिष्ठित कंपनी टेक सपोर्ट के लिए ग्राहक से किसी भी प्रकार के लिए सॉफ्टवेयर डाउनलोड करने के लिए नहीं कहती है। </li><li>कोई भी प्रतिष्ठित कंपनी ग्राहक से टेक सपोर्ट के नाम पर भुगतान के लिए नहीं कहती है। </li><li>इंटरनेट में किसी भी कंपनी के टेक सपोर्ट टोलफ्री नंबर के लिए कंपनी की अधिकृत वेबसाइट पर जाये और डोमेन की स्पेलिंग जरूर चेक करें। </li><li>जागरूक , सावधान और सतर्क हमेसा रहे , यही आपको साइबर अटैक्स से बचा सकेगा। </li></ol></div>Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-7504872947854718997.post-91187314093480774352024-02-04T00:32:00.002+05:302024-02-04T00:32:43.184+05:30गिफ्ट स्कैम क्या है और इस गिफ्ट स्कैम से कैसे बचे ? what is gift scam and to protect yourself from gift scam<div style="text-align: justify;">www.lawyerguruji.com</div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">नमस्कार मित्रों,</div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">आज के इस लेख में हम जानेंगे कि<b> " गिफ्ट स्कैम क्या है और इस गिफ्ट स्कैम से कैसे बचे ? " </b>अक्सर छुट्टियों, त्यौहार, उस्तव के दिनों ई कॉमर्स / ई व्यवसाय कंपनी इंटरनेट के माध्यम से व्यापार संचालित करने वाली कंपनी अपने ग्राहकों के लिए सेवाओं और व्यापार में छूट प्रदान करने के लिए ऑफर या गिफ्ट कार्ड का प्रमोशन करती है। कंपनी पुराने और नए ग्राहकों को समय समय पर सन्देश, ईमेल , सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से नई नई स्कीम भेजा करते है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">लेकिन इसी स्कीम का फायदा उठा कर साइबर अटैकर लोगो को अपना शिकार बना रहें। तो आज हम इस गिफ्ट सकाम को विस्तार से जाने और सुरक्षा के उपाय। </div><div style="text-align: justify;"><b><br /></b></div><div style="text-align: justify;"><b>1. गिफ्ट स्कैम क्या है ?</b></div><div style="text-align: justify;"><b>2. गिफ्ट स्कैम से कैसे बचे ?</b></div><div style="text-align: justify;"><b><br /></b></div><div style="text-align: justify;">विस्तार से जाने। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><span><a name='more'></a></span><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhfpim8UNCanQs8BXFV8dpYyYhXCww4UfX8uNrSZDML9yunUiMTkzBdmOXV13w-8JX-dqzgihOvPp042mXtUjVIrPuwMmBI3EyZymNFnDVqFZLbuNVkqCC2DwufxdWtlXBWUK2o8Q8pdVJRukATv71efVe6QAQ6GigKRIRvDIh0iUO6q439xsgeVETS0bcS/s640/what%20is%20gift%20scam%20and%20to%20protect%20yourself%20from%20gift%20scam.png" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img alt="गिफ्ट स्कैम क्या है और इस गिफ्ट स्कैम से कैसे बचे what is gift scam and to protect yourself from gift scam" border="0" data-original-height="360" data-original-width="640" height="180" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhfpim8UNCanQs8BXFV8dpYyYhXCww4UfX8uNrSZDML9yunUiMTkzBdmOXV13w-8JX-dqzgihOvPp042mXtUjVIrPuwMmBI3EyZymNFnDVqFZLbuNVkqCC2DwufxdWtlXBWUK2o8Q8pdVJRukATv71efVe6QAQ6GigKRIRvDIh0iUO6q439xsgeVETS0bcS/w320-h180/what%20is%20gift%20scam%20and%20to%20protect%20yourself%20from%20gift%20scam.png" title="गिफ्ट स्कैम क्या है और इस गिफ्ट स्कैम से कैसे बचे what is gift scam and to protect yourself from gift scam" width="320" /></a></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"></div><span><!--more--></span><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b>1. गिफ्ट स्कैम क्या है ? </b></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">गिफ्ट स्कैम एक ऐसा प्रचलित स्कैम है जो कि साइबर अटैकर्स द्वारा उन दिनों किया जाता है जब व्यक्ति त्योहारों, उत्सव ख़रीदारी अधिक करता है। ये साइबर अटैकर्स व्यक्तियों से सन्देश, ईमेल ,फोनकाल और सोशल मीडिया के मध्य से संपर्क करके अपने आपको एक प्रचलित ईकॉमर्स कंपनी के प्रतिनिधि होने का दावा करके गिफ्ट कार्ड और स्पेशल प्राइज जीतने का दावा करते है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">साइबर अटैकर्स सन्देश, ईमेल या सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से संपर्क करके , इनबॉक्स में जरिये संदेश गिफ्ट कार्ड या स्पेशल प्राइज क्लेम करने के लिए लिंक भेजते है। इस लिंक को ओपन करना ही आपकी सबसे बड़ी गलती है। इसमें व्यक्ति से उसकी गोपनीय जानकारी मांगी जाती और लालच में आके व्यक्ति वो सभी गोपनीय जानकरी दर्ज कर देते है , जो नहीं करना चाहिए। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b>2. गिफ्ट स्कैम से कैसे बचे ?</b></div><div style="text-align: justify;"> </div><div style="text-align: justify;">साइबर दुनिया की इस दुनिया में आप सभी को जागरूक, सावधान और सतर्क रहना अति आवश्यक है। साइबर अटैकर्स लोगो को ठगने का नया -नया तरीका निकाला करते है। उन्ही में से एक गिफ्ट स्कैम और स्पेशल प्राइज स्कैम है। सुरक्षा के उपाय :-</div><div style="text-align: justify;"><ol><li>गिफ्ट और स्पेशल प्राइज के चक्कर में न पड़े। </li><li>यदि गिफ्ट और स्पेशल प्राइज से सम्बंधित किसी भी तरह से आपको जानकारी मिलती है , तो पहले इसका सत्यापन करें। </li><li>असली कंपनी कभी भी किसी से उसकी गोपनीय जानकारी की मांग नहीं करती है और न ही फ़ोन कॉल पर भुगतान करने के लिए कहती है। </li><li>यदि गिफ्ट या स्पेशल प्राइज जैसा कोई भी कॉल आती है तो उस कॉल का सत्यापन करे आपको जो सवाल पूछना हो वो पूछे। </li><li>अनजान व्यक्ति के किसी भी सन्देश का जवाब न दे। </li></ol></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><br /></div>Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-7504872947854718997.post-75709016647858533642024-02-03T00:13:00.001+05:302024-02-03T22:21:53.745+05:30सोवा वायरस क्या है ? what is sova virus ? <div style="text-align: justify;">www.lawyerguruji.com</div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">नमस्कार मित्रों ,</div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">आज के इस लेख में हम जानेंगे कि <b> सोवा वायरस क्या है ? what is sova virus ? आप </b>बैंक और वित्तीय संस्थाओं के ग्राहक है और आप इनकी मोबाइल बैंकिंग या इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग कर रहे है , तो जागरूक , सावधान और सतर्क होने का समय आ गया है। ऐसा इसीलिए क्योकि अपने भी ऑनलाइन मनी स्कैम की कई ख़बरों को सुना होगा , जिसमें साइबर अपराधी लोगो को शिकार बना कर उनके बैंक अकाउंट में जमा सम्पूर्ण धनराशि खाली कर रहे है। ये साइबर अपराधी मोबाइल बैंकिंग या इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग कर रहे ग्राहकों के फोन में वायरस का लिंक भेज कर बैंक अकाउंट का सफाया कर रहें है। इस वायरस का नाम सोवा वायरस है ? आपके मन में कई तरह के सवाल उठ रहे होंगे जैसे कि :-</div><div style="text-align: justify;"><ol><li><b>सोवा वायरस क्या है ? </b></li><li><b>सोवा वायरस काम कैसे करता है ? </b></li><li><b>सोवा वायरस से बचने के उपाय क्या है ? </b></li></ol>इन सभी को विस्तार से समझें </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjVd6eomq5isDNqTNWSoG1dZaJwEbk6vWD5FcFilY3R_P5Zdf-jgxONYlsIslYCgdZAFTyyqmnzlK3fI2W2XBla3PT3A697pVfyL_hqcR9qpq1SYVGlb6MreFwc6bO_-D4ZnWCBHGwpiGddSNvcOta3ZsSzW7M0XVJwM8aRaPzsZMy3zbSn5_fva7q_M4Du/s640/sova%20virus.png" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="360" data-original-width="640" height="180" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjVd6eomq5isDNqTNWSoG1dZaJwEbk6vWD5FcFilY3R_P5Zdf-jgxONYlsIslYCgdZAFTyyqmnzlK3fI2W2XBla3PT3A697pVfyL_hqcR9qpq1SYVGlb6MreFwc6bO_-D4ZnWCBHGwpiGddSNvcOta3ZsSzW7M0XVJwM8aRaPzsZMy3zbSn5_fva7q_M4Du/s320/sova%20virus.png" width="320" /></a></div><br /><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b>1. सोवा वायरस क्या है ? </b></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">सोवा वायरस एक ऐसा एंड्राइड बैंकिंग ट्रोज़न मैलवेयर है जो कि बैंकिंग एप्लीकेशन को ही अपना शिकार बनाती है। ये वायरस आपके स्मार्टफोन पर इनस्टॉल हो जाता है लेकिन आपको इसकी भनक तक नहीं लगती क्योकि ये वायरस प्रचलित एप्लीकेशन की हूबहू नक़ल वाली एप्लीकेशन में छुपी जोति है और ये वायरस अपने आप आपने को छुपा लेता है। ये वायरस मैलवेयर के जरिये इंटरनेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग एप्लीकेशन उपयोग करने वाले उपयोगकर्ता के बैंकिंग संबंधित गोपनीय जानकारियों को चुरा लेता है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">यह वायरस इतना शक्तिशाली है कि ये सभी डाटा को एन्क्रिप्ट करने की क्षमता रखता है, ये वायरस मैलवेयर अपने को उन <b>नकली एप्लीकेशन</b> में छुपा लेता है जिसमे असली एप्लीकेशन के लोगो का उपयोग होता है जैसे कि क्रोम ,अमेज़न, एन एफ टी प्लेटफार्म जैसे सर्च इंजन के बरारबर होते है ताकि उपयोगकर्ता को इसे इनस्टॉल करके बेवकूफ बनाया जा सके। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">इस मैलवेयर को लोग तब इनस्टॉल कर लेते है , जब साइबर अटैकर्स एस एम एस फिशिंग के जरिये इस मैलवेयर को फैलाते है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">सोवा वायरस ने सबसे पहले USA , रुस और स्पेन जैसे देशों को शिकार बनाया और अब भारत में लोगो को शिकार बना रहा है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b>2. सोवा वायरस काम कैसे करता है ? </b></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><ol><li>सोवा वायरस मैलवेयर ऐसा चलाक वायरस है जो कि अपने आप को एंड्राइड ऐप के जरिए असली ऐप के लोगो का उपयोग करके नकली ऐप में अपने आप आपको छुपा लेता है। </li><li>ये वायरस अत्यधिक प्रचलित ऐप जो कि क्रोम, अमेज़न , NFT प्लेटफार्म के इन असली ऐप के लोगो का उपयोग करके नकली ऐप में अपने को छुपा लेता है। </li><li>अलसी लोगो की तरह दिखने वाले नकली ऐप को लोग आसानी से इनस्टॉल कर लेते है और यह कार्य इस वायरस को सक्रीय होने का पूर्ण अवसर देता है। </li><li> एक बार सोवा वायरस सक्रीय होने केबाद अपना कार्य करने में लग जाता है। </li><li>मोबाइल बैंकिंग या इंटरनेट बैंकिंग उपयोगकर्ता जब लॉगिन है तो यह मैलवेयर उपयोगकर्ताओं लॉगिन विवरण को चुराना शुरू कर देता है। </li></ol></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b>3. सोवा वायरस से बचने के उपाय क्या है ? </b></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">सोवा वायरस से बचा जा सकता है ,लेकिन तब जब हमे इसकी जानकारी हो और जानकारी तब होगी जब हम जागरूक , सावधान और सतर्क रहेंगे। </div><div style="text-align: justify;"><ol><li>कोई भी एप्लीकेशन इनस्टॉल करना है , तो स्मार्टफोन की आधिकारिक ऐप स्टोर से ही करें। </li><li>थर्ड पार्टी ऐप या वेबसाइट से ऐप डाउनलोड करके इनस्टॉल कभी न करें, </li><li>कोई भी ऐप इनस्टॉल करने के बाद सेटअप के दौरान या पहले बार इस्तेमाल किये जाने के दौरान गैर जरुरी अनुमति मांग रहा है तो सतर्क हो जाये। </li><li>स्मार्टफोन सॉफ्टवेयर को और एप्लीकेशन इनस्टॉल हो उन्हें अपडेट जरूर करें। </li><li>स्मार्टफोन में आने वाले सिक्योरिटी अपडेट को अवश्य अपडेट करें। </li><li>अविश्वसनीय वेबसाइट या लिंक जिसका ज्ञानय जानकारी न हो उसे टच। </li><li> बैंक से सम्बंधित गोपनीय कोई भी जानकारी अपने स्मार्टफोन में कही भी स्टोर न करें। </li></ol></div><div style="text-align: justify;"><br /></div>Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-7504872947854718997.post-43272471502080551812024-02-01T21:53:00.003+05:302024-02-01T21:54:14.365+05:30आयकर क्या है ? what is income tax and who pay income tax www.lawyerguruji.com <div><br /></div><div><br /></div><div style="text-align: justify;">नमस्कार मित्रों, </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">आज के इस लेख में हम जानेंगे कि <b>आयकर क्या है ? / what is income tax ? अक्सर हम टेलीविज़न या समाचार पत्र </b>या ऑनलाइन मीडिया प्लेटफार्म में सुनते और देखतें है कि फला -फला व्यक्ति ने इतना टैक्स भरा या व्यक्ति की कितनी आय पर कितने प्रतिशत इनकम टैक्स लगेगा। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">आयकर को लेकर कई तरह के सवाल मन में आ रहे होंगे जैसे कि :-</div><div style="text-align: justify;"><ol><li><b>आयकर क्या है ? </b></li><li><b>कर / tax भरने वाले कौन व्यक्ति हो सकते है ?</b></li><li><b>कौन सी आय कर योग्य होती है ?</b></li><li><b>किन आय और संस्थाओं को कर मुक्ति प्रदान की गयी गयी है ? </b></li><li><b>कर / टैक्स की वसूली कैसे होती है ? </b></li></ol><div>इन सभी सवालों को विस्तार से जाने। </div><div><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjEG_rZfNnFTKaSohpaWoKK4aER3NR4pF0FroRjWCwmtauTYCMyHPSIfxYboTWi4AomtJn0dgtW6uNG9JGMNhHmeUlaNeTvDuHD_xEIHoHzlx47EhF_SSarjpwDar8q_rk7Y71lk_JF2NG9nrrk2zqjXNfDjrJbDhPbIqoVkwflskN9YCsP2rWWerbMo-1R/s640/cyber%20tips%20whtsapp%20hacked%20(4).png" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img alt="आयकर क्या है ? what is income tax" border="0" data-original-height="360" data-original-width="640" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjEG_rZfNnFTKaSohpaWoKK4aER3NR4pF0FroRjWCwmtauTYCMyHPSIfxYboTWi4AomtJn0dgtW6uNG9JGMNhHmeUlaNeTvDuHD_xEIHoHzlx47EhF_SSarjpwDar8q_rk7Y71lk_JF2NG9nrrk2zqjXNfDjrJbDhPbIqoVkwflskN9YCsP2rWWerbMo-1R/s16000/cyber%20tips%20whtsapp%20hacked%20(4).png" title="आयकर क्या है ? what is income tax" /></a></div><br /><div><br /></div><div><b>1. आयकर क्या है ? / what is income tax ? </b></div><div><b><br /></b></div><div>साधारण शब्दों में आयकर को समझा जा सकता है कि किसी व्यक्तियों या व्यवसायों द्वारा आय के श्रोतों से वित्तीय वर्ष में अर्जित उसकी की वार्षिक आय पर लगाया जाने वाला ऐसा कर जो कि आयकर विभाग द्वारा विहित किया जाता है। देश का प्रत्येक व्यक्ति जो कि आयकर के दायरे में आता है , उस प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व है कि वह आय पर लागु कर को सही सही उचित समयवधि में आयकर विभाग को जमा करें। </div><div><br /></div><div>भारतीय आयकर अधिनियम 1961 के नियमों के अनुसार प्रत्येक करदाता को अनिवार्य रूप से बाध्यता निर्धारित करने के अनिवार्य रूप से इनकम टैक्स रिटर्न फाइल अवश्य करना चाहिए। </div><div><br /></div><div>किसी भी देश की राजस्व श्रोतों में से एक श्रोत आयकर भी है। सरकार इन राजस्व श्रोतों से अर्जित अराजस्व से देश , राज्य की विकास में कार्य करती है। सार्वजनिक सेवाओं को फण्ड करना , सरकार की जो भी देनदारी उनका भुगतान करना और देश के नागरिकों के हित, कल्याण, विकास, पोषण, शिक्षा , स्वास्थ्य , अन्य जोयनाओं के लिए उपयोग करती है। </div><div><br /></div><div>कानूनी भाषा में बात करें तो आयकर, भारत में आयकर प्रणाली आयकर अधिनियम 1961 द्वारा शासित है। आयकर अधिनियम 1961 प्रावधानों का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है जो कि आयकर से सम्बंधित है। यह आयकर अधिनियम 1961 आयकर से सम्बंधित आयकर गणना , मूल्याङ्कन संग्रह से संबंधत नियम और विनियम निर्धारित करती है। आयकर अधिनियम के अनुभाग 4 के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति की उसके द्वारा अर्जित पिछले वर्ष की कुल आय पर द्वारा वाले <b>आयकर का निर्धारण किया जाता है। </b></div><div><b><br /></b></div><div><b>2. आयकर का गणना / निर्धारण कैसे होता है ?</b></div><div><b><br /></b></div><div> आयकर अधिनियम 1961 के धारा 14 के अंतर्गत व्यक्तियों या व्यवसायों द्वारा आयकर के रूप में चुकाए जाने वाले आय और कुल आय की गणना करने के लिए विभन्न प्रकार के आय के श्रोतों से अर्जित आय को शामिल किया जाता है :-</div><div><ol><li>वेतन (नौकरी से अर्जित वार्षिक आय सरकारी / गैर सरकारी )</li><li>व्यवसाय से अर्जित वार्षिक आय। </li><li>गृह संपत्ति से अर्जित वार्षिक आय। </li><li>पूंजीगत लाभ से अर्जित वार्षिक आय। </li><li>अन्य श्रोतों से अर्जीत वार्षिक आय।</li></ol><div>अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार उपरोक्त भिन्न प्रकार की श्रोतों से अर्जित आय की गणना का आंकलन वर्ष में अप्रैल माह की प्रथम तिथि से और अगले कैलेंडर वर्ष के 31 मार्च की समाप्ति से की जाती है। </div></div><div><br /></div><div><b>3 . आयकर / Income Tax का भुगतान किन -किन व्यक्तियों को करना आवश्यक है ? </b></div><div><b><br /></b></div><div>आयकर अधिनियम 1961 के प्रावधानों के अनुसार आयकर का भुगतान प्रत्येक व्यक्ति को करना पड़ता है। आयकर अधिनियम 1961 की धारा 2 (3 ) में व्यक्ति शब्द परिभाषित किया गया है। व्यक्ति के दायरे में प्राकृतिक और कृत्रिम व्यक्तियों को शामिल किया गया है। </div><div><ol><li>व्यक्तिगत। </li><li>हिन्दू अविभाजित परिवार ( HUF )</li><li>व्यक्तियों का संघ (AOP ) </li><li>व्यक्तियों का निकाय। </li><li>फर्म। </li><li>एल एल पी। </li><li>कंपनी। </li><li>स्थानीय प्राधिकरण। </li><li>कोई भी कृत्रिम न्यायिक व्यक्ति। </li></ol><div><b>4. कितनी आय होने पर कितने प्रतिशत टैक्स देना होता है ? </b></div></div><div><br /></div><div>आयकर अधिनियम 1961 के प्रावधानों के अंतर्गत गठित आयकर विभाग के अनुसार किसी व्यक्ति ( निवासी या अनिवासी ) या हिन्दू अविभाजित परिवार या व्यक्ति संघ या व्यक्ति निकाय अन्य कृत्रिम न्यायिक व्यक्ति के मामले में आय में लगने वाला टैक्स रेट निम्न है। </div><div><br /></div><div style="text-align: center;"> </div><div style="text-align: center;"><b>व्यक्तिगत </b></div><div style="text-align: center;"><b>(निवासी वरिष्ठ नागरिक और अति वरिष्ठ नागरिक के अलावा )</b></div><div style="text-align: center;"><br /></div><div style="text-align: center;"><b>शुद्ध आय श्रेणी आयकर की दर </b></div><div style="text-align: center;"><ol><li style="text-align: justify;">2,50,000 रु तक कोई टैक्स नहीं </li><li style="text-align: justify;">2,50,000 रु से 5,00,000 रु 5%</li><li style="text-align: justify;">5,00,000 रु से 10,00,000 रु तक 20%</li><li style="text-align: justify;">10,00,000 से अधिक 30%</li></ol></div><div style="text-align: center;"><br /></div><div style="text-align: center;"><b>निवासी वरिष्ठ नागरिक </b></div><div style="text-align: center;"><b>(जो पिछले वर्ष के दौरान किसी भी समय 60 वर्ष या अधिक लेकिन 80 वर्ष से कम हो )</b></div><div style="text-align: center;"><b><br /></b></div><div style="text-align: center;"><b>शुद्ध आय श्रेणी आयकर की दर </b></div><div style="text-align: center;"><b><br /></b></div><div style="text-align: justify;"><ol><li>3,00,000 रु तक कोई टैक्स नहीं </li><li>3,00,000 रु से 5,00,000 रु तक 5%</li><li>5,00,000 रु से 10,00,000 रु तक 20%</li><li>10,00,000 रु से अधिक 30%</li></ol></div><div style="text-align: center;"><br /></div><div style="text-align: center;"><b><br /></b></div><div style="text-align: center;"><b>निवासी सुपर वरिष्ठ नागरिक </b></div><div style="text-align: center;"><b>(जो पिछले के दौरान किसी भी समय 80 वर्ष या अधिक का हो )</b></div><div style="text-align: center;"><b><br /></b></div><div style="text-align: center;"><b><br /></b></div><div style="text-align: center;"><b>शुद्ध आय श्रेणी आयकर की दर </b></div><div style="text-align: center;"><b><br /></b></div><div style="text-align: center;"><ol><li style="text-align: justify;">5,00,000 रु तक कोई टैक्स नहीं </li><li style="text-align: justify;">5,00,000 रु से 10,00,000 रु तक 20%</li><li style="text-align: justify;">10,00,000 रु से अधिक 30%</li></ol></div><div style="text-align: center;"><b> </b></div><div style="text-align: center;"><b><br /></b></div><div style="text-align: center;"><b>हिन्दू अविभाजित परिवार ( AOP , BOI और कृत्रिम न्यायिक व्यक्ति सहित </b></div><div><br /></div><div><br /></div><div style="text-align: center;"><b>शुद्ध आय श्रेणी आयकर की दर </b></div><div style="text-align: center;"><ol><li style="text-align: justify;">2,50,000 रु तक कोई टैक्स नहीं </li><li style="text-align: justify;">2,50,000 रु से 5,00,000 रु तक 5%</li><li style="text-align: justify;">5,00,000 रु से 10,00,000 रु तक 20%</li><li style="text-align: justify;">10,00,000 रु से अधिक 30%</li></ol><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">कितनी धनराशि टैक्स की दायरे में आएगी इसकी आधिकारिक पुष्टि के लिए सरकार की अधिकृत इनकम टक्स की वेबसाइट में जा कर की जा सकती है। </div></div></div>Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-7504872947854718997.post-27647697964698922922024-02-01T00:03:00.002+05:302024-02-01T00:03:53.010+05:30चैरिटी स्कैम क्या है और इस चैरिटी स्कैम से कैसे बचे ? what is charity scam www.lawyerguruji.com <div><br /></div><div style="text-align: justify;">नमस्कार मित्रों ,</div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">आज के इस लेख में हम जानेंगे कि <b>" चैरिटी स्कैम क्या है और इस चैरिटी स्कैम से कैसे बचे ? " </b>चैरिटी यानी एक ऐसा धर्मार्थ कार्य जो की समाज में उपस्थित ऐसे गरीब असहाय व्यक्ति /व्यक्तियों की मदद करना जिनको मदद की जरुरत है। चैरिटेबल ट्रस्ट समाज में असहायों की मदद के लिए फण्ड मांग समाज में हुई मौजूद उन व्यक्तिओं से करता हैं जो दान देने के इच्छुक है या सरकार से फण्ड के लिए प्रार्थना करता है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">देश में बढ़ते स्कैम के कई मामलों में एक चैरिटी स्कैम भी है। साइबर अपराधियों के द्वारा लोगो को चैरिटी के नाम ठगना। अब ये साइबर अपराधी कैसे ठगते है ? और इनसे कैसे बचा जाये ? </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhv4tdsPigCMjkY96ejU4bTAUeIGH-tfyM_zxNztFbzenKAZNCKtrvM_ZuVFka2nWcTxlxpUVImtRaZiNZxllNSwCsuuN6pNkf-Jz721ig_YfZY4qeBIAVN6oeiZmuGEsGNCuCd7Erb3ay9nTdky1LZAwRF0UH7JQ2PPGXya_2ANXUy0QM-xcRjstHd7rCq/s640/cyber%20tips%20whtsapp%20hacked%20(1).png" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img alt="चैरिटी स्कैम क्या है और इस चैरिटी स्कैम से कैसे बचे ? what is charity scam" border="0" data-original-height="360" data-original-width="640" height="180" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhv4tdsPigCMjkY96ejU4bTAUeIGH-tfyM_zxNztFbzenKAZNCKtrvM_ZuVFka2nWcTxlxpUVImtRaZiNZxllNSwCsuuN6pNkf-Jz721ig_YfZY4qeBIAVN6oeiZmuGEsGNCuCd7Erb3ay9nTdky1LZAwRF0UH7JQ2PPGXya_2ANXUy0QM-xcRjstHd7rCq/w320-h180/cyber%20tips%20whtsapp%20hacked%20(1).png" title="चैरिटी स्कैम क्या है और इस चैरिटी स्कैम से कैसे बचे ? what is charity scam" width="320" /></a></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">सबसे पहले हम इसे जाने </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b>चैरिटी क्या होती है ? </b></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">चैरिटी एक ऐसा धर्मार्थ कार्य जो कि समाज में जरुरतमंद लोगो की कई तरह से कल्याण करने का कार्य करती है जैसे कि :-</div><div style="text-align: justify;"><ol><li>वित्तीय सहायता ,</li><li>शैक्षिक सहायता। </li><li>चिकित्सा सहायता। </li><li>शरणार्थियों की सहायता। </li><li>अनाथों की सहायता। </li><li>दिव्यांगजनों की सहायता। </li><li>युद्धपीड़ितों की सहायता। </li><li>एड्स तथा अन्य घातक रोगों से पीड़ित लोगो की सहायता। </li></ol><div><b>चैरिटी स्कैम क्या है ? </b></div><div><b><br /></b></div><div>चैरिटी स्कैम साइबर अपराधियों द्वारा करने वाला एक ऐसा स्कैम है जिसमे ये साइबर अपराधी समाज में लोगो की उदारता का लाभ उठाते समाज में लोगो को कई तरह से ठगते है जैसे कि :-</div><div><ol><li>फोन करके,</li><li>सोशयल मीडिया अकाउंट पर सन्देश भेज कर या लिंक भेज कर ,</li><li>ईमेल पर मेल भेज कर,</li><li>फेक वेबसाइट के माध्यम से,</li><li>अन्य तरीकों से ,</li></ol>साइबर अपराधी लोगो को अपने को चैरिटी से होने का दावा करके उसने दान के नाम पर रुपया मांगते है और दावा करते है कि यह जो धनराशि आपसे हमारे द्वारा मांगी जा रही है , उस धनराशि का उपयोग धर्माथ कार्य, कल्याण , सामाजिक कल्याण के कार्य में किया जायगा। </div><div><br /></div><div><b>चैरिटी स्कैम से कैसे बचा जाये ?</b></div><div><br /></div><div>चैरिटी स्कैम से बचने के लिए हमे जागरूक, सतर्क सावधानीपूर्वक दान देने का फैसला लेना चाहिए। हमे चैरिटी के नाम पर कोई भी धनराशि का दान या कोई भी योगदान देने से पहले दान या योगदान का सत्यापन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। जैसे कि :-</div><div><ol><li>चैरिटी का नाम ,</li><li>ऑनलाइन चैरिटी के बारे में खोजबीन करना,</li><li>चैरिटी की ऑफिसियल / आधिकारिक वेबसाइट की जाँच करें। </li><li>चैरिटी ट्रस्ट का पंजीकरण संख्या। </li><li>चैरिटी ट्रस्ट के अध्यक्ष , उपाध्यक्ष , कोषाध्यक्ष और सदस्यों की जानकारी। </li><li>ट्रस्ट के बारे मे सामाजिक स्तर से जानकारी प्राप्त करना। </li><li>अन्य जागरूकता जो आपको स्कैम से बचाएँ। </li><li><br /></li></ol></div></div><div style="text-align: justify;"><br /></div>Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-7504872947854718997.post-24594963187742286342024-01-30T22:54:00.000+05:302024-01-30T22:54:11.587+05:30 WhatsApp को हैक होने से कैसे बचाएं - सुरक्षा के उपाय क्या है ? how to protect your WhatsApp from being hacked ?<div style="text-align: justify;">www.lawyerguruji.com</div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">नमस्कार मित्रों,</div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">आज के इस लेख में हम जानेंगे कि<b> WhatsApp को हैक होने से कैसे बचाएं - सुरक्षा के उपाय क्या है ? </b> व्हाट्सप्प / WhatsApp के बारें में तो सभी जानते है , हो सकता है कि अभी कुछ लोग इससे अनजान होंगे जिनके पास कीपैड वाले बेसिक फोन है। लेकिन जिनके पास स्मार्टफोन है वे इसके बारे में बहुत अच्छी तरह से जानते है। इसके उपयोग के बारें में। WhatsApp के माध्यम से व्यक्ति अपने विचारों को सन्देश में माध्यम से वीडियो कॉल के माध्यम से या वॉइस के माध्यम से चित्रों के माध्यम से किसी अन्य व्यक्ति को घर बैठे ऑनलाइन इंटरनेट के माध्यम सेकंडों में साझा कर सकते है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">जहाँ किसी टेक्नोलॉजी लाभदायक होती है वही नुकसानदायक भी है। अगर हम WhatsApp सोशल मीडिया एप्लीकेशन का सावधानीपूर्वक इस्तेमाल करें तो हम साइबर अटैकर द्वारा WhatsApp को हैक होने से बचा सकते है। हैक होने से बचाने से हम आर्थिक और मानसिक क्षति से बच सकते है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEj7gljn1bcOg7eELg6EwWMf9r5BKs1rYtFdKTV2j3UyFbtmXafz6n13Ek6V0lAsJHQyBMa7WXyUan3o8Pz6VMB6yh6AoEhTpKpj5Q7nSHIJszdlqtLNQ85eunPF3ao0eq_u9o9UgZmBWSLJ7jWHqzWELA54bdB2Y1fhL369eFxCcp_rxuc2vRkwOBp6BVwj/s640/cyber%20tips%20whtsapp%20hacked.png" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img alt="WhatsApp को हैक होने से कैसे बचाएं - सुरक्षा के उपाय क्या है ?" border="0" data-original-height="360" data-original-width="640" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEj7gljn1bcOg7eELg6EwWMf9r5BKs1rYtFdKTV2j3UyFbtmXafz6n13Ek6V0lAsJHQyBMa7WXyUan3o8Pz6VMB6yh6AoEhTpKpj5Q7nSHIJszdlqtLNQ85eunPF3ao0eq_u9o9UgZmBWSLJ7jWHqzWELA54bdB2Y1fhL369eFxCcp_rxuc2vRkwOBp6BVwj/s16000/cyber%20tips%20whtsapp%20hacked.png" title="WhatsApp को हैक होने से कैसे बचाएं - सुरक्षा के उपाय क्या है ?" /></a></div><br /><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: center;"><b>WhatsApp हैक होने से कैसे बचाएं - साइबर सेफ्टी टिप्स </b></div><div style="text-align: center;"><b><br /></b></div><div style="text-align: justify;">WhatsApp कंपनी का यह दावा है कि end to end encryption security , WhatsApp यूजर के डाटा को सुरक्षित रखता है लेकिन बहुत से लोगो के WhatsApp अकाउंट हैक होने से उनका स्टोर डाटा लीक हो जाता है। साइबर अटैकर किसी न किसी तरह हैक करने की कोशिस करते है गागर हम उनके झांसे में आ गए तो अकाउंट हैक हो सकता है। अब WhatsApp को हैक होने से बचाया जा सकता है , यदि हम सावधानीपूर्वक और जागरूक होके व्हाट्सप्प का उपयोग करे। ये साइबर सेफ्टी उपाय निम्न है :-</div><div style="text-align: justify;"><ol><li><b>WhatsApp को लॉक रखें। </b></li><li><b>WhatsApp प्राइवेसी को कस्टमाइज करें। </b></li><li><b>WhatsApp पर 2स्टेप वेरिफिकेशन इनेबल करे। </b></li><li><b>सार्वजनिक Wi-Fi का उपयोग न करें। </b></li><li><b>WhatsApp एप्लीकेशन को अपडेट रखें। </b></li><li><b>अनजान व्यक्ति से बचे। </b></li><li><b>WhatsApp को वेब पर लॉग आउट अवश्य करें। </b></li></ol><div><br /></div>इन सभी उपायों को विस्तार से समझें। <br /><div><br /></div><div><b>1. WhatsApp को लॉक रखें। </b></div><div><br /></div><div>WhatsApp का एक नया फीचर जो की WhatsApp में लॉक मोड की सुविधा प्रदान करता है। इसमें उपयोगकर्ता अपने WhatsApp एप्लीकेशन में लॉक मोड को ऑन करके अपने अकाउंट में स्टोर डाटा को सुरक्षित क्र सकता है। लॉक मोड 5 प्रकार के है :-</div><div><ol><li>पासवर्ड।</li><li>पिन। </li><li>पैटर्न लॉक। </li><li>फेकलॉक। </li><li>फिंगरप्रिंट लॉक। </li></ol><div>इससे यह सुरक्षा होगी कि आपकी अनुमति के बिना कोई भी व्यक्ति आपके WhatsApp में स्टोर डाटा जैसे ि सन्देश , वीडियो , इमेजेज कोई भी नहीं देख सकेगा। </div><div><br /></div><div><b>2. WhatsApp प्राइवेसी को कस्टमाइज करें। </b></div><div><br /></div><div>WhatsApp प्राइवेसी कस्टमाइज करने का मतलब यह है कि आपके WhatsApp की प्राइवेसी को पाने हिसाब से सेट करे, जैसे कि :-</div><div><ol><li>लास्ट सीन एंड ऑनलाइन कौन देखें। </li><li>प्रोफाइल एंड फोटो कौन देखें। </li><li>अबाउट कौन देखे। </li><li>ग्रुप में कौन जोड़ सके। </li><li>स्टेटस कौन देखे। </li><li>लाइव लोकेशन।</li><li>कॉल। </li><li>मैसेज टाइमर। </li><li>रीड रेसिप्टस। </li><li>स्क्रीन लॉक। </li></ol></div></div></div><div style="text-align: justify;"><b>3.whatsapp पर 2 स्टेप वेरिफिकेशन इनेबल करना। </b></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">WhatsApp एक्सेस को अत्यधिक सुरक्षित बनाने के लिए कंपनी ने 2 स्टेप वेरिफिकेशन फीचर को शामिल किया ताकि , कोईअन्य आपके WhatsApp का गलत इस्तेमाल न कर पाए। इसको इनेबल करने लिए उपयोगकर्ता को अपने WhatsApp की सेटिंग पर होगा। </div><div style="text-align: justify;">account पर क्लिक करने पर सामने कई विकल्प दिखाई देंगे उसमे से आपको Two Step Verification पर क्लिक करके पिन सेट करना होगा। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b>4. सार्वजनिक Wi-Fi का उपयोग न करें। </b></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">सार्वजनिक स्थान पर आसानी से उपलब्ध होने वाले वीक सिक्योरिटी वाले Wi-Fi का उपयोग न करें क्योकि सेकुयर्टी वीक होने के कारण आपके फ़ोन के आईपी एड्रेस को ट्रैक करके आपके फोन किया जा सकता है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">साइबर अटैकर्स अधिकतम उन लोगो को अपना शिकार बनाते है , जो कि सार्वजनिक स्थान पर आसानी से मिलने वाले Wi-Fi का उपयोग ऑनलाइन कामो में करते है। </div><div style="text-align: justify;"><ol><li>डाटा पैक खत्म होने के स्थिति में सार्वजनिक Wi-Fi माध्यम से किसी को WhatsApp से सन्देश , वीडियो काल करना। </li><li>ऑनलाइन पेमेंट करना। </li><li>फोन को अपडेट करना। </li><li>अन्य कार्य। </li></ol><div><b>5. WhatsApp एप्लीकेशन को अपडेट रखें। </b></div><div><br /></div><div>जब भी कभी WhatsApp कम्पनी अपने अप्लीकेशन में कोई बदलाव करती है , तो उस बदलाव को अपडेट के जरिये उपयोगकर्ताआं तक पहुँचाती है। इस अपडेट में कंपनी कुछ नए फीचर्स जोड़ती है और कोई बग , एरर या सिक्योरिटी एरर हो तो उसे सही करती है। </div><div><br /></div><div><br /></div><div><b>6. अनजान व्यक्ति से बचें। </b></div><div><br /></div><div>अकसर साइबर अटैकर्स उन आसानी से अपना शिकार बना लेते है , जो किसी के भी सन्देश का जवाब तुतंत देते है। </div><div>ये साइबर अटैकर्स ऐसे मंद वाश करते है कि व्यक्ति इनके झांसे में आकर वही करता है जो ये करवाना चाहते है। जैसे कि :-</div><div><ol><li>लाटरी लालच ,</li><li>जॉब का लालच ,</li><li>सामान की खरीदारी में भरी छूट ,</li><li>अन्य तरीके। </li></ol><div>ऐसी ही चीजों की लिंक भेजना और उसके जरिये फ़ोन को हैक करके फोन के डाटा की चोरी और बाद में ब्लैकमेल। </div><div>ऐसे में सावधानी यही है कि किसी भी अनजान व्यक्ति के किसी भी प्रकार के संदेश जवाब न देते हुए , तुरंत रिपोर्ट और ब्लॉक करें। </div></div><div><br /></div><div><b>7. WhatsApp को वेब से लॉग आउट अवश्य करें। </b></div><div><br /></div><div>WhatsApp का एक नया फीचर यह है कि WhatsApp एप्लीकेशन इंटरनेट ब्राउज़र में web WhatsApp के माध्यम से लॉगिन करके इस्तेमाल कर सकते है। कभी कभी हमे इसका उपयोग किसी अन्य व्यक्ति के कंप्यूटर में करना पड़ सकता है। ऐसे में हमे रखना कि किसी अनजान व्यक्ति के कंप्यूटर में web WhatsApp का उपयोग नहीं करना है। </div><div><br /></div><div><br /></div><div><br /></div></div>Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-7504872947854718997.post-44363275618634091692024-01-29T00:19:00.002+05:302024-01-29T00:19:31.777+05:30फोन को हैक होने से कैसे बचाएं ? <div style="text-align: justify;">www.lawyerguruji.com</div><div>नमस्कार मित्रों ,</div><div><br /></div><div><div style="text-align: justify;">आज के इस लेख में हम जानेंगे कि " <b>फ़ोन को हैक होने से कैसे बचाएं ? </b> " आज के इस आधुनिक टेक्नोलॉजी के युग में ऐसा कोई भी नहीं जिसने मौजूदा टेक्नोलॉजी में उपलब्ध स्मार्टफोन को अपनाया न हो या उपयोग न कर रहा हो। भरपूर्ण तरह से अपने जीवन के उन कार्यो को पूर्ण कर रहे जो स्मार्टफोन से हो सकते है। लेकिन हमे ये भी ध्यान जो कार्य हम अपने स्मार्टफोन से कर रहे है वो किस हद तक सुरक्षित है। हम अपने फ़ोन सुरक्षित कैसे रखे ताकि उसका कोई दुरूपयोग न कर पाएं। जरुरी नहीं कि स्मार्टफोन का दुरूपयोग होने के लिए वह पास में ही अब ऐसी तकनीक है जिससे फ़ोन हैक भी किया जा सकता है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">ऑनलाइन अपराध करने वाले व्यक्तियों को साइबर अपराधी की संज्ञा दी गयी है। ये साइबर अपराधी स्मार्टफोन को या कोई भी डिजिटल गाड्जेट हो उसे अपने साइबर ढंग से हैक करके अपने मुताबिक कार्य करते है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div><br /></div><div><b>बवचाव कैसे करे ? </b></div></div><div><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgsLlvBgvagNlvz1SukCcTx-fAOMthfwjENhn19EXycm9vCidlhGwiSBSNZ7IfxNo7RDENdX1vZ3Bn2UQC9hyphenhyphenodKqaiXth90987s000Wib2rZnWddY6tA6uQSHP9g9AIA-pWvK-D1JE8vAsrRHSXIgg7XSdR049dBhkAu9H8ccktHBnHQkNAw2TRPoIML9P/s640/cyber%20tips.png" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="360" data-original-width="640" height="180" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgsLlvBgvagNlvz1SukCcTx-fAOMthfwjENhn19EXycm9vCidlhGwiSBSNZ7IfxNo7RDENdX1vZ3Bn2UQC9hyphenhyphenodKqaiXth90987s000Wib2rZnWddY6tA6uQSHP9g9AIA-pWvK-D1JE8vAsrRHSXIgg7XSdR049dBhkAu9H8ccktHBnHQkNAw2TRPoIML9P/s320/cyber%20tips.png" width="320" /></a></div><br /><div><br /></div><div><b>फोन को हैक होने से कैसे बचाएं ? </b></div><div><br /></div><div>फ़ोन को हैक होने से बचाने हम इस आधुनिक टेक्नॉलजी की जानकारी होना अति आवश्यक है और जागरूक रहना अनिवार्य है। अगर हम जागरूक रहेंगे तो हो सकता है की हम अपने फ़ोन को हैक होने से बचा ले और होने वाले आर्थिक , मानसिक क्षति से बचा जा सके। </div><div><ol style="text-align: left;"><li>फोन को अपडेट रखे।</li><li> फोन पर अधिकृत ऐप इनस्टॉल करें।</li><li>.अनजान लिंक पर क्लिक न करें।.</li><li> सावधानीपूर्वक इंटरनेट का करें। </li><li> पासवर्ड को मजबूत बनाये। </li><li>फेक विज्ञापन से बचे। </li><li> फेक जॉब से बचे। . </li><li>अन्य उपाय। </li></ol></div><div><br /></div><div>इन सभी को विस्तार से जाने। </div><div><br /></div><div><b>1. फोन को अपडेट रखना। </b></div><div><br /></div><div style="text-align: justify;">साधारणतः हम लोग जो स्मार्टफोन का उपयोग करते है , वह ios और Android दो तरह के ऑपरेटिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर है। हमे अपने स्मार्टफोन को अपडेट करते रहना चाहिए। ये अपडेट स्मार्टफोन कंपनी द्वारा प्रत्येक 1 वर्ष के भीतर आते है जिसमे ये अपने सॉफ्टवेयर का वर्शन अपडेट करते रहते है। बीच -बीच में सिक्योरिटी लेवल अपडेट भी दिया करते है। क्योकि जो अपडेट ये वार्षिक देते है उसमे किसी तरह का लूप होल हो या सिक्योरिटी ब्रीच होने का चांस हो या कोई बग हो तो उसे सुधारा जा सके। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">तो बेहतर है की हमे अपने स्मार्टफ़ोन को निरंतर एक निर्धारित समय पर अपडेट करते रहना चाहिए। ये अपडेट जब जारी होते है तो नोटिफिकेशन फोन में आते है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">फोन में इनस्टॉल एप्लीकेशन को भी अपडेट करते रहे , ये अपडेट उपलब्ध होने की नोटफिकेशन में फोन में आया करती है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div><br /></div><div><br /></div><div><b>2. अधिकृत ऐप इनस्टॉल करें। </b></div><div><br /></div><div> स्मार्टफोन कोई भी ऐप इनस्टॉल करनी हो तो फोन में दिए गए उनके ऐप स्टोर से ही डाउनलोड करे, ताकि ऐसी कोई ऐप से आप बचे जो आपकी अनुमति के बिना आपकी फोन में स्टोर डाटा को उपयोग करे देखें। ऐप स्टोर में मौजूद कोई भी ऐप इनस्टॉल करने से पहले उसकी रेटिंग अवश्य देखें।</div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">थर्ड पार्टी ऐप जो कि ऐप स्टोर में न मिलकर प्रत्यक्ष रूप से ब्राउज़र प्लेटफार्म के माध्यम से डाउनलोड करके इनस्टॉल की जाती है। इन्हे अननोन सोर्स भी कहा जाता है। थर्ड पार्टी ऐप की फाइल APK फॉर्मेट में उपलब्ध होती है। </div><div style="text-align: justify;"> इनके वायरस फ्री , अटैक फ्री , बग फ्री , हैकिंग फ्री , डाटा सेफ्टी सुरक्षा अन्य क्षति की कोई गारंटी नहीं होती है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">तो बेहतर यही होगा जी भी ऐप इंसटाल करें वो फोन की अधिकृत इनस्टॉल ऐप स्टोर से ही करें। </div><div><br /></div><div><b>3. अनजान लिंक पर क्लिक न करें। </b></div><div><br /></div><div style="text-align: justify;">यदि स्मार्टफोन के मैसेज के इनबॉक्स में या फोन में इनस्टॉल किसी भी मैसेजिंग एप्लीकेशन या सोशल प्लेटफार्म की किसी भी इनस्टॉल एप्लीकेशन में किसी भी प्रकार की कोई भी लिंक आती है , जिससे आपका कोई भी लेना देना न हो , जिसे आप नहीं जानते है या जिसकी जानकारी आपको नहीं है कृपा करके उस लिंक पर किसी भी उत्सुकता से क्लिक कर के यह न देखने की इच्छा करें की उसमे क्या है। ऐसी किसी भी लिंक को ओपन करने से पहले ही डिलीट कर दे। ये लिंक आपके फोन में मौजूद आपके गोपनीय डाटा को चुरा सकते है आपके फोन पर अपना कण्ट्रोल लेके। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b>4 . सावधानीपूर्वक इंटरनेट का उपयोग करें। </b></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">इंटरनेट आज दुनिया में वो सुविधा का माध्यम जिससे व्यक्ति अपने जीवन की उन सभी आवश्यकताओं को पूर्ण करने में समर्थ है , जो ऑनलाइन माध्यम से होती है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">अब हमे यह ध्यान रखना होगा की इंटरनेट में मौजूद सभी चीजें क्या सही है ? इनका पता कैसे किया जाये ? हम जब भी किसी भी चीज को इंटरनेट में देखें तो ध्यान रखे की क्या उसमे दी जा रही जानकारी सही है। सही गलत का निर्णय स्वविवेक की बात है। पर कुछ उपाय है जिनसे मालूम किया जा सकता है :-</div><div style="text-align: justify;"><ol><li>फेक वेबसाइट। </li><li>लुभावने ऑफर। </li><li>फेक जॉब। </li><li>रूपये की मांग। </li><li>अनुचित सामग्री। </li><li>अन्य। </li></ol><div><b>5. पासवर्ड को मजबूत बनाये। </b></div><div><br /></div><div>प्रत्येक व्यक्ति के पास स्मार्टफोन है सीधी सी बात है कि उसमे कई तरह की एप्लीकेशन हपगी जैसे कि :-</div><div><ol><li>सोशल मीडिया ऐप ,</li><li>नेट बैंकिंग ऐप ,</li><li>,जीमेल ,</li><li>अन्य </li></ol><div>अब इन सब को सुरक्षित रखने के लिए इन सभी ऐप में एक मजबूत पासवर्ड बनाना चाहिए और इन ऐप को सुरक्षित रखने के लिए स्मार्टफोन में भी एक मजबूत पासवर्ड बनाना आवश्यक है , ताकि यदि फोन चोरी या गुम हो तो कोई दुरूपयोग न कर सके। </div></div><div><br /></div><div>पासवर्ड ऐसा बनाये जो किसी भी व्यक्ति द्वारा आसानी से अंदाजा न लगाया जा सके। </div></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div><b>6. फेक विज्ञापन से बचे। </b></div><div><br /></div><div style="text-align: justify;">हम सभी इंटरनेट में कोई चीज की तलाश करते रहते है , ऐसे में विज्ञापन भी आते है हमे यह ध्यान रखना होगा की ऐसे विज्ञापन पर क्लिक न करे जिनकी वेबसाइट फेक लगती हो , फेक वेबसाइट के यूआरएल अजीब से होते है। ऐसे लुभावने ऑफर होते है जो की नमुमकिन हो। </div><div style="text-align: justify;"><ol><li>फेक विज्ञापन में कोई वस्तु का मूल्य अत्यधिक कम होना। </li><li>फेक विज्ञापन में ऐसी जॉब का ऑफर होना जो कि अत्यधिक सैलरी देने का वादा करना। </li><li>फेक विज्ञापन पर ट्रवेल टिकट से सम्बंधित भ्रामक सन्देश। </li><li>फेक विज्ञापन में किसी वस्तु की खरीद पर अत्यधिक छूट </li><li>अन्य। </li></ol><div>इन पर क्लिक न करने और न मांगी गयी कोई भी जानकारी न दे। यदि आपसे आपके बैंक सम्बन्धी कोई भी जानकारी मांगी जाती है , तो बिलकुल न दे न दे। </div><div><br /></div><div><b>7. फेक विज्ञापन से बचे। </b></div><div><br /></div><div>जॉब आजकल प्रत्येक नव युवकों की पहली प्राथमिकता हो गयी , इसका कारण यह है कि आर्थिक आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ साथ समाज में एक गुड विल। </div><div><br /></div><div>जॉब को लेकर यह ध्यान रखना है कि हमे फेक जॉब का शिकार नहीं होना है। फेक जॉब कि पहचान यह कि :-</div><div><ol><li>जॉब के नाम पर रूपये की मांग करना। </li><li>टारगेट पूर्ण न होने पर रूपये की मांग करना। </li><li>रूपये न देने पर धमकी देना। </li><li>जॉब के नाम गोपनीय दस्तावेजों की मांग करना। </li><li>लुभवाने ऑफर देना। </li><li>जॉब लेटर न देना। </li></ol></div></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><br /></div>Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-7504872947854718997.post-63036660727855067692024-01-24T01:27:00.000+05:302024-01-24T01:27:17.035+05:30शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी कोचिंग सेंटरों के लिए महत्वपूर्ण दिशा निर्देश क्या है ? some important guidelines for coaching centers issued by ministry of education <div style="text-align: justify;">www.lawyerguruji.com</div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div>नमस्कार मित्रों ,</div><div><br /></div><div style="text-align: justify;">आज के इस लेख में हम जानेंगे<b> शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी कोचिंग सेंटर के लिए नए दिशा निर्देश क्या है ? / शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी कोचिंग सेंटरों के लिए महत्वपूर्ण दिशा निर्देश। </b> देश में शिक्षा को लेकर सरकार द्वारा कई नियम लागू किये जाते है। देश में सर्वशिक्षा अभियान के तहत शिक्षा सभी का अधिकार है। भारतीय संविधान अनुछेद 21 A शिक्षा का अधिकार को 86 वें संशोधन द्वारा 2002 को जोड़ा गया। राज्य 6 वर्ष से 14 की उम्र के सभी बच्चों को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा प्रदान करेगी। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">समय के अनुसार विद्यालयों की स्थापना हुई जो कि सरकारी और गैर सरकारी है। समय में बदलाव के साथ -साथ देश में कोचिंग सेंटर की स्थापना शुरू हुई , इन कोचिंग सेंटर में जो बच्चे स्कूल में पढ़ रहे या कॉलेज में पढ़ रहे है वे ही प्रवेश लेने लगे , साथ ही साथ प्रतियोगी परीक्षा से सम्बंधित पाठ्यक्रम को पढ़ाने वाल कोचिंग सेंटर की स्थापना हुई। </div><div style="text-align: justify;">इन कोचिंग सेंटर को लेकर शिक्षा मंत्रालय द्वारा नियम लागु किये गए ताकि देश में कोचिंग सेंटर को नियंत्रित किया जा सके<b> , ये नियम लागु करने का उद्देश्य है कि :-</b></div><div style="text-align: justify;"><ol><li>कोचिंग सेंटरों के पंजीकरण और विनियम के लिए रूप रेखा प्रदान करना। </li><li>कोचिंग सेंटर सञ्चालन के लिए न्यूनतम मानक आवश्यकताओं का सुझाव देना। </li><li>कोचिंग सेंटरों में नामांकित छात्रों के हितों की रक्षा करना। </li><li>छात्रों के समग्र विकास के लिए कोचिंग केंद्रों को सह-पाठ्यचर्या सम्बन्धी गतिविधियों पर भी ध्यान केंद्रित करने की सलाह देना। </li><li>मानसिक कल्याण के लिए कैरियर मागर्दर्शन मनोवैज्ञानिक परामर्श प्रदान करना। </li></ol><div><br /></div><div style="text-align: center;"><b>कोचिंग सेंटर के सञ्चालन हेतु नए दिशा निर्देश क्या है ? </b></div><div style="text-align: center;"><br /></div><div> देश में कोचिंग सेंटर के सञ्चालन के लिए शिक्षा मंत्रालय ने जनवरी 2024 को नए नियम लागु किये। ये नए नियम नियम के लागु होने से पहले संचालित कोचिंग सेंटर और नियम लागु के बाद संचालित होने वाले कोचिंग सेंटरों द्वारा पालन करना होगा। </div><div><br /></div><div>शिक्षा मंत्रालय के इन नियमों का मुख्य उद्देश्य यह है कि किसी भी अध्ययन कार्यक्रम , प्रतियोगी परीक्षाओं या शैक्षणिक सहायता में छात्रों को भीतर मार्गर्दर्शन और सहायता के लिए कोचिंग सेंटर के सञ्चालन के लिए दिशा निर्देश प्रदान करना है। </div><div><ol><li><b>कोचिंग सेंटर का पंजीकरण। </b></li><li><b>कोचिंग सेंटर के पंजीकरण की शर्तें। </b></li><li><b>कोचिंग सेंटर के पंजीकरण के लिए आवश्यक दस्तावेज। </b></li><li><b>कोचिंग सेंटर की फीस।</b></li><li><b>कोचिंग सेंटर द्वारा नियमों के उलंघन पर सजा और जुर्माना। </b></li></ol><div>इन सभी सवालों के जवाब हम विस्तार से जानेंगे। </div><div><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgjw9t3mgnnWx6F5omr3L4GSqHb7jfUjR1L2fwnZLPXGnlWAmDpFJQsHaJBTxcGpAASiejDn9_l1WnkIlXjloolysGLGBQA2YQsJdjgsogeXrz0It2w82ryWhxyGgIZSnHmkQaqlaAHBh9Qjwjb4F0eyvB6JjjTiZpK5zcJvsozFXX9TCmtRxyce_u-If36/s640/some%20important%20guidelines%20for%20coaching%20centers%20issued%20by%20ministry%20of%20education.png" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="360" data-original-width="640" height="180" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgjw9t3mgnnWx6F5omr3L4GSqHb7jfUjR1L2fwnZLPXGnlWAmDpFJQsHaJBTxcGpAASiejDn9_l1WnkIlXjloolysGLGBQA2YQsJdjgsogeXrz0It2w82ryWhxyGgIZSnHmkQaqlaAHBh9Qjwjb4F0eyvB6JjjTiZpK5zcJvsozFXX9TCmtRxyce_u-If36/s320/some%20important%20guidelines%20for%20coaching%20centers%20issued%20by%20ministry%20of%20education.png" width="320" /></a></div><br /><div><br /></div><div><br /></div><div><b>1. कोचिंग सेंटर के पंजीकरण की शर्तें क्या है ? </b></div></div><div><br /></div><div>देश में कोई बह कोचिंग सेंटर जो चल रहे है या जो चलने जा रहे है उन्हें कोचिंग नियमों का पालन करना होगा , ये नियम निम्न है :-</div><div><ol><li>कोई भी कोचिंग सेंटर स्नातक ( graduation) योग्यता वाले ट्यूटर्स को नियुक्त नहु करेगा। </li><li>कोई भी कोचिंग सेंटर माता -पिता / छात्रों को कोचिंग सेंटर में दाखिला लेने के लिए भ्रामक वादे या रैंक या अच्छे अंक की गारंटी नहीं देगा। </li><li>कोई भी कोचिंग सेंटर 16 वर्ष से कम उम्र क्र छात्र का नामांकन नहीं करेगा या छात्र का नामांकन केवल माध्यमिक विद्यालय परीक्षा ( high school exam ) के बाद ही होना चाहिए। </li><li>कोई भी कोचिंग सेंटर गुणवत्ता दी जाने वाली सुविधा या ऐसी कोचिंग सेंटर द्वारा प्राप्त परिणाम के बारे में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से किसी भी दावे से सम्बंधित किसी बह भ्रामक विज्ञापन को प्रकाशित नहीं कराएगा या प्रकाशन में भाग नहीं लेगा वह छात्र जिसने ऐसा कक्षा में भगा लिया है। </li><li>किसी भी कोचिंग सेंटर को पंजीकृत नाह किया जयएगा यदि उसके पास प्रति छात्र न्यूनतम स्थान की आवश्यकता से कम है। </li><li>कोई भी कोचिंग सेंटर किसिस ऐसे ट्यूटर या व्यक्ति की सेवाएं नहीं लेगा , जिसे नैतिक अदंता से जुड़े किसिस अपराधके लिए दोषी ठहराया गया है। </li><li>किसीसभीकोअचिंग सेंटर को तब तक पंजीकृत नहीं कियीआजायेगा जब तक कि उसके पास इस दिशानिर्देशों की आवश्यकता के अनुसार परामर्श प्रणाली न हो। </li></ol><div>2. कोचिंग सेंटर के पास ऐसी वेबसाइट होगी जिसमे ट्यूटर्स की योग्यता , पाठ्यक्रम / पाठ्यचर्या , पूरा होने की अवधि , छात्रावास सुविधाएं ( यदि कोई हो ) और ली जाने वाली फीस , आसान निकास निति , शुल्क वापसी निति , नामांकित किये गए छात्रों की संख्या के अद्यतन विवरण होंगे। केंद्र से कोचिंग और छात्रों की संख्या अंततः उच्च शिक्षा संस्थानों आदि में प्रवेश पाने में सफल रहे। </div></div><div><br /></div><div>3. कोचिंग सेंटर स्थानीय क्षेत्राधिकार लागु अलग पंजीकरण सहित विभिन्न कानूनों , नियमों ,विनियमों आदि का पालन करेंगे। </div><div><br /></div><div><b>2. कोचिंग सेंटर के पंजीकरण के लिए कैसे होगा ? </b></div><div><br /></div><div>कोचिंग सेंटर के पंजीकरण के लिए दिशानिर्देश बनाये , इन दिशानिर्देशों का पालन करना अनिवार्य है :-</div><div><ol><li>कोई व्यक्ति इन दिशानिर्देशों के प्रावधानों के अनुसार ऐसे कोचिंग सेंटर के पूर्व पंजीकरण के बाद ही कोचिंग प्रदान करेगा या कोचिंग सेंटर स्थापित करेगा , चलाएगा , प्रबंधन करेगा या रखरखाव करेगा। </li><li>दिशानिर्देशों के कार्यान्वयन की तिथि पर मौजूद कोचिंग सेंटर , दिशानिर्देशों के कार्यान्वयन की तिथि से तीन महीने की अवधि के भीतर पंजीकरण के लिए आवेदन करेंगे। </li><li> कोचिंग सेंटर के पंजीकरण के लिए आवेदन उस सक्षम प्राधिकारी के समक्ष किया जायेगा जिसके स्थानीय क्षेत्राधिकार में ऐसा कोचिंग सेंटर स्थित है , पंजीकरण फॉर्म में ऐसी फीस और दस्तावेजों के साथ जो उपयुक्त सरकार द्वारा निर्दिष्ट जिए जा सकते है। </li><li>यदि कोचिंग सेण्टर की कई शखाएँ है , तो ऐसी प्रत्येक शाखाओं को अलग कोचिंग सेंटर माना जायेगा और उस प्रत्येक कोचिंग की शाखा के पंजीकरण के लिए अलग आवेदन जमा करना अनिवार्य है। </li><li>कोचिंग सेंटर के पंजीकरण के लिए आवेदन सक्षम प्राधिकारी के समक्ष प्राप्त होने की तारीख से 3 माह के भीतर या तो निर्धारित प्रपत्र में पंजीकरण प्रमाण पत्र प्रदान करेगा या पंजिकरण न करने के कारण को दर्ज करने के बाद ऐसे पंजीकरण प्रमाण पत्र देने से इंकार करने के अपने आदेश के बारें में बताएगा। परन्तु इस शर्त से कि पंजीकरण से इंकार करने का कोई भी आदेश सम्बंधित व्यक्ति को सुनवाई का उचित अवसर प्रदान किये बिना पारित नहीं किया जायेगा। </li><li>कोचिंग पंजीकरण प्रमाण पत्र की वैधता की अवधि उपयुक्त सरकार द्वारा तय की जाएगी , जब तक कि किसी कारण से पहले रद्द न किया गया हो। </li><li>प्रत्येक पंजीकृत कोचिंग सेंटर के पंजीकरण प्रमाणपत्र का नवनीकरण (renewal) के लिए पंजीकरण की समाप्ति की तारीख से 2 माह पहले सक्षम प्राधिकारी के समक्ष ऐसे फॉर्म को ऐसे शुल्क और दस्तावेजों के साथ आवेदन करना होगा जो उपयुक्त दरकार द्वारा निर्दिष्ट किया जा सकता है। </li><li>सक्षम प्राधिकारी, निर्धारित प्रपत्र में पंजीकरण के नवनीकरण आवेदन पत्र प्राप्त होने पर और निर्धारित शुल्क के भुगतान पंजीकरण अवधि की समाप्ति से पहले पंजीकरण संख्या के नवनीकरण के लिए आवेदन पर निर्णय ले सकता है या पंजीकरण की समाप्ति से पहले पंजीरकण के नवनीकरण इंकार करने के कारणों को लिखित रूप में दर्ज करने के बाद आवेदक को सूचित कर सकता है। परन्तु ऐसा कोई भी आदेश तब तक पारित नहीं किया जायेगा जब तक आवेदक को सुनवाई का उचित अवसर न प्रदान किया जाये। </li><li>उपयुक्त सरकार द्वारा न्यूनतम मानव इंटरफेस के साथ फेसलेस (faceless ) तरीके से कोचिंग सेंटर के पंजीकरण की सुविधा के लिए एक वेब साइट - पोर्टल / ऑनलाइन प्रणाली बनाएगी। </li></ol><div><b>3. कोचिंग पंजीकरण के लिए लगने वाले आवश्यक दस्तावेज कौन से है ? </b></div></div><div><br /></div><div>उच्च शिक्षा विभाग , शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा कोचिंग सेंटर के पंजीकरण के लिए बनाये गये नियमों के अनुसार कोचिंग पंजीकरण के आवेदन पत्र के साथ लगने वाले दसितावेज़ और कोचिंग सेंटर मालिक द्वारा यह वचन शपथ में किया जायेगा कि :-</div><div><ol><li>वह केवल " पंजीकृत कोचिंग सेंटर " इस शब्द का उपयोग करेगा और किसी भी साइन बोर्ड या किसी प्रॉस्पेक्टस या पत्राचार या किसी भी प्रकृति के संचार या किसी स्थान पर " मान्यता प्राप्त " या "अनुमोदित" शब्दों का उपयोग नहीं करेगा। </li><li>उन छात्रों के कोचिंग कक्षाएं जो संस्थानों। स्कूलों में पढ़ रहे है उनके संस्थानों / स्कूलों के समय के दौरान आयोजित नहीं किया जायेगा। </li><li>ट्यूटर्स की योग्यता , समय सारिणी सम्बन्ध में , कोचिंग क्लास , ली जाने वाली फेस और सामान्य जानकारी निर्दिष्ट है , आवश्यक जानकारी के सम्बन्ध में कोचिंग क्लास वेबसाइट और कोचिंग सेंटर के परिसर के प्रमुख स्थान पर नोटिस बोर्ड पर प्रदर्शित की जायगी। </li><li>उसे या कोचिंग सेंटर में किसी भी तरह से नियुक्त किसी शिक्षक या व्यक्ति को नैतिक पतन से जुड़े किसी भी अपराध के लिए दोषी न ठहराया गया है और शिक्षक के रोजगार में किसी भी बदलाव के बारें में तत्काल सक्षम प्राधिकारी को सूचित किया जायेगा। </li><li>उसे कोचिंग क्लास प्रवेश के लिए छात्रों की निर्दिष्ट संख्या से सम्बंधित शर्तों का पालन करना होगा। </li><li>वह इस दिशानिर्देशों नियमों और शर्तों का पालन करेगा / करेगी। </li><li>पंजीकरण के नवीनकरण के लिए आवेदन पत्र के साथ चार्टेड अकॉउंटेड द्वारा लेखापरीक्षित खतों के विवरण की एक प्रति संलग्न की जाएगी। </li></ol><div><b>4. कोचिंग सेंटर की फीस सम्बन्धी नियम क्या है ?</b></div></div><div><br /></div><div>कोचिंग सेंटर सम्बन्धी फीस नियम निम्न है :-</div><div><ol><li>कोचिंग सेंटर द्वारा विभिन्न पाठ्यक्रम / पाठ्यचर्या के वाली ट्यूशन फीस उचित होगी और ली गयी फीस की रसीदें उपलब्ध कराई जानी चाहिए। </li><li>कोचिंग सेंटर को विभिन्न पाठ्यक्रम / पाठ्यचर्या का उल्लेख करते हुए एक प्रॉस्पेक्टस जारी करना होगा। पाठ्यकम पूरा होने की अवधि , कक्षाओं की संख्या , व्याख्यान , टूटोरियल , छात्रावास की सुविधाएं यदि कोई हो और ली जाने वाली फीस , आसान निकास निति , शुल्क वापसी आदि। ये विवरण भवन परिसर में प्रमुख और सुलभ स्थान पर प्रदर्शित किये जायेंगे। </li><li>कोचिंग सेंटर द्वारा नामांकित छात्र को प्रोस्पेटस , नोट्स और अन्य सामग्री बिना किसी अलग शुल्क के उन्हें प्रदान की जयएगी। </li><li>यदि छात्र ने पाठ्यक्रम के लिए पूरा भुगतान कर दिया है और निर्धारित अवधि के बीच में पाठ्यक्रम छोड़ छात्र को शेष अवधि के लिए पूर्व में जमा की गयी फीस में से अनुपाती आधार पर 10 दिनों के भीतर वापस कर दी जाएगी। यदि छात्र कोचिंग सेंटर के छात्रावास रह रहा है तो छात्रवास फीस और मेस फीस आदि भी वापस कर दी जाएगी। </li><li>किसी भी परिस्थिति में किसी विशेष पाठ्यक्रम और अवधि के लिए जिस आधार पर पर वतावरण बनाया गया है , उस पाठ्क्रम की अवधि के दौरान शुल्क में वृद्धि नहीं की जाएगी। </li></ol><div><b>5 . कोचिंग सेंटर द्वारा नियमों के उल्लंघन सजा और जुर्माना क्या है ? </b></div></div><div><br /></div><div>शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी दिशानिर्देशों के उल्लंघन पर कोचिंग सेंटर को दण्डित किये जाने का प्रावधान है।</div><div><br /></div><div>1 . सक्षम प्राधिकारी के पास सिविल न्यायालयों की शक्ति होगी। सक्षम प्राधिकारी के पास ऐसी शक्ति होगी जो किसी ही मुक़दमे विचार करने के लिए सिविल प्रक्रिया संहिता 1908 के तहत न्यायालों में निहित है। </div><div><ol><li>शपथ पत्र के माध्यम से सबूत के साक्ष्य स्वीकार करना ,</li><li>किसी व्यक्ति को बुलावा और उसकी उपस्थिति सुनिश्चित करना और शपथ पर उसकी परीक्षा करना ,</li><li>अभिलेखों के प्रस्तुतिकरण के बाध्य करना ,</li><li>अवार्ड कॉस्ट। </li></ol><div>2. . पंजीकरण या सामान्य शर्तों के कसी भी नियम और शर्तों के उल्लंघन के मामले में कोचिंग सेंटर निम्नानुसार दंड के लिए उत्तरदायी होगा :-</div></div><div><ol><li>पहले अपराध के लिए 25000 रूपया जुर्माना। </li><li>दूसरी बार अपराध के लिए 100, 000 रुपया जुर्माना </li><li>बाद के अपराध के लिए पंजीकरण रद्द करना। </li></ol></div><div><br /></div><div><br /></div></div>Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-7504872947854718997.post-56898368042461311612024-01-17T21:59:00.000+05:302024-01-17T21:59:12.026+05:30 नोटरी क्या होती है ? what is notarywww.lawyerguruji.com <div><br /></div><div style="text-align: justify;">नमस्कार मित्रों , </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">आज के इस लेख में हम जानेंगे कि<b> नोटरी क्या होती है ? </b>नोटरी इस शब्द कोई प्रत्येक व्यक्ति पहली बार तब सुनता है , जब किसी दस्तावेज को कानूनी रूप से प्रामाणिक करवाना होता है। नोटरी का कानून महत्त्व अपने स्थान पर। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय में प्रवेश लेना हो और इस मध्य गैप हो गया तो उस गैप का कारण लिखित में शपथ पत्र में देना होता है उस शपथ पत्र को नोटरी करवा के दाखिल कर सकते है। एंटी रैगिंग के सम्बन्ध में विद्यार्थी और माता पिता या संरक्षक द्वारा लिखित में शपथ पत्र देना होता है इसे दस्तावेज को भी नोटरी करवा के दे सकते है। सरकारी या गैर सरकारी नौकरी या अन्य जगह जब कोई शपथ पत्र पर आपसे तथ्यों को माँगा जाता है , तो उन तथ्यों को नोटरी करवा कर दे सकते है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"> कुछ दस्तावेज निर्भर करते है उनकी विकल्पता पर की नोटरी या रजिस्ट्री जो परिस्थिजन्य हो करवाई जा सकती है। </div><div style="text-align: justify;">लेकिन कुछ दस्तावेज ऐसे भी है जिनकी रजिस्ट्री कानून अनिवार्य ही है। जैसे कि दान पत्र, बैनामा ( सेल डीड ), वसीयत ,बंधक पत्र, गोदनामा , पट्टा। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b>नोटरी को समझने के लिए इनको अच्छे से समझना होगा। </b></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiy44ep1k6PGfZ4cN22nl49XP6jruQsflSVCDOtHJgzRUeTH7OZNqyVyUcnESr-9Klc81PCcSGR9alZl9xgg5QycmEnvu1dshlk_XI3E40j0ty1o2raBBy6WJ0f2ed1Ts1IPV82JSP063iJx1jyIlLRUBZB3th6Zy2yXxz9lQOec5YtQQMpXxUnUCYoglYn/s640/NOTARY.png" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img alt="नोटरी क्या होती है ? what is notary" border="0" data-original-height="360" data-original-width="640" height="180" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiy44ep1k6PGfZ4cN22nl49XP6jruQsflSVCDOtHJgzRUeTH7OZNqyVyUcnESr-9Klc81PCcSGR9alZl9xgg5QycmEnvu1dshlk_XI3E40j0ty1o2raBBy6WJ0f2ed1Ts1IPV82JSP063iJx1jyIlLRUBZB3th6Zy2yXxz9lQOec5YtQQMpXxUnUCYoglYn/w320-h180/NOTARY.png" title="नोटरी क्या होती है ? what is notary" width="320" /></a></div><br /><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b>नोटरी क्या है ?</b></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">नोटरी को नोटरी अधिनियम 1952 की धारा 2 खंड घ में नोटरी को परिभाषित किया गया है , जिसके अनुसार नोटरी से अभिप्रेत एक ऐसा व्यक्ति जो कि नोटरी अधिनियम के तहत नियुक्त किया गया है। धारा 3 के तहत केंद्रीय सरकार को नोटरी नियुक्त करने की शक्ति प्राप्त है , जिसके तहत सम्पूर्ण भारत के लिए या उसके किसी भाग के लिए और राज्य सरकार सम्पूर्ण राज्य के लिए या उसके किसी भाग के लिए किन्ही विधि व्यवसायिओं को या अन्य किसी को जिसके पास ऐसी अहर्ताएं है जो विहित की जाएँ नोटरी नियुक्त कर सकती है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">साधारण शब्दों में नोटरी का अर्थ नोटरी का उपयोग किसी दस्तावेज को तस्दीक करने के लिए किया जाता है , दस्तावेजों जैसे कि एग्रीमेंट , शपथ पत्र या अन्य दस्तावेज। इन दस्तावेजों को तस्दीक करने के लिए केंद्रीय सरकार और राज्य सरकार अपने क्षेत्राधिकार के भीतर विधि व्यवसायिओं को नियुक्त करती है। नोटरी नियम के अनुसार ही दस्तावेजों की तस्दीक की जानी चाहिए। नोटरी उन दस्तावेजों को तस्दीक करने का अधिकार नहीं रखता है जिन्हे रजिस्ट्रेशन एक्ट के अधीन रजिस्ट्रेशन करवाने का आदेश दिया गया है। जैसे कि सेल डीड। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">यदि नोटरी , नोटरी नियमों का उल्लंघन कर किसी ऐसे दस्तावेज की तस्दीक करता है जिसे तस्दीक करने का अधिकार उसे नहीं है , तो ऐसा किया गया दस्तावेज न्यायालय में किसी भी प्रकार की कोई मान्यता नहीं होगी। ऐसे दस्तावेज के तस्दीक किये जाने के लिए नोटरी के ऊपर अनुशासनहीनता की कार्यवाही के साथ दंडात्मक कार्यवाही भी की जाएगी। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b>नोटरी के कार्य क्या है ?</b></div><div style="text-align: justify;"><b><br /></b></div><div style="text-align: justify;">नोटरी अधिनियम 1952 की धारा 8 में नोटरियों के कृत्य यानी कार्यों का उल्लेख किया गया है , नोटरी की किन किन कर्यों को करने का अधिकार है वे निम्नलिखित है :-</div><div style="text-align: justify;"><ol><li>किसी लिखित के \निष्पादन को सत्यापित , अधिप्रमाणित, प्रमाणित या अनुप्रमाणित करना। </li><li>किसी वचनपत्र , हुड्डी या विनिमयपत्र के अप्रतिग्रहण को प्रतिग्रहण के लिए या संदाय के लिए प्रस्तुत कर सकता है या अधिक अच्छी प्रतिभूति की मांग कर सकता है। </li><li>किसिस वचन पत्र , हुड्डी का विनियमिपत्र के अप्रतिग्रहण या असन्दाय द्वारा अनादर को नोट करना या उसका प्रसाक्ष्य करना या अधिक अच्छी प्रतिभूति के लिए प्रसाक्ष्य करना या परक्राम्य लिखित अधिनिया 1881 (1181 का 26 ) के अधीन आदर का कार्य तैयार करना या ऐसी नोट या प्रसाक्ष्य की सूचना तामील करना। </li><li>पोत का प्रसाक्ष्य , नौका का प्रसाक्ष्य या डेमरेज और अन्य वाणिजियक मामलों के बारे में प्रसाक्ष्य नोट करना और लेखबद्ध करना। </li><li>किसिस व्यक्ति को शपथ देना या उससे शपथपत्र लेना। </li><li>बाटमारीऔर जहाजी मॉल बंधनपत्र , पोत भटक पत्र और अन्य वाणिजियक दस्तावेज बनाना। </li><li>भारत से बाहर किसी देश या स्थान में प्रभावी होने के लिए आशयित किसी दस्तावेज की ऐसी प्रारूप में और ऐसी भाषा में जो उस स्थान की विधि के अनुरूप है जहाँ ऐसे विलेख का प्रवर्तन आशयित है तैयार करना , अधिप्रमाणित या अनुप्रमाणित करना। </li><li> एक भाषा से दूसरी भाषा में किसी दस्तावेज का अनुवाद करना और ऐसे अनुवाद को सत्यापित करना। </li><li>यदि किसी न्यायालय या प्राधिकारी द्वारा ऐसा निदेश दिया जाए हो ,किसी लिखित या दाण्डिक विचारण में साक्ष्य अभिलिखित करने के लिए आयुक्त के रूप में कार्य करना। </li><li>यदि ऐसा अपेक्षित हो तो मध्यस्त , बिचौलिया या सहलाकर के रूप में कार्य करना। </li><li>कोई अन्य कार्य करना जो विहित किया जाए।</li></ol><div>उपरोक्त कोई कार्य उस दशा के सिवाय जब वह नोटरी द्वारा उसके हस्ताक्षर और पदीय मुद्रा के साथ किया गया है , नोटरी का कार्य नहीं समझा जायेगा। </div></div><div style="text-align: justify;"><b><br /></b></div><div style="text-align: justify;"><b><br /></b></div><div style="text-align: justify;"><b> नोटरी किन दसतवजों की तस्दीक कर सकता है ? </b></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">नोटरी नियम के अनुसार नोटरी निम्न दस्तावेज की तस्दीक कर सकेगा :-</div><div style="text-align: justify;"><ol><li>शपथ पत्र। </li><li>कॉलेज में लगने वाले शपथ पत्र। </li><li>नौकरी के द्वौरान लगने वाले शपथ पत्र। </li><li>11 माह की किरायेदारी अनुबंध ( Rent Agreement )</li><li>पावर ऑफ़ अटॉर्नी। </li><li>अन्य दस्तावेज जो कि नोटरी नियम के अनुसार विहित किये गए है। </li></ol><div><b>नोटरी के लाभ क्या है ?</b></div><div><ol><li>नोटरी द्वारा दस्तावेजों को तस्दीक करवाना सुविधाजनक और आसान है। </li><li>नोटरी द्वारा तस्दीक किये गए दस्तावेज़ न्यायालय में मान्य होते है , बशर्त की तस्दीक करने का अधिकार है। </li><li>न्यायालय में गवाहों के शपथ पत्र नोटरी द्वारा ही तस्दीक किये जाते है। </li><li>नोटरी में स्टाम्प ड्यूटी शुल्क नहीं लगता बल्की इसमें कोर्ट फी टिकट लगते है। </li></ol><div><br /></div></div></div>Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-7504872947854718997.post-52420613636736641002024-01-08T00:27:00.004+05:302024-01-08T00:27:38.121+05:30 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को सिगरेट या तम्बाकू बेचने पर सजा क्या होगी ? punishment for selling cigarette or tobacco to children under 18 years of age www.lawyerguruji.com <div><br /></div><div><br /></div><div style="text-align: justify;">नमस्कार मित्रों,</div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">आज के इस लेख में हम जानेंगे कि<b> 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को सिगरेट या तम्बाकू बेचने पर कितने साल की सजा होगी ? </b>अक्सर हम बाहर कहीं न कहीं छोटे बच्चो को देखते है कि वह सिगरेट पी रहें है या तम्बाकू का सेवन कर रहे है , उन्हें देख कर एक अनुमान लगता है कि इनकी उम्र कम और इस कम उम्र से ही ये इस नशे की बुरी आदत का शिकार हो रहे रहे है। यह आदत इन बच्चों के भविष्य पर बुरा असर दाल रही , ये मानसिक और शारीरिक रूप से भी बीमार हो रहे है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">मन में यही एक सवाल आता है कि जो इन 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को सिगरेट या तम्बाकू बेच रहें है , क्या उनके खिलाफ , उनको सजा दिलवाने के लिए कोई कानून बना है या नहीं। यदि बना है , तो </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><ol><li><b>18 वर्ष से काम उम्र के बच्चों को सिगरेट और तम्बाकू न बेचने पर कौन सा कानून है ?</b></li><li><b>उस कानून के तहत सजा क्या होगी ?</b></li></ol><div>इन दो सवालों के जवाब विस्तार से जाने। </div><div><br /></div><div><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgYIQh4n97tPS6BRN4ov55eNHzAExlC9CX8_Jq7Y-cApfs2tCb0bZAL2FyzDq2DkEfAgJFMsz3GxqmcnmEw4Ju64kmfYg8VphIXp9ULI8KdIMdY55pWF86LgS3o_8SbNCpoiYTcPc6DERgiQmFjej1Pl-aBgfbHlCatvmTyNbPaHb4SGdEbjWgO-pvtxTVH/s640/smoke%20.png" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img alt="18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को सिगरेट या तम्बाकू बेचने पर सजा क्या होगी ? punishment for selling cigarette or tobacco to children under 18 years of age" border="0" data-original-height="360" data-original-width="640" height="180" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgYIQh4n97tPS6BRN4ov55eNHzAExlC9CX8_Jq7Y-cApfs2tCb0bZAL2FyzDq2DkEfAgJFMsz3GxqmcnmEw4Ju64kmfYg8VphIXp9ULI8KdIMdY55pWF86LgS3o_8SbNCpoiYTcPc6DERgiQmFjej1Pl-aBgfbHlCatvmTyNbPaHb4SGdEbjWgO-pvtxTVH/w320-h180/smoke%20.png" title="18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को सिगरेट या तम्बाकू बेचने पर सजा क्या होगी ? punishment for selling cigarette or tobacco to children under 18 years of age" width="320" /></a></div><div><br /></div><div><br /></div><div><b>1. 18 वर्ष से काम उम्र के बच्चों को सिगरेट और तम्बाकू न बेचने पर कौन सा कानून है ? </b></div><div><br /></div><div>COTPA / सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद ( विज्ञापन का प्रतिषेध और व्यापार तथा वाणिज्य , उत्पाद , प्रदाय और वितरण का विनियम ) अधिनियम 2003 की धारा 6 18 वर्ष से कम उम्र के व्यक्ति को और विशिष्ट क्षेत्र या अन्य तम्बाकू उत्पादों की बिक्री पर प्रतिषेध लगाती है। </div><div>अधिनियम की धारा 6 साफ साफ कहती है कि नाबलिगकों द्वारा तम्बाकू उत्पादों को खरीदना और बेचना निषेध है। </div><div><br /></div><div>धारा 6 खंड क के तहत ऐसे किसी व्यक्ति को जो 18 वर्ष से काम उम्र का है , और </div><div>धारा 6 खंड ख के तहत किसी शैक्षिक संस्था की एक सौ गज की परिधि के भीतर किसी सतना पर सिगरेट या अन्य तम्बाकू उत्पादों के किसी व्यापार चिन्ह या ब्रांड , नाम का विज्ञापन नहीं करेगा या उसके विज्ञापन के लिए करार करेगा। </div><div><br /></div><div>इस अधिनियम को COTPA / कोटपा भी कहा जाता है , जो कि सिगरेट और अन्य तम्बाकू उत्पादकों के विज्ञापन और व्यापार तथा वाणिज्य उत्पादन ,,प्रदाय और वितरण से सम्बंधित नियम बनाता है। </div><div><br /></div><div><br /></div><div><br /></div><div><b>2. 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को सिगरेट या अन्य तम्बाकू उत्पाद बेचने पर सजा क्या होगी ? </b></div><div><br /></div><div><b>1.</b> 18 वर्ष से कम उम्र के किसी बच्चे को सिगरेट या ने तम्बाकू उत्पाद की बिक्री और विज्ञापन पर निषेध है , यानी सिगरेट तम्बाकू उत्पाद की न ही बिक्री की जाएगी और न ही पेशकश। यदि कोई भी व्यक्ति 18 वर्ष से कम उम्र के किसी भी बच्चे को सिगरेट या तम्बाकू बेचते हुए पकड़ा जाता है, तो उस क्षेत्र के पुलिस अधिकारी द्वारा सिगरेट या अन्य तम्बाकू उत्पादों की बिक्री करने वाले व्यक्ति की गिरफ़्तारी की जाएगी और गिरफ्तार किये गए व्यक्ति को 24 घंटे के भीतर उस क्षेत्राधिकार की मजिस्ट्रेट कोर्ट में हाजिर किया जायेगा। </div><div><br /></div><div><br /></div><div><b>सिगरेट और अन्य तम्बाकू उत्पाद ( विज्ञापन का प्रतिषेध और व्यापार तथा वाणिज्य , उत्पादन ,प्रदाय और वितरण का विनियम ) अधिनियम 2003</b> में उल्लिखित अपराध के आरोप के लिए अधिनियम की धारा 24 के तहत 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चे को सिगरेट और अन्य तम्बाकू उत्पाद की बिक्री के अपराध के लिए दोषी मानते हुए 200 रूपये तक जुर्माने से दंडनीय होगा। </div><div><br /></div><div><b>2. किशोर न्याय ( बच्चों की देखभाल और संरक्षण ) अधिनियम 2015 के धारा 77</b> के तहत एक योग्य चिकित्सक को छोड़कर कोई अन्य व्यक्ति 18 वर्ष से काम उम्र के किसी बच्चे को किसी भी नशीली शराब, नशीली दवा या तम्बाकू उत्पादों या मादक पदार्थ देता है तो उस व्यक्ति को 7 वर्ष तक कारावास की सजा या 1 लाख रूपये तक का जुर्माने से दण्डित किया जायेगा। </div></div>Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-7504872947854718997.post-19732108385221655392024-01-07T00:09:00.002+05:302024-01-07T00:09:49.659+05:30साइबर ग्रूमिंग क्या होती है और साइबर ग्रूमिंग से कैसे बचे ? what is cyber grooming and safety tips for cyber grooming <div style="text-align: justify;">www.lawyerguruji.com</div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">नमस्कार मित्रों ,</div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">आज के इस लेख में हम जानेंगे कि <b>साइबर ग्रूमिंग क्या होती है और साइबर ग्रूमिंग से कैसे बचे ?</b> टेक्नोलॉजी के विकास होने से इसने लोगो के जीवन को बहुत ही आसान बना दिया। जिस कार्य को करने में काफी समय लगता था अब वही आसानी से काम समय में सुविधाजनक हो गया है। टेक्नोलॉजी के इस युग में इंटरनेट एक अहम् भूमिका निभा रहा है , व्यक्ति अपना मनचाहा कार्य अब घर बैठे भी कर सकता है। जैसे हर चीज में अच्छाई और बुराई होती है वैसे इसमें भी एक है , कुछ लोग इस इंटरनेट का दुरूपयोग कर आपराधिक कार्य कर रहे है उन्ही में से एक साइबर ग्रूमिंग भी है। साइबर ग्रूमिंग को सुन कर आप सभी के मन में कई तरह के सवाल उठ रहे होंगे जैसे कि :-</div><div style="text-align: justify;"><ol><li><b>साइबर ग्रूमिंग क्या है ? </b></li><li><b>साइबर ग्रूमिंग का शिकार कौन होता है ? </b></li><li><b>साइबर ग्रूमिंग का शिकार होने से कैसे बचे ?</b></li><li><b>साइबर ग्रूमिंग की शिकायत कैसे करें ? </b></li></ol><div>इन सभी सवालों के जवाब विस्तार से जाने। </div><div><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjRykL1_LfazUD6V6MosmfpYpLLN7YgmJ6-5MCIXLl_7ZyM7McidUOvSQefP_hja1JPKhx5oZCttvz2tl0MjRWmmdfxL-U1na7n-g3hd7Ee5XxG2mRwYl_wnc_jCS4drESIF4GPDVCNYtelPcTJ9qai67TKYveBcXRl96H6eLBcPixIGLTm_dNViBvKKuVL/s640/cyber%20grooming%20.png" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="360" data-original-width="640" height="180" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjRykL1_LfazUD6V6MosmfpYpLLN7YgmJ6-5MCIXLl_7ZyM7McidUOvSQefP_hja1JPKhx5oZCttvz2tl0MjRWmmdfxL-U1na7n-g3hd7Ee5XxG2mRwYl_wnc_jCS4drESIF4GPDVCNYtelPcTJ9qai67TKYveBcXRl96H6eLBcPixIGLTm_dNViBvKKuVL/s320/cyber%20grooming%20.png" width="320" /></a></div><div><br /></div><div><br /></div><div><b>1. साइबर ग्रूमिंग क्या है ?</b></div><div><br /></div><div>साइबर ग्रूमिंग को समझने के लिए इसके अर्थ को अच्छे से जानना होगा। साइबर ग्रूमिंग के इन दो शब्दों के अर्थ को जाने। साइबर का अर्थ डिजिटल टेक्नोलॉजी जो कि कंप्यूटर और इंटरनेट का उपयोग करना है। ग्रूमिंग का अर्थ सामान्य तौर पर सजने सवरना है परन्तु कानूनी भाषा में इसे किसी व्यक्ति के विश्वास जितना और भवनात्मक सम्बन्ध बनाना। </div><div><br /></div><div>साइबर ग्रूमिंग जिसका अर्थ कंप्यूटर और इंटरनेट का उपयोग कर जरिये ऑनलाइन किसी व्यक्ति के विश्वास को जीतना और भावनात्मक सम्बन्ध स्थापित करना है। जिसका मुख्य उद्देश्य है यौन उत्पीड़न और शोषण करना है। साइबर ग्रूमिंग एक ऐसी ऑनलाइन प्रक्रिया है जहाँ कोई व्यक्ति यौन उत्पीड़न और शोषण करने के लिए उन कम उम्र के बच्चों और किशोरों को शिकार बनाता है जो कि सोशल मीडिया पलटफोर्म और मैसेजिंग प्लेटफार्म का उपयोग कर रहे है , इन पलटफोर्म के जरिये बच्चों और किशोरों से संपर्क में आकर इनका विश्वास जितना और भावनात्मक तरीके से सम्बन्ध बना कर इन पर अपना प्रभाव बनाना है। विश्वास और भावनात्मक सम्बन्ध इतना गहरा बना लेना ताकि यौन प्रकृति जैसे कि यौन बातचीत , चित्र या चल चित्र आदि अनुचित सामग्री की मांग करना और बाद में इन्ही सब के जरिये धमकी और ब्लैक मेल कर के आर्थिक मांग करना। </div><div><b><br /></b></div><div><b>2. साइबर ग्रूमिंग का शिकार कौन होता है ? </b></div><div><br /></div><div>साइबर ग्रूमिंग का शिकार ऑनलाइन सोशल मीडिया प्लेटफार्म या मैसेजिंग प्लेटफार्म या ऑनलाइन गेमिंग का उपयोग कर रहे बच्चे और किशोर इस साइबर ग्रूमिंग का शिकार बनते है। इन प्लेटफार्म के माध्यम से साइबर ग्रूमर बच्चों और किशोरों के विश्वास को जीतकर उनके साथ भावनात्मक सम्बन्ध बनाकर उसका यौनशोषण और यौनउत्पीडन करना होता है। </div><div><br /></div><div><b>4 . साइबर ग्रूमिंग की शुरुआत कैसे होती है ?</b></div><div><br /></div><div>साइबर ग्रूमिंग का शुरुआत होती है ऑनलाइन सोशल मीडिया प्लेटफार्म , मैसेजिंग प्लेटफार्म या ऑनलाइन मल्टीप्लयेर गेमिंग प्लेटफार्म से अनजान व्यक्ति यानी साइबर ग्रूमर्स बच्चो और किशरों से संपर्क स्थापित करना। </div><div><ol><li>संपर्क स्थापित होने के बाद दोस्ती की शुरुआत कर उनके हिसाब से उनके तरीके ऐसे उनको पसंद आने वाली उसके मन मुताबिक बातें करना और ,</li><li>उपहार देना , </li><li>अच्छा और बुरा की समझ करवाना ताकि विस्वास जीता जा सके। </li><li>भावनात्मल बातें करके उनपर अपना एक अच्छा प्रभवा बनाना। </li><li>अपनी फोटो और वीडियो शेयर करना और उधर से भी मांग करना। </li><li>धीरेधीरे सामान्य बातचीत से समय सही सझते हुए अनुचित सामग्री की मांग करना जैसे कि यौन बातचीत , यौन प्रकृति की सामग्री की मांग करना। </li><li>कामुकता सामग्री का अदान प्रदान करना। </li><li>फोटो या वीडियो के जरिये यौन इच्छाओं की मांग करना फिर इनकी रिकॉर्डिंग करना ताकि ब्लैकमेल कर आर्थिक और मनोवैज्ञानिक क्षति कारित करना। </li></ol><div><b>5. साइबर ग्रूमिंग की पहचान यानि इसके लक्षण क्या है ? </b></div><div> कोई बच्चा या किशोर साइबर ग्रूमिंग की पहचान कर पाना बहुत ही मुश्किल है परन्तु इसके कुछ लक्षण है जिनकी सहायता से मालूम किया जा सकता है :--</div><div><ol><li>बच्चो या किशोरों का अधिकांश समय अपने कमरे में या किसी भी स्थान के एकांत रूप से लैपटॉप या स्मार्ट फ़ोन में व्यस्त रहना। </li><li>ऑनलाइन गतिविधियों में रक्षात्मक और गुप् तरीके से गुप्त रहना। </li><li>किसी भी व्यक्ति को अपना लैपटॉप या स्मार्टफोन न छूने देना न देखने देना। </li><li>किसी बट पर एकाग्रता से न सुनना न ही किसी बातों पर ध्यान देना। </li><li>किसी बात का जवाब न देना और देना भी तो भी चिढ़कर या झिल्ला कर देना। </li></ol><div><b>6. साइबर ग्रुमिंग का बच्चे और किशोर शिकार न हो इसके लिए क्या करें ?</b></div></div><div><br /></div><div>साइबर ग्रूमिंग जो कि एक साइबर थ्रेट है , इसका शिकार पके भी बच्चे न हो तो इसके लिए माता पिता या संरक्षक को ये सवधानियाँ अपनानी पड़ेगी जैसे की :-</div><div><ol><li>बच्चों या किशोर के साथ एक अच्छा और सही समय बिताये उसने बात करें , अच्छे से समझाएं क्या सही है क्या गलत है। </li><li>सोशल मीडिया प्लेटफार्म या मैसेजिंग ऐप या ऑनलाइन मल्टीप्लयेर गेमिंग ऐप में किसी अनजान व्यक्ति द्वारा भेजी गयी फ्रेंड्स रिक्वेस्ट को स्वीकार न करें। </li><li>ऑनलाइन किसी भी व्यक्ति के साथ अपनी गोपनीय जानकारी साझा न करें जैसे कि :- जन्म तिथि , घर का पता , मोबाइल नंबर , ईमेल आईडी , फोटो , बैंक से सम्बंधित जानकारी , आधार कार्ड , पैन कार्ड , पासपोर्ट , अन्य गोपनीय दस्तावेजों को साझा न करें। </li><li>सोशल मीडिया प्लेटफार्म , मैसेजिंग ऐप या ऑनलाइन मल्टीप्लयेर गेम में प्राइवेसी का खास ध्यान रखें। </li><li>यदि कोई अनजान व्यक्ति आपसे किसी तरह ऑनलइन दोस्ती कर भी लेता है और थोड़े ही समय में आपकी सुंदरता की तारीफ करता है , तो इस तरीफ से प्रभावित बिलकुल न हो। </li><li>यदि दोस्ती हो जाने के थोड़े ही समय आपसे यौन प्रकृति से सम्बंधित बात चीत करते है या अश्लील चित्रों या वीडियो की मांग करते है , तो तुरंत ब्लॉज करें और रिपोर्ट। </li></ol><div><b>7 . साइबर ग्रूमिंग का शिकार हो जाने पर क्या करें?</b></div></div><div><br /></div><div>यदि कोई भी बच्चा या किशोर साइबर ग्रूमिंग का शिकार हो भी जाता है। तो उसको इन युक्तिओं को जरूर अपनाना चाहिये जैसे कि :-</div><div><ol><li>अपने माता पिता या संरक्षक को साइबर ग्रूमिंग से हुई मानसिक क्षति के बारें में जरूर बताये। </li><li>कीबेरगरूमेर की पहचान करने की कोशिश करें क्योकि कही कभी ये अपने नजदीकी हो सकते है क्योक ये अच्छे से जानते है। </li><li>साइबर ग्रूमर द्वारा धमकाया , डराया या प्रताड़ित किया जा रहा है तो उसे तुरंत ब्लॉक करें। '</li><li>यदि साइबर ग्रूमर द्वारा किसी भी तरह से कोई भी अश्लील सामग्री की मांग की जाती है या भेजी जाती है तो उसका स्क्रीन शॉट अवश्य ले टस्की पुलिस रिपोर्ट में काम आये। </li><li>जितनी जल्दी हो सके सभी सबूतों के साथ अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में साइबर ग्रूमिंग के खिलाफ एक लिखित प्रार्थना पत्र देकर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करवाए। </li><li>साइबर ग्रूमिंग के शिकार हुए बच्चे या किशोर के माता पिता या संरक्षक द्वारा साइबर क्राइम सेल में भी शिकायत दर्ज करवानी चाहिए। </li></ol></div><div><br /></div></div></div>Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-7504872947854718997.post-12297385482594156172024-01-01T23:08:00.001+05:302024-01-01T23:08:22.928+05:30ध्वनि प्रदुषण क्या है और ध्वनि प्रदूषण के लिए सजा क्या है ? what is noise pollution and punishment for noise pollution <div style="text-align: justify;">www.lawyerguruji.com</div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">नमस्कार मित्रों,</div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">आज के इस लेख में हम जानेंगे कि <b>ध्वनि प्रदुषण क्या है और ध्वनि प्रदूषण के लिए सजा क्या है ?</b> इस सामान्य जीवन में सामान्य सा शोर शराबा तो सामान्य है पर जब यही सामान्य सा शोर शराबा जब सीमा को पार कर जाता है , जिसके परिणामस्वरूप उस क्षेत्र की सीमा में मोजूद सभी लोगो को परेशानी होती है और शोर शराबा कानो के साथ साथ दिमाग में भी दर्द करने लग जाता है , इस तेज शोर शारबे से दूषित वातावरण ध्वनि प्रदुषण का कारण बनती है और यही ध्वनि प्रदुषण है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">इसके ध्वनि प्रदुषण को लेकर आपके मन में कई सवाल उठ रहे होंगे जैसे कि :-</div><div style="text-align: justify;"><ol><li><b>ध्वनि प्रदुषण क्या है ?</b></li><li><b>एक मानक ध्वनि का स्तर ? </b></li><li><b>ध्वनि प्रदूषण के प्रकार और श्रोत ?</b></li><li><b>ध्वनि प्रदुषण के लिए सजा ? </b></li></ol><div>इन सभी को विस्तार से जाने। </div><div><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjVPNsuEadd_vdwLroFQbGb-GWxY5kd6FzESihMutmCy7q4dC9veKC19J135y1J_aSSlrBM3WjROwzDZld8-GOa6_tWXhcndcjZe1XIy1PBgiUORDoT0RAEINvM0BhT2IwF-1AZNeDeP2n0qYM32NNBNjcTse-Qf0D0tkONBmZ_uTjPd5dF_CxC0_0Z8bI5/s640/%E0%A4%A7%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A4%A8%E0%A4%BF%20%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A6%E0%A5%81%E0%A4%B7%E0%A4%A3%20%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%20%E0%A4%B9%E0%A5%88%20%E0%A4%94%E0%A4%B0%20%E0%A4%A7%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A4%A8%E0%A4%BF%20%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A6%E0%A5%82%E0%A4%B7%E0%A4%A3%20%E0%A4%95%E0%A5%87%20%E0%A4%B2%E0%A4%BF%E0%A4%8F%20%E0%A4%B8%E0%A4%9C%E0%A4%BE%20%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%20%E0%A4%B9%E0%A5%88%20%20what%20is%20noise%20pollution%20and%20punishment%20for%20noise%20pollution%20.png" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img alt="ध्वनि प्रदुषण क्या है और ध्वनि प्रदूषण के लिए सजा क्या है ? what is noise pollution and punishment for noise pollution" border="0" data-original-height="360" data-original-width="640" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjVPNsuEadd_vdwLroFQbGb-GWxY5kd6FzESihMutmCy7q4dC9veKC19J135y1J_aSSlrBM3WjROwzDZld8-GOa6_tWXhcndcjZe1XIy1PBgiUORDoT0RAEINvM0BhT2IwF-1AZNeDeP2n0qYM32NNBNjcTse-Qf0D0tkONBmZ_uTjPd5dF_CxC0_0Z8bI5/s16000/%E0%A4%A7%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A4%A8%E0%A4%BF%20%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A6%E0%A5%81%E0%A4%B7%E0%A4%A3%20%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%20%E0%A4%B9%E0%A5%88%20%E0%A4%94%E0%A4%B0%20%E0%A4%A7%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A4%A8%E0%A4%BF%20%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A6%E0%A5%82%E0%A4%B7%E0%A4%A3%20%E0%A4%95%E0%A5%87%20%E0%A4%B2%E0%A4%BF%E0%A4%8F%20%E0%A4%B8%E0%A4%9C%E0%A4%BE%20%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%20%E0%A4%B9%E0%A5%88%20%20what%20is%20noise%20pollution%20and%20punishment%20for%20noise%20pollution%20.png" title="ध्वनि प्रदुषण क्या है और ध्वनि प्रदूषण के लिए सजा क्या है ? what is noise pollution and punishment for noise pollution" /></a></div><div><br /></div><div><br /></div><div><b>1. ध्वनि प्रदुषण क्या है ? </b></div><div><br /></div><div>धवनि प्रदुषण के इन दो शब्दों के अर्थ को समझना जरुरी है। ध्वनि जिसे अंग्रेजी में नॉइज़ यानी शोर कहते है , नॉइज़ एक लैटिन शब्द " nausea " से लिया गया है। प्रदूषण जो की आप पास के वातावरण को दूषित करता है। ध्वनि प्रदूषण का अर्थः हुआ ध्वनि जब अपने निर्धारित डेसिबल से अधिक डेसिमल से गूंजती है , तो आस पास के वातावरण को प्रभावित करती है , जिसके परिणामस्वरूप उस वातावरण में मौजूद मानव , पशु पक्षी अन्य जिव जंतु मानसिक रूप से प्रभावित होते है , तो इसे ध्वनि प्रदूषण कहा जायेगा। </div><div><br /></div><div><b>एक मानक ध्वनि क्या है ? </b></div><div><br /></div><div>विज्ञान की दृष्टि से ध्वनि की तीव्रता मापने का एक वैज्ञानिक उपकरण है, जिसके उपयोग से ध्वनि की तीव्रता को मापा जाता है। ध्वनि की तीव्रता को मापने की ईकाई को डेसिबल कहा जाता है </div><div><br /></div><div>मनुष्य के लिए एक मानक ध्वनि का स्तर 60 डेसीबल होता है , इससे अधिक ध्वनि का स्तर मनुष्य को विचलित , परेशान और बीमार कर सकता है। जैसे बहरापन , चिड़चिड़ापन , उलझन उच्च रक्त चाप अन्य गंभीर बीमारी। </div><div><br /></div><div><b>ध्वनि के सम्बन्ध में परवेशी वायु क्वालिटी मानक। </b></div><div><b><br /></b></div><div><b>ध्वनि प्रदुषण विनियम और नियंत्रण नियम 2000 की अनुसूची नियम 3 (1 ) और नियम 4 (1 ) </b></div><div><b><br /></b></div><div><b>क्षेत्र का कोड क्षेत्र /परिक्षेत्र का प्रवर्ग दिन का समय</b><b> रत का समय </b></div><div><b> <span style="font-size: x-small;"> ( सुबह 6 बजे से रात्रि 10 बजे ) ( रात्रि 10 बजे से सुबह 6 बजे ) </span></b></div><div><ol><li><b>क आद्यौगिक क्षेत्र </b><b> 75 डेसीबल 70 डेसीबल </b></li><li><b>ख वाणिज्य क्षेत्र 65 डेसीबल 55 डेसीबल </b></li><li><b>ग आवासीय क्षेत्र 55 डेसीबल 45 डेसीबल </b></li><li><b>घ शांति क्षेत्र 50 डेसीबल 40 डेसीबल </b></li></ol></div><div><br /></div><div>यहाँ शांत परिक्षेत्र से आशय ऐसे परिक्षेत्र से जिसमे शामिल है , अस्पताल , शैक्षणिक संस्थाओं , न्यायालयों , धार्मिक स्थानों या ऐसे अन्य क्षेत्र जिसे समक्ष प्राधिकारी द्वारा इस प्रकार घोषित किया गया है आस पास कम से कम 100 मीटर में अमाविष्ट है। </div><div><b>ध्वनि प्रदुषण के प्रकार और श्रोत क्या है ?</b></div><div><b><br /></b></div><div>ध्वनि प्रदुषण को इनकी भिन्नता के आधार पर तीन वर्गों मे विभाजित किया गया है :-</div><div><ol><li>परिवहन की ध्वनि। </li><li>पड़ोस की ध्वनि। </li><li>आद्यौगिक ध्वनि। </li></ol><div>1. परिवहन की ध्वनि -परिवहन की ध्वनि से आशय है की ऐसी ध्वनि जो की यातायात के साधनों से उत्त्पन होती है , जैसे वाहन का हॉर्न , इंजन की आवाज , मोटर साइकिल में लगे साइलेंसर की ध्वनि। </div></div><div><br /></div><div>2. पड़ोस की ध्वनि - पड़ोस की ध्वनि से आशय है ऐसी ध्वनि से जो आस पड़ोस की भवनों से आती है जैसे कि टीवी से उत्त्पन होने वाली ध्वनि , रेडियो की ध्वनि , लाउड स्पीकर की ध्वनि, वाद्ययंत्र की ध्वनि , जनरेटर की ध्वनि आदि। </div><div>3. आद्यौगिक ध्वनि - आद्यौगिक ध्वनि से आशय ऐसी ध्वनि से है जो कि आद्यौगिक कार्यो में लिप्त उपकरणों से उत्त्पन होती है जैसे कि मशीन , जनरेटर की ध्वनि , तोड़ फोड़ की ध्वनि , माइनिंग की ध्वनि ग्राइंडर की ध्वनि मिल , विशाल निकाय पंखे आदि। </div><div><br /></div><div><b>ध्वनि प्रदुषण के अन्य श्रोत </b></div><div><br /></div><div>1. ध्वनि प्रदुषण का एक श्रोत है आयोजन , कार्यक्रम इत्यादि। जैसे कि :-</div><div><ol><li>शादी समारोह,</li><li>लाउड स्पीकर ,</li><li>संगीत ,</li><li>डी जे आदि। </li></ol><div>2. निर्माण कार्य से उत्त्पन्न होने वाली ध्वनि भी ध्वनि प्रदुषण का श्रोत और कारण बनती है जैसे कि :-</div></div><div><ol><li>भवनों , इमारतों , मकानों में निर्माण कार्य के दौरान तोड़ फोड़ की ध्वनि ,</li><li>जनरेटर की ध्वनि आदि। </li></ol><div><b>ध्वनि प्रदुषण से मनुष्यों के पर होने वाले प्रभाव क्या है ?</b></div></div><div><b><br /></b></div><div>कोई भी ध्वनि हो जब वह अपने निर्धारित मानकता पर होती है , तो किसी भी प्रकार का प्रभाव मनुष्यों पर पड़ता , परन्तु यदि यही ध्वनि अपनी निर्धारित मानकता से अधिक होती है मनुष्यों पर उनके स्वास्थ को प्रभावित करती है मानसिक और शारीरिक दोनों। </div><div><ol><li>तनाव और चिंता। </li><li>उच्च रक्तचाप। </li><li>चिडचीडापन। </li><li>आक्रामकता। </li><li>संचार में बाधा यानी बात चीत करने में समस्या उतपन्न होना। </li><li>बहरापन जिसके परिणामस्वररूप सुनाई अंशतः या पूर्णतः सुनाई न देना। </li><li>नींद आने में परेशानी होना। </li><li>इस्केमिक ह्रदय रोग। </li></ol><div><b>ध्वनि प्रदुषण के लिए सजा क्या है ? </b></div></div><div><br /></div><div>ध्वनि प्रदुषण जो कि एक गंभीर समस्या बनती जा रही है , जो की मनुष्यों के साथ साथ जिव जन्तुंऔ को भी मासिक व् शारीरिक रूप से प्रभावित कर रहा है। वातावरण को स्वस्थ बनाये रखना प्रत्येक नागरिकों का कर्तव्य है। </div><div><br /></div><div>ध्वनि प्रदुषण को नियमित और नियंत्रित करने के लिए कानून है जिसका नाम ध्वनि प्रदुषण विनियम और नियंत्रण नियम 2000 जो कि ध्वनि प्रदुषण को नियंत्रित करता है। </div><div><br /></div><div><b>1. ध्वनि प्रदुषण करना जो कि कानून के तहत एक दंडनीय अपराध है और ध्वनि प्रदुषण के जिम्मेदार व्यक्ति को निन्मलिखित कानूनी तरीके से दण्डित किया जा सकता है। </b></div><div><br /></div><div><b><br /></b></div><div><b>2. भारतीय दंड संहिता 1860 के अध्याय 14 के तहत लोक स्वास्थ्य , क्षेम, शिष्टता और सदाचार पर प्रभाव डालने वाले अपराध के सम्बन्ध में प्रावधान किया गया है। </b>कोई भी व्यक्ति ऐसा कार्य करता है उसके द्वारा किये गए कार्य से आस पास के क्षेत्र में रहने वाले लोगो के लिए परेशानी का कारण बनती है। जिसके बारे में उसे इसका पूर्ण रूप से ज्ञान है कि उसके द्वारा किये गए जीवन के लिए संकटपूर्ण किसी रोग का संक्रमण फैलना सम्भाव्य है तो ऐसा करने वाले व्यक्ति को भारतीय दंड संहिता की धारा 269 के तहत 6 माह तक कारावास की सजा से या जुर्माने से या दोनों से दण्डित किया जायेगा। </div><div><br /></div><div><b>3. पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 की धारा 15 के के तहत अधिनियमों तथा नियमों , आदेशों और निदेशों के उपबंधों के उल्लंघन के लिए दंड का प्रावधान करती है। </b></div><div><br /></div><div>जो कोई भी पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 के उपबंधों या इसके अधीन बनाये गए नियमों या निकले गए आदेश या दिए गए निदेशों में से किसी का पालन करने में असफल रहेगा या उल्लंघन जरएगा , वह ऐसी प्रत्येक असफलता या उलंघन के सम्बन्ध में कारावास से जिसकी अवधि 5 वर्ष तक हो सकेगी या जुर्माने से 1 लाख रूपये तक हो सकेगी या दोनों से दण्डित किया जाएगा। </div><div><br /></div><div>यदि ऐसी असफलता या उल्लंघन चालू रहता है तो अतिरिक्त जुर्माने से जो ऐसी प्रथम असफलता उल्लंघन दोषसिद्ध के बाद ऐसे प्रत्येक दिन के लिए जिसके दौरान असफलता या उललंघन चलु रहता है तो 5 हजार रूपये तक हो सकेगा दाण्डीय होगा। </div><div><br /></div><div><br /></div><div><br /></div></div>Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-7504872947854718997.post-50095103787234090722023-12-12T21:55:00.003+05:302023-12-12T21:55:57.479+05:30 deepfake क्या है और deepfake की शिकायत कैसे और कहाँ करें ? what is deepfake and complaint against deepfake www.lawyerguruji.com <div><br /></div><div>नमस्कार मित्रों ,</div><div><br /></div><div style="text-align: justify;">आज के इस लेख में हम जानेंगे कि<b> deepfake क्या है और deepfake की शिकायत कैसे और कहाँ करें ? </b>इस टेक्नोलॉजी के आधुनिक युग ने लोगो के जीवन को इतना सरल बना दिया है कि वे अपनी आवश्यकता के अनुसार वे सभी कार्य कर रहे है जो समय के साथ होना है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">इस आधुनिक युग ने लोगो को स्मार्ट तो बना दिया है लेकिन जागरूकता की कमी है। टेक्नोलॉजी का उपयोग करके कई नेक कार्य किये जाते है और कई आपराधिक मानसिकता वाले इस टेक्नोलॉजी का दुरूपयोग करते है। आप लोगों ने इन साइबर अपराधों को तो सुना ही होगा :-</div><div style="text-align: justify;"><ol><li>ऑनलाइन मनी फ्रॉड ,</li><li>क्रेडिट , डेबिट कार्ड फ्रॉड ,</li><li>फेक कॉल फ्रॉड ,</li><li>साइबर बुली ,</li><li>साइबर स्टॉक ,</li><li>साइबर मानहानि ,</li><li>अन्य साइबर अपराध </li></ol><div>ये सभी या ऐसे ही अन्य अपराध जिनका उद्देश्य पीड़ित व्यक्ति को आर्थिक मानसिक और शारीरिक रुप से क्षति कारित करना। </div><div><br /></div><div>हाल ही में AI - Artificial Intelligence टेक्नोलॉजी का नाम काफी तेजी से फ़ैल रहा है , लोग इसका सही इस्तेमाल कम गलत उपयोग अधिक कर रहे है। </div><div><br /></div><div>साइबर अपराधों के एक नया अपराध जुड़ा है जो कि Deepfake के नाम से जाना जा रहा है। deepfake को विस्तार से समझे। </div><div><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEg0nlSJnFlDKKaajithlocpgOKdEkdeGFdaHiMr8u6riL6iStkmawqF9QAYNcb5jEfXIN7BHlOddd6oZDykFbd0jpU99pP4RhJGQIRmwUfmDg-V84K0wdflH-bK_Qu1ISrQtw_NPLnWLIyJmV8yvqJkAuRPe8x9qlitC6VgXJIL6quzmzLMSY1qu5bkHdks/s640/what%20is%20deepfake%20and%20complaint%20against%20deepfake%20.png" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img alt="deepfake क्या है और deepfake की शिकायत कैसे और कहाँ करें ? what is deepfake and complaint against deepfake" border="0" data-original-height="360" data-original-width="640" height="180" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEg0nlSJnFlDKKaajithlocpgOKdEkdeGFdaHiMr8u6riL6iStkmawqF9QAYNcb5jEfXIN7BHlOddd6oZDykFbd0jpU99pP4RhJGQIRmwUfmDg-V84K0wdflH-bK_Qu1ISrQtw_NPLnWLIyJmV8yvqJkAuRPe8x9qlitC6VgXJIL6quzmzLMSY1qu5bkHdks/w320-h180/what%20is%20deepfake%20and%20complaint%20against%20deepfake%20.png" title="deepfake क्या है और deepfake की शिकायत कैसे और कहाँ करें ? what is deepfake and complaint against deepfake" width="320" /></a></div><br /><div><br /></div><div><br /></div><div><b>deepfake क्या है ?</b></div><div><br /></div><div>Deepfake में जो दो शब्द वो deep और fake है। deep का अर्थ गहराई और fake का अर्थ नक़ल। जब किसी चीज , वस्तु , व्यक्ति की नक़ल इतनी गहराई से की जाये कि नक़ल की गयी चीज , वस्तु व्यक्ति का चित्र या वीडियो वैसा ही दिखाई दे जैसा कि वह अपने मूल रूप में है और यह पहचाना इतना मुश्किल हो जाये की नकल और मूल इन दोनों में कौन सा असली और कौन सा नकली है। किसी चीज, वस्तु या व्यक्ति की गहराई से की गयी नकल को deepfake कहा जा सकता है। </div><div><br /></div><div><b>deepfake का शिकार होने पर क्या करें ? </b></div><div><br /></div><div>यदि आप भी deepfake के शिकार होते है तो आपको भी ये कार्य करना चाहिए और इन साक्ष्यों को इकठ्ठा करे ताकि शिकायत करने में कोई चूक न हो और ऐसा करना वाले व्यक्ति को कड़ी से कड़ी सजा से दण्डित किया जाये :-</div><div><ol><li>Deepfake की जानकारी कैसे हुई,</li><li>deepfake की जानकारी किस माध्यम से हुई,</li><li>deepfake किस से सम्बंधित है ,</li><li>Deepfake चलचित्र या छायाचित्र है ,</li><li>Deepfake के श्रोत का स्क्रीनशॉट ,</li><li>Deepfake के श्रोत का लिंक का स्क्रीनशॉट ,</li><li>Deepfake का प्रसार व् प्रचार किस श्रोत से हुआ कैसे Facebook , Instagram , Twitter , Whatsapp या अन्य सोशल साइट्स। </li></ol></div><div><b>deepfake की शिकायत कहाँ और किससे करें ?</b></div><div><br /></div><div>Deepfake का शिकार होने पर पीड़ित व्यक्ति इन दो तरीकों से शिकायत कर सकता है :-</div><div><ol><li>प्रथम सूचना रिपोर्ट। </li><li>ऑनलाइन साइबर सेल में शिकायत। </li></ol></div><div>1. Deepfake के शिकार होने पर पीड़ित व्यक्ति सभी साक्ष्यों और घटना के आधार पर एक प्रार्थना पत्र लिख ले जो कुछ भी हुआ है , उस प्रार्थना पत्र को अपने नजदीकी थाने में ले जाकर उस व्यक्ति के खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करवाए जिसने deepfake का उपयोग करके पीड़ित व्यक्ति को क्षति पहुँचाई है। </div><div><br /></div><div>2. पीड़ित व्यक्ति सरकार की अधिकृत साइबर सेल की वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन घर बैठे deepfake की शिकायत कर सकता है। </div><div><br /></div><div><br /></div></div>Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-7504872947854718997.post-87992163407982107502023-11-17T20:49:00.000+05:302023-11-17T20:49:01.494+05:30डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड या नेट बैंकिंग से होने वाले मनी साइबर क्राइम से कैसे बचे ? www.lawyerguruji.com <div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">नमस्कार मित्रों ,</div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">आज के लेख में हम जानेंगे कि <b>डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड या नेट बैंकिंग से होने वाले मनी साइबर क्राइम से कैसे बचे ? </b>ये 21 वीं सदी जिसको हम एक आधुनिक युग कह सकते है क्योंकि इस इस युग ने व्यक्ति के जीवन को इस तरह से बदल दिया है जो कि पिछली कई सदियों से नहीं हुआ , बदलना भी पिछले युग की दें है , प्रकृति का नियम है बदलाव और विकास। आज के इस युग में ऐसा कौन होगा जिसे इंटरनेट , स्मार्ट फ़ोन और ऑनलाइन सुविधा के बारे में जानकारी न हो। सबके पास स्मार्ट -फ़ोन है वे इस ऑनलाइन की दुनियाँ में कई तरह के कार्यों को ऑनलाइन करना आसानी से जान गए है जैसे कि :-</div><div><ol style="text-align: left;"><li style="text-align: justify;">ऑनलाइन खाने के लिए आर्डर ,</li><li style="text-align: justify;">ऑनलाइन खरीदारी,</li><li style="text-align: justify;">ऑनलाइन रुपया ट्रांसफर,</li><li style="text-align: justify;">ऑनलाइन शिक्षण सम्बन्धी भुगतान ,</li><li style="text-align: justify;">ऑनलाइन रिचार्ज आदि। </li></ol><div style="text-align: justify;"><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjz-tzuuDxOYz_cKA3YQfrgGqForgrLKdR10FgKflyT6ObQYGDXMlujRk3uRXFciaTuzyMZE33nH4r4evFNCuyJPQ1iNQm6MAHm5R4whsKFua0rtNAvPCkAIzIy_S3Ng9ArTNSKXaW_SjOlmCiAf5J3qUdRQ2yWvsdbRTyt3aY1XWI5dlajuEGdtEP2LAsz/s640/safety%20tips%20for%20using%20debit%20credit%20card%20and%20net%20banking%20.png" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img alt="डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड या नेट बैंकिंग से होने वाले मनी साइबर क्राइम से कैसे बचे ?" border="0" data-original-height="360" data-original-width="640" height="180" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjz-tzuuDxOYz_cKA3YQfrgGqForgrLKdR10FgKflyT6ObQYGDXMlujRk3uRXFciaTuzyMZE33nH4r4evFNCuyJPQ1iNQm6MAHm5R4whsKFua0rtNAvPCkAIzIy_S3Ng9ArTNSKXaW_SjOlmCiAf5J3qUdRQ2yWvsdbRTyt3aY1XWI5dlajuEGdtEP2LAsz/w320-h180/safety%20tips%20for%20using%20debit%20credit%20card%20and%20net%20banking%20.png" title="डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड या नेट बैंकिंग से होने वाले मनी साइबर क्राइम से कैसे बचे ?" width="320" /></a></div><br /><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">अब इन सबके भुगतान के लिए डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड और इंटरनेट बैंकिंग का होना अत्यंत आवश्यक हैं। तो हम जाने सुरक्षित तरीके के बारे में। </div></div><div><br /></div><div><b>डेबिट कार्ड , क्रेडिट कार्ड , और इंटरनेट बैंकिंग को सुरक्षित ढंग से कैसे उपयोग करे क्या सावधानियां बरते ? </b></div><div><br /></div><div><b>1. डेबिट कार्ड , क्रेडिट कार्ड। </b></div><div><ol style="text-align: left;"><li>कार्ड की पिन बदलने के लिए हमेसा एटीएम का उपयोग करें या बैंक द्वारा निर्देशित कोई अन्य तरीका। </li><li>पिन ऐसी बनाये की कोई भी आसानी से उस पिन का अंदाजा न लगा पाए। </li><li>किसी भी व्यक्ति के सामने पिन चेंज न करें। </li><li>किसी भी व्यक्ति को पिन न बताये। </li><li>कार्ड की otp किसी को न बताये। </li><li>पिन को एक अंतराल में बदलते रहें। </li><li>कार्ड से सम्बंधित किसी भी प्रकार की समस्या होने पर बैंक जा कर संपर्क करें। </li><li>ऑनलाइन पेमेंट करते समय इस बात का ध्यान रखे कि जो राशि का भुगतान करना है उससे अधिक का ट्रांसक्शन न हो। </li><li>कार्ड के एक्सपायरी होने से सम्बंधित फ़ोन आने पर उस फ़ोन में मांगी जा रही कोई भी जानकारी न दे। </li><li>बैंक का कर्मचारी या अधिकारी होने का कोई व्यक्ति दावा करके आपके बैंक से सम्बंधित कोई जानकारी मांगे तो न दे। </li><li>कार्ड से सम्बंधित किसी भ्रामक या लुभावने विज्ञापन पर ध्यान न दे। </li><li>लौ इंटरेस्ट रेट के नाम पर अपने क्रेडिट कार्ड को अनजान व्यक्ति या बैंक के कर्मचारी या अधिकारी होने का दावा करने वाले व्यक्ति से अनधिकृत ढंग से न बदले। </li><li>अन्य सावधानियाँ बरते। </li></ol><div><b>2. नेट बैंकिंग। </b></div></div><div><ol style="text-align: left;"><li>नेट बैंकिंग का उपयोग बहुत सावधानी से करना चाहिए। </li><li>नेट बैंकिंग का यूजर नाम और पासवर्ड किसी को न बताये। </li><li>नेट बैंकिंग उपयोग के समय आने वाले opt नंबर को किसी भी व्यक्ति को न बताये। </li><li>नेट बैंकिंग का उपयोग सार्वजनिक स्थान में न करें। </li><li>नेट बैंकिंग का उपयोग सार्वजनिक wifi का इस्तेमाल करके न करें। </li><li> नेट बैंकिंग से किसी अनजान व्यक्ति को भुगतान न करे। </li><li>नेट बैंकिंग के यूजर आईडी और पासवर्ड भूल जाने पर सीधे अपने बैंक में जाकर संपर्क करें। </li><li>नेट बैंकिंग से सम्बंधित किसी भी प्रकार की कोई भी समस्या होने पर अपने बैंक में जाकर संपर्क करके समस्या का हल पाए। </li></ol></div><div><br /></div><div><br /></div>Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-7504872947854718997.post-50710173874173133742023-11-11T01:35:00.002+05:302023-11-11T01:35:29.451+05:30 क्या सभी एप्लीकेशन में अनुमतियों के लिए सहमति देनी चाहिए ?www.lawyerguruji.com <div><br /></div><div>नमस्कार मित्रों </div><div><br /></div><div style="text-align: justify;">आज के इस लेख में हम जानेंगे कि <b>क्या सभी एप्लीकेशन में अनुमतियों के लिए सहमति देनी चाहिए ? </b>आज के इस आधुनिक युग में कौन ऐसा होगा जिसे इंटरनेट और स्मार्टफोन के बारे में न पता हो , यहाँ तक ऐसा कौन ही होगा जिसके पास स्मार्टफोन न हो और उसमे इंटरनेट का पैक न हो। सभी स्मार्टफोन का स्मार्ट तरीके से इस्तेमाल कर रहे है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiPoP_fHrrGfJbUQJuTokwerRbNU4fO1U0HEiJ-8ox9SXiJQjLvi62-nDVlWgrtGQA32k_QpJ3fbNAxbzdPJtgfZktliHu0hHPxGv6lWQ0NH-zjPR6k8a6OAqTmP9onMTUI1rF-DnJDHQnc4u21DcZG8HTds4Ei3sw5BAFrwMnGKPmSko03ekKStDzLhk0p/s640/application.png" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img alt="क्या सभी एप्लीकेशन में अनुमतियों के लिए सहमति देनी चाहिए ?" border="0" data-original-height="360" data-original-width="640" height="180" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiPoP_fHrrGfJbUQJuTokwerRbNU4fO1U0HEiJ-8ox9SXiJQjLvi62-nDVlWgrtGQA32k_QpJ3fbNAxbzdPJtgfZktliHu0hHPxGv6lWQ0NH-zjPR6k8a6OAqTmP9onMTUI1rF-DnJDHQnc4u21DcZG8HTds4Ei3sw5BAFrwMnGKPmSko03ekKStDzLhk0p/w320-h180/application.png" title="क्या सभी एप्लीकेशन में अनुमतियों के लिए सहमति देनी चाहिए ?" width="320" /></a></div><br /><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">स्मार्टफोन को स्मार्ट बनाते है उनमे मौजूद स्मार्ट एप्लीकेशन जिनके सहायता से हम आवश्यकता अनुसार कार्य करते है। उदहारण के लिए जैसे कि -</div><div><ol style="text-align: left;"><li style="text-align: justify;">कैलकुलेटर - जोड़, घटाना , गुना भाग अन्य। </li><li style="text-align: justify;">कैमरा ,</li><li style="text-align: justify;">ईमेल ,</li><li style="text-align: justify;">मेसेज।,</li><li style="text-align: justify;">नोट ,</li><li style="text-align: justify;">क्लॉक ,</li><li style="text-align: justify;">मैप,</li><li style="text-align: justify;">कांटेक्ट,</li><li style="text-align: justify;">अन्य एप्लीकेशन जो फ़ोन के साथ ही इन्सटाल्ड मिलती है। </li></ol><div style="text-align: justify;">अब बात आती है जब इन सब एप्लीकेशन से अलग से एप्लीकेशन से होने वाले कार्य करने हो तो हमे थर्ड पार्टी एप्लीकेशन को डाउनलोड कर इंसटाल करना होता है। </div></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">मोबाइल एप्लीकेशन जीवन में कई बदलाव लाती है जैसे कि खाना आर्डर , मूवी , फ्लाइट , ट्रैन बस टिकट , ऑनलाइन पेमेंट , ऑनलाइन मनी टांस्फर , वीडियो कॉल अन्य सुविधाओं के लिए एप्लीकेशन है। जहाँ आप इन एप्लीकेशन को अपने स्मार्ट फ़ोन में इनस्टॉल करने के डाउनलोड करते है , तो ये एप्लीकेशन कार्य करने के लिए फ़ोन की गैलरी , कांटेक्ट लिस्ट , लोकेशन, कांटेक्ट इन्फो , सर्च हिस्ट्री , यूसेज डाटा , डायग्नोस्टिक्स , फाइनेंसियल इन्फो ब्राउज़िंग इन्फो ,अन्य डाटा में एक्सेस करने की अनुमति की सहमती मांगता है और आप बिना देखे सब कुछ अनुमति प्रदान करते जाते है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b>एप्लीकेशन में अनुमति की सहमति देने से पहले ये जरूर जान ले , क्योंकि हो सकता है खतरा। </b></div><div style="text-align: justify;"><b><br /></b></div><div style="text-align: justify;"><b>1 . गोपनीयता का खतरा - </b></div><div style="text-align: justify;"><b><br /></b></div><div style="text-align: justify;">प्ले स्टोर या एप्पल स्टोर या मिक्रोसॉफ़्ट या अननोन सोर्सेज से डाउनलोड की गयी कुछ ऐसी एप्लीकेशन है जो कि आपके स्मार्टफोन के कैमरा , माइक , लोकेशन , स्टोरेज की एक्सेस की अनुमति मांगता है , क्योकि इनकी अनुमति के बिन अमुक एप्लीकेशन पूर्ण रूप से कार्य करने में सफल नहीं होती है , या आगे नहीं बढ़ती उपयोग करने हेतु। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">कैमरा , माइक , लोकेशन , स्टोरेज की एक्सेस देने पर आपके गोपनीयता , गोपनीयता नहीं रह जाती है , क्योकि ये एप्लीकेशन इन अनुमति की सहमति प्राप्त करने के बाद आपके स्मार्ट फोन की हर एक गतिविधियों पर नजर रखती है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b><br /></b></div><div style="text-align: justify;"><b>2. डाटा चोरी होने का खतरा -</b></div><div style="text-align: justify;"><b><br /></b></div><div style="text-align: justify;">कुछ एप्लीकेशन ऐसी होती है जो की स्टोरेज की एक्सेस की अनुमति की सहमति के बिना कार्य ही नहीं करती है , उसके लिए स्टोरेज की अनुमति आवश्यक हो जाती है। स्मार्टफोन के स्टोरेज में मौजूद डाटा का उपयोग कर सकती है। जैसे फ़ोन में स्टोर कांटेक्ट। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: center;"><b>एप्लीकेशन को अनुमति देते समय क्या ध्यान रखें। </b></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b>1. एप्लीकेशन की पॉलिसी पर नजर डालें। </b></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">कोई भी एप्लीकेशन अगर आप अपने स्मार्टफोन में इनस्टॉल कर रहें तो उस एप्लीकेशन की पॉलिसी पर एक बार नजर जरूर डालें जैसे कि -</div><div style="text-align: justify;"><ol><li>डाटा की प्रोटेक्शन ,</li><li>एन्ड तो एन्ड एन्क्रिप्शन ,</li><li>डिवाइस की प्रोटेक्शन ,</li><li>अन्य। </li></ol><div><b>2. अज्ञात श्रोत से एप्लीकेशन न डाउनलोड करें। </b></div><div><br /></div><div>अगर आप किसी अज्ञात श्रोत से एप्लीकेशन को डाउनलोड करके अपने स्मार्टफोन में इनस्टॉल करते है , तो इसकी कोई गारंटी नहीं की आप और आपके स्मार्टफोन का डाटा सुरक्षित होगा। </div><div><br /></div><div><b>3. सभी अनुमति नहीं देनी चाहिए। </b></div><div><br /></div><div>जब अप्प कोई भी ऐप डाउनलोड कर इनस्टॉल करें तो आवश्यक नहीं है की सभी एप्लीकेशन के इस्तेमाल के लिए कैमरा , माइक और लोकेशन के एक्सेस की अनुमति की सहमति दी ही जाये। </div></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b><br /></b></div><div style="text-align: justify;"><b><br /></b></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"> </div>Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-7504872947854718997.post-12396753385500361362023-11-02T09:04:00.001+05:302023-11-02T09:04:07.255+05:30उत्तरप्रदेश में अधिवक्ता COP के लिए Re-issue / Verification Form Certificate Of Practice (COP) फॉर्म कैसे भरें ? complete process of renewal of advocate cop- certificate of practice www.lawyerguruji.com <div><br /></div><div style="text-align: justify;">नमस्कार मित्रों ,</div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">आज के इस लेख में जानेंगे की <b>अधिवक्ता COP -Certificate Of Practice का रिन्यूअल कैसे होगा ? </b>सर्टिफिकेट ऑफ़ प्रैक्टिस जो की बार कौंसिल ऑफ़ इंडिया द्वारा पंजीकृत अधिवक्ताओं को उसके राज्य विधिक परिषद के जरिये प्रदान किया जाता है। यह सर्टिफिकेट ऑफ़ प्रैक्टिस और आईडी कार्ड प्रत्येक पांच वर्ष बाद रिन्यूअल होता है। जिसका मुख्य उद्देश्य यह है कि उन अधिवक्ताओं का रिकॉर्ड रखना जो एक्टिव अधिवक्ता है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">सर्टिफिकेट ऑफ़ प्रैक्टिस के बिना कोई भी पंजीकृत अधिवक्ता अपने राज्य के क्षेत्र में स्थापित किसी भी न्यायालय में अधिवक्ता के रूप में कोई भी न्यायिक कार्यवाही नहीं कर पायेगा। सर्टिफिकेट ऑफ़ प्रैक्टिस का होना अत्यंत आवश्यक है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgkwkplsRDytk5dwIa7gxbWWfxfUYvbSR_xzrOMUfTSbOn4JrZkrx13njA4OOFXJE4hjD26ZZ0O3hACLVCEk2kJYaihJb88vfoWcOXhrGW8lJEvVLXSyoxZUBMDTcaOV7SxH58JJJpAvDfKHYwv0YqTuLAm5pE_RqAMuKswRARPZpMcQlKpJINxM0z6mml1/s640/advocate%20cop%20.png" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img alt="अधिवक्ता COP -Certificate Of Practice का रिन्यूअल कैसे होगा ? complete process of renewal of advocate cop- certificate of practice" border="0" data-original-height="360" data-original-width="640" height="180" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgkwkplsRDytk5dwIa7gxbWWfxfUYvbSR_xzrOMUfTSbOn4JrZkrx13njA4OOFXJE4hjD26ZZ0O3hACLVCEk2kJYaihJb88vfoWcOXhrGW8lJEvVLXSyoxZUBMDTcaOV7SxH58JJJpAvDfKHYwv0YqTuLAm5pE_RqAMuKswRARPZpMcQlKpJINxM0z6mml1/w320-h180/advocate%20cop%20.png" title="अधिवक्ता COP -Certificate Of Practice का रिन्यूअल कैसे होगा ? complete process of renewal of advocate cop- certificate of practice" width="320" /></a></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: justify;"><b>अधिवक्ता COP -सर्टिफिकेट ऑफ़ प्रैक्टिस re -issue कैसे करायें ? </b></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: justify;"><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: justify;">न्यायालय में प्रैक्टिस करने के लिए प्रत्येक पंजीकृत अधिवक्ता के पास एक वैध COP -सर्टिफिकेट ऑफ़ प्रैक्टिस का होना अत्यंत आवश्यक है , बिना COP के कोई भी अधिवक्ता किसी भी न्यायालय में न तो अपने मुवक्किल के पक्ष में खड़ा हो सकता है न ही किसी भी प्रकार की कोई पैरवी। </div><div class="separator" style="clear: both; text-align: justify;"><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: justify;">COP प्रत्येक पांच वर्ष बाद renew करवाना होता है , जिसके लिए अधिवक्ता को राज्य विधिक परिषद द्वारा निर्धारित फॉर्म को भरकर उसके साथ आवशयक दस्तवेजों को संलग्न कर राज्य विधिक परिषद में जमा करना होगा और साथ निर्धारित शुल्क का भुगतान करना होगा। सम्पूर्ण औपचारिकताएँ पूर्ण होने के बाद COP जारी की जाएगी। </div><div class="separator" style="clear: both; text-align: justify;"><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: justify;"><b>COP के साथ लगने वाले दस्तावेज। </b></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: justify;"><ol><li>अधिवक्ता पंजीकरण प्रमाणपत्र , आईडी कार्ड। </li><li>COP सर्टिफिकेट और आईडी जो expire हो गया है। </li><li>हाई स्कूल की मार्कशीट और सर्टिफिकेट। </li><li>इंटरमीडिएट की मार्कशीट और सर्टिफिकेट। </li><li>स्नातक की मार्कशीट और डिग्री। </li><li>लॉ की मार्कशीट और डिग्री। </li><li>5 वकालतनामा , प्रश्नोत्तरी। </li></ol><div style="text-align: justify;"><b>उत्तरप्रदेश में अधिवक्ता COP के लिए Re-issue / Verification Form Certificate Of Practice (COP) फॉर्म कैसे भरें ? </b></div></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: justify;">अगर आप उत्तर प्रदेश है तो आपको उत्तर प्रदेश राज्य की बार कॉउन्सिल ऑफ उत्तर प्रदेश की अधिकृत वेबसाइट से ये फॉर्म डाउनलोड करना होगा और फॉर्म में मांगी जा रही सभी जानकारी स्पष्ट भरनी होगी और कार्यालय में दस्तावेजों के साथ निर्धारित शुल्क के साथ जमा करना होगा। </div><div class="separator" style="clear: both; text-align: justify;"><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: justify;">1. फॉर्म 1</div><div class="separator" style="clear: both; text-align: justify;"><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjaX3sNuL0rWXV9NuihqX3GPlvvcTy_ehgKHUZfEKNcieVntiGL-esEzW8dcoUdmdXDG8DtbPPRFLgtl68ZZBsLqKJS3VkW_1Wj0vWEgZFJOE37X4KJQ4LtMZSrv8sIqEguy1O8i-QAIfeFWsRbBLr5m-_EqnugeI_tHrV4GdB7dxDAazxnkm8WRspy_GSE/s1437/bcuo.png" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img alt="उत्तरप्रदेश में अधिवक्ता COP के लिए Re-issue / Verification Form Certificate Of Practice (COP) फॉर्म कैसे भरें ? complete process of renewal of advocate cop- certificate of practice" border="0" data-original-height="1437" data-original-width="1022" height="320" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjaX3sNuL0rWXV9NuihqX3GPlvvcTy_ehgKHUZfEKNcieVntiGL-esEzW8dcoUdmdXDG8DtbPPRFLgtl68ZZBsLqKJS3VkW_1Wj0vWEgZFJOE37X4KJQ4LtMZSrv8sIqEguy1O8i-QAIfeFWsRbBLr5m-_EqnugeI_tHrV4GdB7dxDAazxnkm8WRspy_GSE/w228-h320/bcuo.png" title="उत्तरप्रदेश में अधिवक्ता COP के लिए Re-issue / Verification Form Certificate Of Practice (COP) फॉर्म कैसे भरें ? complete process of renewal of advocate cop- certificate of practice" width="228" /></a></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgRZCiuyU3L7BgnstsUgCT6gInNlA3ASDhyphenhyphen3RYd8NwaIysF3k5wJpij7j18drgmufZycGiwEW1F2KsM12Vvqen5zpVVaeE2SNujK9dXVRoHn14ihgUSRLhhm6hEVX1olS3b4QZYC7o4EXRXP0yTHzF7_v6crzfnV5WnZrd2WnW2KDAU_IwQU1R1BuXejJCO/s1412/bcup.png" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img alt="उत्तरप्रदेश में अधिवक्ता COP के लिए Re-issue / Verification Form Certificate Of Practice (COP) फॉर्म कैसे भरें ? complete process of renewal of advocate cop- certificate of practice" border="0" data-original-height="1412" data-original-width="1025" height="320" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgRZCiuyU3L7BgnstsUgCT6gInNlA3ASDhyphenhyphen3RYd8NwaIysF3k5wJpij7j18drgmufZycGiwEW1F2KsM12Vvqen5zpVVaeE2SNujK9dXVRoHn14ihgUSRLhhm6hEVX1olS3b4QZYC7o4EXRXP0yTHzF7_v6crzfnV5WnZrd2WnW2KDAU_IwQU1R1BuXejJCO/w232-h320/bcup.png" title="उत्तरप्रदेश में अधिवक्ता COP के लिए Re-issue / Verification Form Certificate Of Practice (COP) फॉर्म कैसे भरें ? complete process of renewal of advocate cop- certificate of practice" width="232" /></a></div><br /><div class="separator" style="clear: both; text-align: justify;">उपरोक्त फॉर्म को अधिवक्ता साथी स्पष्ट व् सही-सही भर कर राज्य विधिक परिषद कार्यालय में निर्धारित शुल्क के साथ जमा कर सकते है। </div><div class="separator" style="clear: both; text-align: justify;"><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: justify;">नोट :- किसी भी अधिवक्ता साथी को उपरोक्त फॉर्म भरने में दिक्कत हो या कहाँ क्या भरना है समझ न आये तो बिना की झिझक के कमेंट कर के पूछ सकते है जितनी जल्दी होगा में जवाब देने का पूरा प्रयास करूंगा। </div><div class="separator" style="clear: both; text-align: justify;"><br /></div><br /><div class="separator" style="clear: both; text-align: justify;"><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><br /></div><br /><div style="text-align: justify;"><br /></div>Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-7504872947854718997.post-47792243726636539622023-10-31T23:05:00.002+05:302023-10-31T23:05:38.423+05:30एक पंजीकृत अधिवक्ता का न्यायालय, क्लाइंट और विपक्षी के प्रति क्या कर्तव्य होगा ? www.lawyerguruji.com <div><br /></div><div>नमस्कार मित्रों,</div><div><br /></div><div style="text-align: justify;">आज के इस लेख में हम जानेंगे कि <b>एक पंजीकृत अधिवक्ता का न्यायालय, क्लाइंट और विपक्षी के प्रति क्या कर्तव्य होगा ? </b> राज्य विधिक परिषद में पंजीकृत प्रत्येक अधिवक्ता एक पेशेवर होने के साथ -साथ न्यायालय का अधिकारी भी होता है और न्याय प्रशासन में महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाता है। अधिवक्ताओं के उनके पेशेवर आचरण को नियंत्रित करने के लिए अधिवक्ता अधिनियम 1961 के प्रावधानों में नियम बनाए जाने का प्रावधान किया गया है। ये नियम न्यायालय , मुवक्किल और विपक्षी के प्रति अधिवक्ताओं के कर्तव्यों का उल्लेख करते है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEi1kkf9XtC6b5xlhYBcYLDZwr7abQhL0pg0DJ9FGwsEwDR8T7M6dU94M6yf66frX6sax-eSnvaIkFTdyJ9ekYdGpyO2kLGDrDragXTy0kkaXm0y6HLjKXDzTksMx_YBgft0JsD1PYmqeXAbrCgss1VPFqwPNZhkMkI9CYE4cCbn3lhgGY0z34PJUn-38GDS/s640/advocate.png" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img alt="एक पंजीकृत अधिवक्ता का न्यायालय, क्लाइंट और विपक्षी के प्रति क्या कर्तव्य होगा ?" border="0" data-original-height="360" data-original-width="640" height="180" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEi1kkf9XtC6b5xlhYBcYLDZwr7abQhL0pg0DJ9FGwsEwDR8T7M6dU94M6yf66frX6sax-eSnvaIkFTdyJ9ekYdGpyO2kLGDrDragXTy0kkaXm0y6HLjKXDzTksMx_YBgft0JsD1PYmqeXAbrCgss1VPFqwPNZhkMkI9CYE4cCbn3lhgGY0z34PJUn-38GDS/w320-h180/advocate.png" title="एक पंजीकृत अधिवक्ता का न्यायालय, क्लाइंट और विपक्षी के प्रति क्या कर्तव्य होगा ?" width="320" /></a></div><br /><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b>एक पंजीकृत अधिवक्ता का न्यायालय , मुवक्किल और विपक्षी के प्रति क्या कर्तव्य होगा ?</b></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">अधिवक्ता अधिनियम 1961 की धारा 15 बार कौंसिल ऑफ़ इंडिया को नियम बनाने की शक्ति प्रदान करता है , जिसके तहत बार कौंसिल ऑफ़ इंडिया न्यायालय , मुवक्किल और विपक्षी के प्रति अधिवक्ताओं के कर्तव्य पर नियम बना सकती है :-</div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">1 न्यायालय के प्रति अधिवक्ता के कर्तव्यों पर नियम। </div><div style="text-align: justify;">2. मुवक्किल के प्रति अधिवक्ता के कर्तव्यों पर नियम। </div><div style="text-align: justify;">3. विपक्षी के प्रति अधिवक्ता के कर्तव्यों पर नियम। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">विस्तार से जाने। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b>1. न्यायालय के प्रति अधिवक्ता के कर्तव्यों पर नियम। </b></div><div style="text-align: justify;"><ol><li>गरिमामय तरीके से कार्य करें। </li><li>न्यायालय का सम्मान करें। </li><li>न्यायिक अधिकारी से अकेले में बातचीत न करें। </li><li>विपक्षी के प्रति अवैध तरीके से कार्य करने से इंकार करें। </li><li>अनुचित साधनों पर जोर देने वाले मुवक्किलों का प्रतिनिधित्व न करें। </li><li>उचित ड्रेस कोड में दिखें। </li><li>न्यायिक प्राधिकारी के समक्ष किसी भी तरह से उपस्थिति , कार्य , पैरवी या अभ्यास नहीं करना चाहिए यदि पीठ का एकमात्र या कोई सदस्य अधिवक्ता का रिश्तेदार है। </li><li>यदि कोई अधिवक्ता किसी प्रतिष्ठान के प्रबंध का सदस्य है तो उसे किसी प्रतिष्ठान के पक्ष या विपक्ष में किसी न्यायिक प्राधिकारी के समक्ष या उसके समक्ष उपस्थित नहीं होना चाहिए। </li><li>अधिवक्ता को किसी ऐसे मामले में कार्यवाई या पैरवी नहीं करनी चाहिए जिसमें उसके वित्तीय हित हो। </li><li>मुवक्किल के लिए जमानतदार के रूप में खड़ा नहीं होना चाहिए। </li></ol></div><div style="text-align: justify;"><b>2. मुवक्किल के प्रति अधिवक्ता के कर्तव्यों पर नियम। </b></div><div style="text-align: justify;"><ol><li>संक्षिप्त विवरण स्वीकार करने के लिए बाध्य। </li><li>मुवक्किल की सेवा करने से पीछे न हटना। </li><li>अधिवक्ता उन मामलों में उपस्थित न हों जहां वह स्वयं गवाह हो। </li><li>मुवक्किल को पूर्ण और स्पष्ट प्रकटीकरण करना। </li><li>मुवक्किल के हितों को कायम रखें। </li><li>सामग्री या साक्ष्य को न दबाएं। </li><li>मुवक्किल और उसके मध्य हुए संचार का खुलासा न करें। </li><li>अधिवक्ता को मुकदमेबाजी भड़काने या भड़काने वाला पक्ष नहीं होना चाहिए। </li><li>अधिवक्ता को अपने मुवक्किल या मुवक्किल के अधिकृत एजेंट के अलावा किसी अन्य व्यक्ति के निर्देशों अपर कार्य नहीं करना चाहिए। </li><li>अधिवक्ता मामलों की सफलता के आधार पर शुल्क न लें। </li><li>अधिवक्ता को किसी कार्यवाई योग्य दावे में कोई शेयर या ब्याज प्राप्त करने के लिए सहमत नहीं होना चाहिए। </li><li>कानूनी कार्यवाही से उत्पन्न संपत्ति की बोली या खरीद नहीं करनी चाहिए। </li><li>अधिवक्ता को अपने मुवक्किल द्वारा देय शुल्क को मुवक्किल के प्रति अपने व्यक्तिगत दायित्व के विरुद्ध समायोजित नहीं करना चाहिए जो की अधिवक्ता के रूप में उसके पेशे के दौरान उत्पन्न नहीं होता है। </li><li>अधिवक्ता को अपने मुवक्किल द्वारा उस पर जताए गए विश्वास का दुरूपयोग या फायदा नहीं उठाना चाहिए। </li><li>उचित हिसाब -किताब रखें। </li><li>अधिवक्ता को अपने खातों में यह उल्लेख करना चाहिए कि क्या उसके द्वारा मुवक्किल से प्राप्त कोई पैसा किसी कार्यवाही या राय के दौरान फीस या खर्च का कारण है। </li><li>मुवक्किल को रकम के बारें में सूचित करें। </li><li>कार्यवाही समाप्त होने के बाद फीस समयोजिय करें। </li><li>खातों की प्रति उपलब्ध करायें। </li><li>अधिवक्ता ऐसी व्यवस्था में प्रवेश नहीं करेगा जिससे उसके हाथ में मौजूद धनराशि. ऋण में परिवर्तित हो जाए। </li><li>मुवक्किल को पैसा उधार न दें। </li><li>विपक्षी की ओर से उपस्थित नहीं होना चाहिए। </li></ol></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b>3. विपक्षी के प्रति अधिवक्ता के कर्तव्यों पर नियम। </b></div><div style="text-align: justify;"><ol><li>विज्ञापन न करें या काम न मांगें। </li><li>अधिवक्ता का साइन -बोर्ड या नाम प्लेट उचित आकार का होना चाहिए। </li><li>कानून के अनधिकृत अभ्यास को बढ़ावा न दें। </li><li>अधिवक्ता उस फीस स इ कम शुल्क स्वीकार नहीं करेगा जिस पर नियमों के तहत तब कर लगाया जा सकता है जब मुवक्किल अधिक भुगतान करने में सक्षम हो। </li><li>साथी अधिवक्ता की उपस्थित होने की सहमति। </li></ol></div><div style="text-align: justify;"><br /></div>Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-7504872947854718997.post-66206338638968515202023-10-20T22:18:00.001+05:302023-10-20T22:18:19.708+05:30 निःशुल्क कानूनी सहायता पाने का हक़दार कानूनी रूप से कौन है ? who is eligible for free legal service www.lawyerguruji.com <div><br /></div><div>नमस्कार मित्रों ,</div><div><br /></div><div style="text-align: justify;">आज के इस लेख में हम जानेंगे कि <b>निःशुल्क कानूनी सहायता पाने का हक़दार कानूनी रूप से कौन है ? किसको फ्री लीगल सर्विस मिल सकती है ? भारत में मुफ्त में कानूनी सहायता पाने का हक़दार कौन है ?</b></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14 विधि के समक्ष समता की बात करता है यानी राज्य , भारत के राज्य्क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति को विधि के समक्ष समता से या विधियों के समान संरक्षण से वंचित नही किया जायेगा। वही भारतीय संविधान के अनुच्छेद 39 क समान न्याय और निशुल्क विधिक सहायता की बात करता है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">राज्य या सुनिश्चित करेगा की विधिक तंत्र इस प्रकार काम करे की समान अवसर के आधार अपर न्याय सुलभ हो और वह विशिष्टतया यह सुनिश्चित करने के लिए की आर्थिक या किसी अन्य निर्योग्यता के कारण कोई नागरिक न्याय प्राप्त करने के अवसर से वंचित न रह जाये , उप्तुक्त विधान या स्कीम द्वारा या अन्य रीति से निःशुल्क विधिक सहायता की व्यवस्था करेगा। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">नागरिकों को जो की आर्थिक व् अन्य निर्योग्यता के कारण न्याय से वंचित न हो जाये इसके लिए राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम 1987 के तहत राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण का गठन किया गया। इसमें प्रावधान बनाये गए की कौन -कौन निःशुल्क विधिक सेवा पाने का हक़दार होगा। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">इसी को विस्तार से जाने। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEithndQtrcnB5SPiCE8X_gn5sd24Pto54BOTQk-kDNbBPFvNbIMXDZ_lVG4BkxSYyAHoQmk75qLCcxPJR0i1s3njb9Yp3Fym3tsJk34N0eouck6bffWjQNHTydDWVGYHpY0Z05vvenujrb7JWnZr4VhIR3-FC7-cowcYZ4AGHD6N9He2bUQtoFnqp69qWeq/s640/%20tips%20t%20remember%20before%20taking%20personal%20loan%20.png" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="360" data-original-width="640" height="180" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEithndQtrcnB5SPiCE8X_gn5sd24Pto54BOTQk-kDNbBPFvNbIMXDZ_lVG4BkxSYyAHoQmk75qLCcxPJR0i1s3njb9Yp3Fym3tsJk34N0eouck6bffWjQNHTydDWVGYHpY0Z05vvenujrb7JWnZr4VhIR3-FC7-cowcYZ4AGHD6N9He2bUQtoFnqp69qWeq/s320/%20tips%20t%20remember%20before%20taking%20personal%20loan%20.png" width="320" /></a></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: justify;">भारत में निःशुल्क कानूनी सहायता पाने का हक़दार कौन है ?</div><div class="separator" style="clear: both; text-align: justify;"><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: justify;">विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम की धारा 12 के तहत निःशुल्क विधिक सहायता पाने के वे व्यक्ति हक़दार है जो समाज में आर्थिक रूप से कमजोर या अन्य निर्योग्यता के कारण से न्याय पाने से वंचित है , ये निम्न नागरिक शामिल है :-</div><div class="separator" style="clear: both; text-align: justify;"><ol><li>अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति का सदस्य। </li><li>संविधान के अनुच्छेद 23 में उल्लिखित मानव तस्करी या बेगार के शिकार व्यक्ति। </li><li>एक महिला या एक बच्चा। </li><li>मानसिक रूप. से बीमार या अन्यथा विकलांग व्यक्ति। </li><li>एक व्यक्ति जो अवांछित आभाव की परिस्थितयों में है जैसे कि सामूहिक आपदा , जातीय हिंसा , जातीय अत्याचार , बाढ़ , सूखा, भूकंप या औद्योगिक आपदा का शिकार होने वाले। </li><li>एक औद्योगिक कामगार। </li><li>हिरासत में , अनैतिक व्यापर रोकथाम अधिनियम 1956 की धारा 2 के खंड जी के तहत एक सुरक्षात्मक घर में हिरासत सहित या किशोर न्याय अधिनियम 1986 की धारा 2 खंड जे के तहत एक किशोर गृह में या मानसिक स्वास्थ अधिनियम 1987 की धारा 2 के खंड जी के तहत एक मनोरोग अस्पताल या मनोरोग नर्सिंग होम। </li><li>यदि मामला उच्चतम न्यायालय के अलावा किसी अन्य न्यायालय के समक्ष है तो निम्नलिखित अनुसूची में उल्लिखित राशि या राज्य सरकार द्वारा निर्धारित किसी उच्च राशि से कम वार्षिक आय प्राप्त करने वाले व्यक्ति और कम यदि मामला उच्चतम न्यायालय के समक्ष है तो 5 लाख रूपये से अधिक। </li></ol><div><br /></div><div><br /></div><b>विभिन्न राज्यों में मुफ्त कानूनी सेवाओं का लाभ उठाने के लिए अधिनियम 12 की धारा 12 एच के तहत निर्धारित आय सीमा निचे दी गयी है। </b> </div><div><br /></div>राज्य / केंद्रीय शासित प्रदेश आय सीमा प्रति वर्ष <br /><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><ol><li>आंध्र प्रदेश r/s 3,00,000/-</li><li>अरुणाचल प्रदेश r/s 1,00,000/-</li><li>असम r/s 3,00,000/-</li><li>बिहार r/s 1,50,000/-</li><li>छत्तीसगढ़ r/s 1,50,000/-</li><li>गोवा r/s 3,00,000/-</li><li>गुजरात r/s 1,50,000/-</li><li>हरयाणा r/s 3,00,000/-</li><li>हिमांचल प्रदेश r/s 3,00,000/-</li><li> जम्मू कश्मीर r/s 3,00.000/-</li><li>झारखण्ड r/s 3,00,000/-</li><li>कर्नाटक r/s 3,00,000/-</li><li>केरला r/s 3,00,000/-</li><li>मध्यप्रदेश r/s 2,00,000/-</li><li>महाराष्ट्र r/s 3,00,000/-</li><li>मणिपुर r/s 3,00,000/-</li><li>मेघालय r/s 3,00,000/-</li><li>मिजोरम r/s 25,000/-</li><li>नागालैंड r/s 1,00,000/-</li><li>ओडिशा r/s 3,00,000/-</li><li>पंजाब r/s 3,00,000/-</li><li>राजस्थान r/s 3,00,000/-</li><li>सिक्किम r/s 3,00,000/- </li><li>तेलंगाना r/s 3,00,000/-</li><li>तमिल नाडु r/s 3,00,000/- </li><li>त्रिपुरा r/s 1,50,000/-</li><li>उत्तर प्रदेश r/s 3,00,000/- </li><li>उत्तराखण्ड r/s 3,00,000/-</li><li>वेस्ट बंगाल r/s 1,00,000/- </li><li>अन्डम एंड निकोबार द्वीप समूह r/s 3,00,00/-</li><li>चंडीगढ़ r/s 3,00,000/-</li><li>दादरा एंड नगर हवेली r/s 15,000/-</li><li>दमन एंड दिऊ r/s 1,00,000/-</li><li>दिल्ली r/s 3,00,000/-</li><li>लदाख r/s 1,00,000/-</li><li>लक्ष्यदीप r/s 3,00,000/-</li><li>पुंडुचेर्री r/s 1,00,000/-</li></ol></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"> </div>Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-7504872947854718997.post-57309386578228954302023-10-18T23:52:00.000+05:302023-10-19T20:42:01.564+05:30चेक क्या होता है और चेक कितने प्रकार के होते है ? what is cheque and type of cheque www.lawyerguruji.com <div><br /></div><div style="text-align: justify;">नमस्कार मित्रों ,</div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">आज के इस लेख में हम जानेंगे की <b>चेक क्या होता है और चेक कितने प्रकार के होते है ? </b>आप लोगो ने चेक इस शब्द को सबसे पहले कब सुना होगा सायद तब जब आप अपना बैंक अकाउंट खुलवाने बैंक गए होंगे और वहाँ आपको बैंक पासबुक , एटीएम और साथ चेक बुक भी प्रदान की गयी होगी। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">अब ये सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज जिनको बड़ा सुरक्षित रखना पड़ता है क्योंकि इनमें बैंक अकाउंट से सम्बंधित जानकारी का उल्लेख होता है। एटीएम व् चेक बुक का उपयोग धनराशि की निकासी व् लेनदेन में करते रहते है और यह सुविधाजनक भी है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjoPvTRW5PgTdSpLzZcO6kk30XQP-ljlzS3GhQ2Ba4dRX0TKW8meIU0bjYTun8CD63d054248jeF0SaCq5g5M32ZF_bcQx1GhpZ2tZw2eYE5AJWkJrCV6YVlWFFbfmh10vM-ZGZnSV9wBiC1KElD2IoN5ldDjhc6wkqQA49gApnyJcG9OpUIV5svc6XPpEE/s640/%20tips%20t%20remember%20before%20taking%20personal%20loan%20.png" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img alt="चेक क्या होता है और चेक कितने प्रकार के होते है ? what is cheque and type of cheque" border="0" data-original-height="360" data-original-width="640" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjoPvTRW5PgTdSpLzZcO6kk30XQP-ljlzS3GhQ2Ba4dRX0TKW8meIU0bjYTun8CD63d054248jeF0SaCq5g5M32ZF_bcQx1GhpZ2tZw2eYE5AJWkJrCV6YVlWFFbfmh10vM-ZGZnSV9wBiC1KElD2IoN5ldDjhc6wkqQA49gApnyJcG9OpUIV5svc6XPpEE/s16000/%20tips%20t%20remember%20before%20taking%20personal%20loan%20.png" title="चेक क्या होता है और चेक कितने प्रकार के होते है ? what is cheque and type of cheque" /></a></div><br /><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">पर क्या हम ये जानते है क्या कि चेक कितने प्रकार के होते है और चेक क्या है ? इसी को विस्तार से जाने। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b>1. चेक क्या होता है ?</b></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">निगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट 1881 यानी परक्राम्य लिखित अधिनियम 1881 की धारा 6 में चेक को परिभाषित किया गया है। चेक एक ऐसा विनिमय पत्र है जो विनिर्दिष्ट बैंककार पर लिख कर दिया गया है और उसका मांग पर से अन्यथा देय होना अभिव्यक्त नहीं है और इसके अंतर्गत संक्षेपित चक का इलेक्ट्रॉनिक प्रतिरूप और इलेक्ट्रॉनिक रूप में चेक भी है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">चेक जो की एक ऐसा लिखित शर्तरहित विनिमय पत्र है , जिसके द्वारा एक बैंक खाताधारक अपने बैंक को निर्देशित करता है की दूसरे बैंक खाताधारक को एक निश्चित अवधि जो चेक में लिखित है निश्चित भुगतान जो धनराशि चेक में लिखित है भुगतान करें। चेक में तीन व्यक्तियों / पक्षकारों की मुख्य भूमिका होता है। </div><div style="text-align: justify;"><ol><li><b>drawer - आहर्ता - </b>वह व्यक्ति को विनिमय पत्र यानी चेक तैयार करता है , जो तीसरे व्यक्ति को धनराशि का भुगतान करने का आदेश देता है। चेक जारी करने वाला प्रथम पक्षकार drawer / आहर्ता। </li><li><b>drawee -स्वीकारकर्ता -</b> वह व्यक्ति जो चेक में लिखित धनराशि के भुगतान करने के आदेश को स्वीकार करता है , जिसे विनिमय पत्र दिया जाता है। चेक के भुगतान हेतु स्वीकार करने वाला द्वितीय पक्षकार drawee / स्वीकारकर्ता। </li><li><b>payee -प्राप्तकर्ता -</b> वह व्यक्ति जिसके पक्ष में विनिमय पत्र यानी चेक में लिखित धनरशि का अंतिम रूप से देय होता है। यानी चेक में लिखित धनराशि को स्वीकार करने वाला तीसरा पक्षकार। चेक में लिखित धनराशि स्वीकार करने वाला तीसरा पक्षकार payee / प्राप्तकर्ता। </li></ol></div><div style="text-align: justify;">चेक बैंक खाताधारक द्वारा दिया जाने वाला भुगतान का एक साधन है जो की दूसरे बैंक खाताधारक को प्रत्यक्ष धनराशि नही देता है। अब चेक धारक पर निर्भर करता है कि वह कैश ले या अपने बैंक अकाउंट में धनराशि जमा करे। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b>2. चेक कितने प्रकार के होते है ?</b></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">चेक के प्रकार निर्भर करता है जारीकर्ता और अदाकर्ता कौन है। जारीकर्ता और अदाकर्ता की अनिवार्यता के आधार पर निम्न प्रकार के चेक है :-</div><div style="text-align: justify;"><ol><li>Bearer Cheque.</li><li>Order Cheque.</li><li>Crossed Cheque.</li><li>Open Cheque.</li><li>Post-Dated Cheque </li><li>Stale cheque.</li><li>Bank Cheque.</li><li>Travellers Cheque.</li><li>Self Cheque</li></ol></div><div style="text-align: justify;">इन सभी को विस्तार से जाने। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b>1. Bearer Cheque / बेयरर चेक। </b></div><div style="text-align: justify;"> बेयरर चेक एक ऐसा चेक है जिसमें लिखित धनराशि का भुगतान उसी व्यक्ति को किया जाता है , जो उस चेक को अपने पास रखता है या उस ले के जाता है। ये चेक वितरण द्वारा हस्तांतरणीय है जिसका मतलब यह है की एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को पास हो सकता है, जिसके कारण तेजी व् आसानी से लेनदेन की अनुमति मिलती है। जो व्यक्ति चेक को बैंक में भुनाने के लिए ले जा रहा है बैंक द्वारा उसको भुगतान किया जा सकता है। बेयरर चेक में लिखित धनराशि के भुगतान के लिए बैंक को चेक जारीकर्ता से किसी अन्य प्राधिकरण की आवश्यकता नहीं पड़ती है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">बेयरर चेक की पहचान उसपर मुद्रित अंग्रेजी का शब्द pay or Bearer लिखित होता है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b>2. Order Cheque / आर्डर चेक। </b></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">चेक के ऊपरी भाग में दो शब्द लिखे होते है pay और bearer जब आर्डर चेक पास किया जाता है , तो इसमें बेयरर को कट कर दिया जाता है और pay में उस व्यक्ति का नाम लिखा जाता है जिसको चेक के माध्यम से लिखित धनराशि का भुगतान किया जाना है। बैंक उसी व्यक्ति को चेक का भुगतान करती है जिसका नाम payee में लिखित है। इस आर्डर चेक का भुगतान बैंक द्वारा नगद के रूप में तभी किया जाता है जब आर्डर चेक जारीकर्ता ने चेक के पीछे वाले भाग में धनराशि पाने वाले व्यक्ति के हस्ताक्षर प्रमाणित किये है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">बैंक चेक का नगद भुगतान करने से पहले चेक की धनराशि पाने वाले व्यक्ति की पहचान उसके हस्ताक्षर का मिलान कर और आधार कार्ड या कोई अन्य पहचान पत्र उपलब्ध करवाने पर ही करता है। आर्डर चेक में लिखित धनराशि का भुगतान किसी अन्य व्यक्ति को नहीं किया जाता है भले ही वो जानने वाला ही क्यों न है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b>3. Crossed Cheque / क्रॉस्ड चेक </b></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">चेक के ऊपरी बाएं भाग में दो समानांतर रेखाओं के मध्य लिखित अकाउंट पेयी ओनली यह सुनिचित करता है कि चेक में लिखित धनराशि का भुगतान केवल उसी व्यक्ति को किया जायेगा जिसका नाम लिखित होता है। क्रॉस्ड चेक का नगद भुगतान न होकर इसमें लिखित धनराशि का भुगतान चेक प्राप्तकर्ता के बैंक खाते में जमा होता है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">क्रॉस्ड चेक भगुतान को प्रतिबंधित करता है कि लिखित धनराशि का भुगतान केवल क्रॉस किये गए बैंक में ही देय होगा। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b>4. Open cheque / ओपन चेक। </b></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">ओपन चेक एक ऐसा चेक है जो की किसी भी प्रकार से प्रतिबंधित नहीं किया जाता है , ऐसे चेक धारक द्वारा चेक को किसी भी बैंक में भुनाया जा सकता है और चेक धारक बैंक के कॅश काउंटर से लिखित धनराशि नगद रूप से प्राप्त कर सकता है या अपने बैंक में जमा कर अपने अकाउंट में ट्रांसफर करा सकता है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b>5. Post -dated Cheque / पोस्ट डेटेड चेक। </b></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">पोस्ट डेटेड चेक एक ऐसा चेक है जो की आगे की आने वाली तिथि को ही भुनाया जा सकता है। अर्थात जो तारीख चेक में लिखी है उसी निर्धारित तिथि को ही चेक धारक द्वारा बैंक में भुना कर भुगतान पाया जा सकेगा। पोस्ट डेटेड चेक की वैधता लिखित तिथि के बाद ही है उससे पूर्व नहीं। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b> 6. Stale Cheque / बासी चेक। </b></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">स्टेल चेक एक ऐसा चेक है जो की कल बाधित चेक होता है। अर्थात चेक एक निर्धारित समयावधि के भीतर भुना लिया जान अनिवार्य है अन्यथा वह चेक वैध नहीं होगा। स्टेल चेक में लिखित धनराशि का भुगतान उसमे लिखित तिथि के 3 माह के भीतर करा लेना चाहिए। लिखित तिथि से 3 माह की अवधि पूर्ण हो जाने के बाद बैंक ऐसा चेक का भुगतान नहीं करती है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b>7. banker cheque / बैंकर चेक। </b></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">बैंकर चेक एक ऐसा चेक है जो कि बैंक द्वारा इस प्रकार से जारी किया जाता है की बैंक इन चेकों को एक खाताधारक की तरफ से उसी शहर में किसी अन्य व्यक्ति को प्रेषण करने के लिए जारी किया जाता है। इस बैंकर चेक के जरिये बैंक खाताधारक के अकाउंट में निर्दिष्ट धनराशि डेबिट की जाती है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b>8. Traveller Cheque / ट्रैवेलर्स चेक। </b></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">ट्रैवलर चेक एक ऐसा चेक है जो की जब उपयोग में लाया जाता है जब कोई व्यक्ति कहीं यात्रा में निकलता है। जब कोई एक देश से दूसरे देश यात्री के रूप में जाता है , तो साधारण से बात है की वह अत्यधिक नगद के साथ यात्रा करना सुरक्षित नहीं होगा। तो यात्री कैश की बजाय ट्रैवलर चेक साथ लेकर यात्रा करते है। ट्रैवलर चेक उन्हें बैंक के द्वारा जारी किया जाता है और किसी अन्य स्थान या देश में स्थिति बैंक में नगद के रूप में भुनाए जा सकते है। ट्रैवलर चेक की समय सीमा समाप्त नहीं होती और ये चेक भविष्य की यात्राओं में सहायक होते है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><b>9.Self Cheque / सेल्फ चेक। </b></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;">सेल्फ चेक एक ऐसा चेक होता है जो की व्यक्ति स्वयं अपने लिए जब बैंक से चेक के माध्यम से नगद प्राप्त करना चाहता है , तो चेक में सेल्फ लिख कर स्वयं के लिए भुगतान करवाता है। </div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><br /></div><div style="text-align: justify;"><br /></div>Unknownnoreply@blogger.com0